जम्मू कश्मीर: जम्मू कश्मीर में 'शेर-ए-कश्मीर' के नाम से जाने जाने वाले शेख मोहम्मद अब्दुल्ला को लेकर एक विवाद खड़ा हो गया है. राज्य के सामान्य प्रशासनिक विभाग (जीऐडी) ने सूचना के अधिकार के तहत पूछे गए सवाल के जवाब में कहा है कि राज्य में किसी के पास 'शेर-ए-कश्मीर' की उपाधि नहीं है.
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दीपक नाम के आरटीआई कार्यकर्ता ने राज्य के सामान्य प्रशासनिक विभाग में जो आईटीआई फाइल की है उससे राजनीतिक माहौल गर्माना तय है. दरअसल, दीपक ने एक आरटीआई के जरिए उन लोगों के नामों की जानकारी मांगी थी जिन्हें जम्मू कश्मीर में 'शेर-ए-कश्मीर' के शीर्षक से सम्मानित किया गया है.
दीपक के मुताबिक वो राज्य के सामान्य प्रशासनिक विभाग के इस जवाब से हैरान हैं. दीपक का कहना है कि शेख मोहम्मद अब्दुल्ला को न सिर्फ राज्य में 'शेर-ए-कश्मीर' के नाम से जाना जाता है बल्कि राज्य में 'शेर-ए-कश्मीर' के नाम से कई अस्पताल, विश्वविद्यालय और पुलिस अकादमियां चल रहीं हैं.
इतना ही नहीं राज्य पुलिस को सरकार की तरफ से 'शेर-ए-कश्मीर वीरता पुरस्कार' भी दिए जाते है. गौरतलब है कि शेख मोहम्मद अब्दुल्ला ने ही नेशनल कॉन्फ्रेंस का गठन किया था और वो तीन बार राज्य के मुख्यमंत्री भी रहे हैं.
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