--
-- -Sponsor-
--
भारत के विमानवाहक पोत आईएनएस विराट में रविवार को आग लग गई
दुर्घटना में एक नौसैनिक की मौत
--
Sponsored Links:-
-- -Sponsor-
--
भारत के विमानवाहक पोत आईएनएस विराट में रविवार को आग लग गई
दुर्घटना में एक नौसैनिक की मौत
भारत के विमानवाहक पोत आईएनएस विराट में रविवार को आग लग गई। इस दुर्घटना में एक नौसैनिक की मौत हो गई, जबकि तीन अन्य घायल हो गए। गोवा में तैनात यह पोत जल्द ही सेवा से मुक्त किया जाने वाला है।
नौसेना के प्रवक्ता ने बताया कि पोत में पहले तो लीक की जानकारी मिली और फिर पोत के बॉयलर रूम के एक हिस्से में आग लग गई। हालांकि प्रवक्ता ने दावा किया कि आग पर जल्द ही काबू पा लिया गया। मगर, इस दौरान चार नौसैनिक आग में घिर गए और बुरी तरह झुलस गए। इनमें से एक चीफ इंजीनियर मैकेनिक आशु सिंह की हालत गंभीर हो गई।
उन्हें फौरन गोवा में नौसेना के अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उन्हें दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। प्रवक्ता ने बताया कि शुरुआती स्तर पर हादसे का कारण बॉयलर रूम में लीकेज की वजह से कुछ बिजली के उपकरणों में आग लगना है। फिलहाल हादसे की जांच की जा रही है।
माना जा रहा है कि भारत के दो संचालित मालवाहक पोतों में से विराट को जल्द ही मुंबई भेज दिया जाएगा। आईएनएस विराट ने सबसे पहले ब्रिटिश नौसेना की 30 सालों तक सेवा की है। उसके बाद इसे भारत ने खरीद लिया और इसे भारतीय नौसेना में 1987 में शामिल किया गया। फरवरी में यह अंतरराष्ट्रीय नौसैनिक बेडे़ में भी यह शामिल हुआ था।
नौसेना के प्रवक्ता ने बताया कि पोत में पहले तो लीक की जानकारी मिली और फिर पोत के बॉयलर रूम के एक हिस्से में आग लग गई। हालांकि प्रवक्ता ने दावा किया कि आग पर जल्द ही काबू पा लिया गया। मगर, इस दौरान चार नौसैनिक आग में घिर गए और बुरी तरह झुलस गए। इनमें से एक चीफ इंजीनियर मैकेनिक आशु सिंह की हालत गंभीर हो गई।
उन्हें फौरन गोवा में नौसेना के अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उन्हें दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। प्रवक्ता ने बताया कि शुरुआती स्तर पर हादसे का कारण बॉयलर रूम में लीकेज की वजह से कुछ बिजली के उपकरणों में आग लगना है। फिलहाल हादसे की जांच की जा रही है।
माना जा रहा है कि भारत के दो संचालित मालवाहक पोतों में से विराट को जल्द ही मुंबई भेज दिया जाएगा। आईएनएस विराट ने सबसे पहले ब्रिटिश नौसेना की 30 सालों तक सेवा की है। उसके बाद इसे भारत ने खरीद लिया और इसे भारतीय नौसेना में 1987 में शामिल किया गया। फरवरी में यह अंतरराष्ट्रीय नौसैनिक बेडे़ में भी यह शामिल हुआ था।
0 comments:
Post a Comment