as per Amar ujala :
अमेरिकी फेडरेल बैंक की तरफ से ब्याज दरों में बढ़ोतरी के संकेत व घरेलू स्तर पर सोने की मांग में कमी से सोने के दाम में इस माह अच्छी गिरावट की उम्मीद की जा रही है। सोमवार को दिल्ली सर्राफा बाजार में सोने के भाव (24 कैरेट) 25,300 रुपये प्रति 10 ग्राम रहे। सोने के बड़े कारोबारियों का मानना है कि सोने के भाव में अभी 800-1000 रुपये प्रति 10 ग्राम की और गिरावट हो सकती है। (राजीव कुमार/अमर उजाला, नई दिल्ली)
भारत विश्व में सोने का सबसे बड़ा आयातक देश है, लेकिन घरेलू स्तर पर सोने की मांग में भारी गिरावट की वजह से इस साल अक्तूबर माह में सोने के आयात में 59.5 फीसदी की गिरावट रही। गत अक्तूबर में 1.70 अरब डॉलर का सोने का आयात किया गया, जबकि पिछले साल अक्तूबर में 4.2 अरब डॉलर सोने का आयात किया गया था।
पीपी ज्वैलर्स एंड डायमंड के निदेशक राहुल गुप्ता ने बताया कि सोने का निचला स्तर आना अभी बाकी है। सोने की कीमत अगले 15-20 दिनों में 24,500 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर तक जा सकती है। इसकी मुख्य वजह है कि अमेरिका में ब्याज दरों में बढ़ोतरी होना तय माना जा रहा है।
ब्याज दरों में बढ़ोतरी होने पर सोने में बिकवाली होगी और अमेरिकी लोग बांड मार्केट व स्टॉक मार्केट में अपना निवेश करेंगे। गुप्ता ने यह भी कहा कि दिसंबर में सोना अपने निचले स्तर को छूने के बाद जनवरी से फिर से तेजी की ओर अग्रसर हो जाएगा।
जेम्स व ज्वैलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल के पदाधिकारी पंकज पारिख ने बताया कि सोने के भाव में निश्चित रूप से अभी और गिरावट होगी। देश की घरेलू मांग भी इस गिरावट में सहयोग दे रही है।
दिल्ली सर्राफा बाजार के कारोबारी पवन झलानी के मुताबिक कमजोर मानसून की वजह से किसानों की तरफ से सोने की मांग नहीं निकल रही है। देश में किसानों की तरफ से काफी मात्रा में सोने की खरीदारी की जाती है।
सोने के भाव में गिरावट का दौर लगातार जारी है। गत रविवार को सोने का भाव 25,615 रुपये प्रति 10 ग्राम बताया गया था। वहीं औद्योगिक इकाइयों और सिक्का निमार्ताओं की तरफ से कमजोर उठाव के कारण चांदी के भाव में गिरावट हो रही है। चांदी की कीमत 34000 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई है।
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