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नई दिल्लीः रेलवे ने सर्कुलर जारी किया है कि आपके रेल टिकट का स्टेटस यदि आरएसी में आ जाता है, तो भूल जाइए कि आपको कंफर्म बर्थ मिलेगी। क्योंकि, रेल मंत्रालय ने आरएसी टिकट वाले को आधे बर्थ पर सफर करवाने का फैसला किया है। लेकिन इसके लिए आपसे पैसा पूरा वसूला जाएगा।
बढ़ेगी यात्रियों की परेशानी
अपने सर्कुलर में रेलवे ने आरएसी बर्थ की संख्या में बढ़ौतरी कर दी है, जिसे तत्काल प्रभाव से लागू भी कर दिया गया है। रेलवे के इस फैसले से रेलवे के राजस्व में बढ़ौतरी तो हो जाएगी, लेकिन यात्रियों की परेशानी बढ़नी तय है। क्योंकि आरएसी बर्थ पर दिन में तो किसी तरह सफर किया जा सकता है, लेकिन रात के वक़्त आधी सीट पर सिकुड़ कर सोना आसान नहीं है। वैसे तो एक तरफ रेल मंत्रालय यात्री सुविधाएं बढ़ाने का दावा करता है, वहीं दूसरी तरफ लगातार इस तरह के फैसले ले रहा है जिससे रेलवे का सफर सुखद होने की बजाय मुश्किल होता जा रहा है। जाहिर है, रेल यात्रियों के लिए मंत्रालय का ये फैसला बहुत अच्छा तो कतई नहीं है।
रेलवे की कमाई में होगा इजाफा
रेलवे के अफसरों के मुताबिक, साइड की बर्थ पूरी तरह से आरएसी करने से रेलवे को एक साल में तकरीबन 1500 करोड़ रुपए का फायदा हो पाएगा। इससे जहां एक तरफ ज्यादा यात्री सफर कर पाएंगे, वहीं दूसरी तरफ घाटे की मार झेल रही रेलवे का घाटा कुछ हद तक कम हो पाएगा, लेकिन यात्री सुविधा के लिहाज से इस फैसले को बहुत अच्छा नहीं कहा जा सकता है, क्योंकि आप पैसा पूरी बर्थ का देंगे, लेकिन सफर बैठकर करेंगे।
इन कोचों में होगी आरएसी बर्थ
यह बढ़ौतरी स्लीपर, थ्री-टियर और टू-टियर एसी श्रेणी के कोच में की गई है। सर्कुलर के मुताबिक, अब स्लीपर क्लास के हर कोच में अब साइड लोअर की 7 सीटें आरएसी के लिए आरक्षित की गई हैं, यानि इनपर कुल 14 यात्री सफर करेंगे। पहले इसमें 5 सीटें आरएसी के लिए थी, जिनपर 10 यात्री सफर करते थे। वहीं, थ्री-टियर एसी क्लास के हर कोच में आरएसी बर्थ की संख्या 4 कर दी गई है, जिनपर 8 यात्री सफर कर सकेंगे। पहले इसमें 2 सीटें आरएसी के लिए थी, जिनपर 4 यात्री सफर करते थे। इसी तरह टू-टियर एसी क्लास के हर कोच में अब 3 बर्थ आरएसी के लिए आरक्षित किए गए हैं, जिनपर 6 यात्री सफर कर सकेंगे। पहले इसमें 2 बर्थ थे, जिनपर 4 यात्री बैठकर सफर करते थे।-- Sponsored Links:-
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नई दिल्लीः रेलवे ने सर्कुलर जारी किया है कि आपके रेल टिकट का स्टेटस यदि आरएसी में आ जाता है, तो भूल जाइए कि आपको कंफर्म बर्थ मिलेगी। क्योंकि, रेल मंत्रालय ने आरएसी टिकट वाले को आधे बर्थ पर सफर करवाने का फैसला किया है। लेकिन इसके लिए आपसे पैसा पूरा वसूला जाएगा।
बढ़ेगी यात्रियों की परेशानी
अपने सर्कुलर में रेलवे ने आरएसी बर्थ की संख्या में बढ़ौतरी कर दी है, जिसे तत्काल प्रभाव से लागू भी कर दिया गया है। रेलवे के इस फैसले से रेलवे के राजस्व में बढ़ौतरी तो हो जाएगी, लेकिन यात्रियों की परेशानी बढ़नी तय है। क्योंकि आरएसी बर्थ पर दिन में तो किसी तरह सफर किया जा सकता है, लेकिन रात के वक़्त आधी सीट पर सिकुड़ कर सोना आसान नहीं है। वैसे तो एक तरफ रेल मंत्रालय यात्री सुविधाएं बढ़ाने का दावा करता है, वहीं दूसरी तरफ लगातार इस तरह के फैसले ले रहा है जिससे रेलवे का सफर सुखद होने की बजाय मुश्किल होता जा रहा है। जाहिर है, रेल यात्रियों के लिए मंत्रालय का ये फैसला बहुत अच्छा तो कतई नहीं है।
रेलवे की कमाई में होगा इजाफा
रेलवे के अफसरों के मुताबिक, साइड की बर्थ पूरी तरह से आरएसी करने से रेलवे को एक साल में तकरीबन 1500 करोड़ रुपए का फायदा हो पाएगा। इससे जहां एक तरफ ज्यादा यात्री सफर कर पाएंगे, वहीं दूसरी तरफ घाटे की मार झेल रही रेलवे का घाटा कुछ हद तक कम हो पाएगा, लेकिन यात्री सुविधा के लिहाज से इस फैसले को बहुत अच्छा नहीं कहा जा सकता है, क्योंकि आप पैसा पूरी बर्थ का देंगे, लेकिन सफर बैठकर करेंगे।
इन कोचों में होगी आरएसी बर्थ
यह बढ़ौतरी स्लीपर, थ्री-टियर और टू-टियर एसी श्रेणी के कोच में की गई है। सर्कुलर के मुताबिक, अब स्लीपर क्लास के हर कोच में अब साइड लोअर की 7 सीटें आरएसी के लिए आरक्षित की गई हैं, यानि इनपर कुल 14 यात्री सफर करेंगे। पहले इसमें 5 सीटें आरएसी के लिए थी, जिनपर 10 यात्री सफर करते थे। वहीं, थ्री-टियर एसी क्लास के हर कोच में आरएसी बर्थ की संख्या 4 कर दी गई है, जिनपर 8 यात्री सफर कर सकेंगे। पहले इसमें 2 सीटें आरएसी के लिए थी, जिनपर 4 यात्री सफर करते थे। इसी तरह टू-टियर एसी क्लास के हर कोच में अब 3 बर्थ आरएसी के लिए आरक्षित किए गए हैं, जिनपर 6 यात्री सफर कर सकेंगे। पहले इसमें 2 बर्थ थे, जिनपर 4 यात्री बैठकर सफर करते थे।-- Sponsored Links:-
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