-
- -Sponsor-
-शादी से पूर्व अथवा शादी के बाद भी कुछ महिलाओं को स्तनों के आकार से परेशानी रहती है। वक्ष-स्थल पूर्ण विकसित न होने से या स्तन छोटे-बड़े होने से हीन-भावना घर कर जाती है। किसी भी महिला के लिए यह उलझनपूर्ण स्थिति हो सकती है।
-
Sponsored Links:-
- -Sponsor-
-शादी से पूर्व अथवा शादी के बाद भी कुछ महिलाओं को स्तनों के आकार से परेशानी रहती है। वक्ष-स्थल पूर्ण विकसित न होने से या स्तन छोटे-बड़े होने से हीन-भावना घर कर जाती है। किसी भी महिला के लिए यह उलझनपूर्ण स्थिति हो सकती है।
आधुनिक चिकित्सकों के अनुसार स्तनों का छोटा या बड़ा होना साधारणतः शारीरिक बनावट के कारण होता है। अधिक परेशानी होने पर प्लास्टिक सर्जरी से भी स्तन ठीक किए जा सकते हैं। होमियोपैथी की सेबेल सेरुलाटा व सारसोपरिला दवा मूल अर्क में व अक्स मास्चेटा दवा 30 शक्ति में कुछ दिन लेने से फायदा मिलता है।
सेबेल सेरुलाटा व सारसोपेरिला मूल अर्क की सीधे ही स्तनों पर मालिश अथवा जैतून के तेल में मिलाकर धीरे-धीरे स्तनों की मालिश कराई जानी चाहिए अथवा स्वयं करनी चाहिए। स्तनों की मालिश तेज़-तेज़ नहीं करनी चाहिए। ऐसा करने से स्तन लटक सकते हैं। पति अथवा प्रेमी से भी हल्के हाथों से ही मालिश करवाएं। हाथ की उंगलियों से गोलाई में मालिश करें। अजंता, एलोरा की गुफाओं में नारियों के वक्ष स्थलों को विशेष रूप से उकेरा गया है। स्त्री के सौंदर्य व आकर्षण के लिए सुडौल वक्ष एक आवश्यकता है जिससे उसके मन में सम्पूर्णता का भी बोध रहता है। वक्ष स्थल के सौंदर्य के लिए निम्न सावधानियां अपनाई जा सकती हैं:
- बहुत अधिक ठंडे या बहुत गरम पानी से वक्षों को कभी नहीं धोना चाहिए।
- ठंड के मौसम में पारदर्शी शीशे के सामने (खिड़की के शीशे के पीछे, जहाँ से धूप आती हो) वक्षों को खोलकर धूप में सेंक लेना चाहिए।
- इस प्रकार की सिकाई के साथ ही अपने हाथ की अंगुलियों से वक्षों की सूखी मालिश करनी चाहिए। वक्षों की मालिश के समय ही जांच भी हो सकती है कि कहीं कोई गांठ वगैरह तो नहीं है। यदि ऐसा प्रतीत हो तो तुरंत लेडी डाक्टर से जाँच कराई जानी चाहिए।
- धूप का सेवन 10-15 मिनट से अधिक न करें।
- धूप सेंकने के 15 मिनट बाद ही स्नान करें। तुरंत स्नान करना पड़े तो हल्के गुनगुने पानी से स्नान करें।
- ज्यादा कसी, ढीली, नायलान युक्त आदि ब्रा न पहनें। सही नं० की ब्रा ही प्रयोग करें।
- रात को सोते समय ब्रा उतार कर सोएं और सुबह उठते ही अवश्य पहन लें।
- विटामिन युक्त भोजन जैसे हरी सब्जियां, फल, दूध, दही आदि का प्रचुर सेवन करें।
- स्तनपान कराने वाली स्त्रियां ब्रा अवश्य पहनें अन्यथा स्तन लटक सकते हैं ।
0 comments:
Post a Comment