-
- -Sponsor-
-जनवरी
-
Sponsored Links:-
- -Sponsor-
-जनवरी
जनवरी साल का पहला महीना है और साल की शुरुआत ही इस महीने से होती है, इसलिए जनवरी में सब कुछ नया व ताज़गी पूर्ण होना चाहिए। अपनी पुरानी आदतों को भुलाकर नई आदतें डालें। स्वास्थ्य व सुन्दरता पाने के लिए एक नई रूप-रेखा तैयार करें । जनवरी में दिन छोटे व ठंडक वाले होते हैं। जल्दी सोकर व सुबह जल्दी उठकर अपने दिनों को लम्बा बनाएं और अब इन अतिरिक्त क्षणों को आप अपने सौन्दर्य की देखभाल के लिए उपयोग में ला सकते हैं। कुछ ऐसे व्यायामों से शुरुआत करें जिन्हें चाहते हुए भी अपनी व्यस्त दिनचर्या में नहीं कर पाते थे।
दिन की शुरुआत शहद व गर्म पानी से बने पेय से करें। चाहें तो उसमें पका हुआ आडू, पपीता या अंडा भी डाल सकते हैं। नियमित रूप से मॉइश्चराइज़र का प्रयोग करें। गुनगुने पानी से नहाएं। पानी में कभीकभी थोड़ा सा दूध भी मिला सकते हैं। भोजन के समय भूख लगने पर कम कैलोरी वाला पेय लें। उसमें थोड़ा सा शहद मिला लें, विटामिन सी की कमी भी पूरी हो जाएगी।
सर्दियों में बाल रुखे हो जाते हैं, तो गुनगुने तेल से सिर की मालिश करें। उसके बाद एक तौलिए को गर्म पानी में भिगोकर सिर के आस-पास लपेट लें और एक घंटे के बाद शैम्पू कर लें। नहाने के बाद बॉडी-लोशन लगाने से त्वचा मुलायम रहती है और सर्दियों में फटती नहीं है।
फरवरी
साल का सबसे छोटा महीना फरवरी का होता है। सुबह-सुबह हड़बड़ाहट में बिस्तर से उठने की जगह बिस्तर में ही कुछ व्यायाम करें । पीठ के बल सीधे लेट कर जिसमें शरीर को थोड़ा सा खींचे। त्वचा को मॉइश्चराइज़र करते वक्त अपनी कोहनियों को न भूलें। एक हाथ में क्रीम लें और उसे एक कप का आकार दें। फिर दूसरे हाथ की कोहनी उसमें रखकर रगड़ें | सिर की भी नियमित रूप से मालिश करें।
भोजन में सूप व कैरेट स्टिक कम कैलोरी वाला भोजन लें। अपनी कंघी, ब्रश, पिन और क्लिप आदि को भी साफ़ रखें। शैम्पू करते वक्त उन्हें साबुन वाले गर्म पानी में भिगोकर रखें। नहाने वाले पानी में तेल की कुछ बूंदें भी डाल सकते हैं।
अगर आप आई-लाइनर ज्यादा लगाती हैं तो ऐसा करना बन्द कर दें। ज्यादा मेकअप करने से आपकी त्वचा पर झुर्रियां भी पड़ सकती हैं। पलकों के नीचे एक बारीक सी लाइन खींच दें। भूरे व बादामी रंग की आई-शैडो चेहरे को कोमलता प्रदान करती है। आई शैडो आंखों के कोने से शुरू होकर मध्य तक आनी चाहिए। लिपस्टिक का रंग आपकी नेल-पॉलिश के साथ मिलना चाहिए।
खाने में कार्बोहाइड्रेट की कमी न होने दें। कार्बोहाइड्रेट शरीर को प्रोटीन व त्वचा की ऊर्जा प्रदान करता है। सर्दियों में पैर फट जाते हैं। उन्हें भी हर बार पीछे की ओर धकेलें । पंजों के पीछे ढलाव की ओर गोलाई में और आटा गूंथने की तरह से अंगुलियों की मालिश करें।
मालिश करते समय आपको जितना आरामदायक और अच्छा महसूस होगा मालिश उतनी ही अच्छी मानी जाएगी।
मार्च
यह समय है वसन्त के आगमन की तैयारी करने का। इन दिनों में ताजे फल एवं सब्जीयां, सूप और सलाद खूब खाएं। इस मौसम में तो प्रकृति भी तरह-तरह के फूलों से हर क्यारी को सजा देती है। ऐसे में आप महीने में एक बार उपवास रखकर अपने शरीर को आराम दें। सिर्फ फलों के रस का ही सेवन करें। इसके बाद आप स्वयं को तरोताज़ा व ज्यादा खुश महसूस करेंगे।
अगर आप अपनी पलकें करल कर लें तो आपके सौन्दर्य में और निखार आ जाएगा। इसमें ज्यादा समय भी नहीं लगता है। और जब कोई देख न रहा हो तो एक लम्बी उबासी ले सकते हैं, जिससे मांसपेशियों को भी आराम मिलेगा व ऑक्सीजन भी मिलेगा। आप सैर पर भी जाकर मौसम का आनन्द ले सकते हैं।
कुर्सी पर बैठे दोनों हाथ घुटनों पर रखें और कमर व गर्दन सीधी रखें। सिर को पीछे की ओर झुकाएं व धीरे से आगे आने दें। कोहनियों को झुकाएं और शरीर को भी आगे झुकाएं जब तक कि सिर आपकी गोद में न आ जाए। धीरे-धीरे सीधे हो जाएं। पेट को कसकर रखें व कंधों को ढीला छोड़ दें। नमक की मात्रा कम कर दें। इस महीने में त्वचा थोड़ी सूजी भी लग सकती है। मेकअप से फर्क पड़ेगा। कारनेशन पिंक व लाल लिपस्टिक उपयुक्त रहेगी। दही व छाछ को भोजन में शामिल करें।
अप्रेल
अब लम्बे व गर्म दिनों की शुरुआत होगी। गर्मियों के लिए तैयार रहें | अपने कपड़ों पर दोबारा नज़र डालें, उन्हें पुनः व्यवस्थित करें। फीके व खड़िया रंग के कपड़े पहनें। गर्मियों के लिए कुछ हल्की इत्र खरीदें | जो सब्जियां आप न खाते हों अब वे भी खाएं । नाश्ते में पपीता खाएं। खीरा व नींबू-पानी का भी आनन्द उठाएं। ग्रेप फूट में कैल्शियम होता है। हफ्ते में एक शाम अपनी त्वचा के लिए रखें। गर्मियों का मतलब है तैराकी, स्वीमिंग कॉस्ट्यूम, बिन बाजू की पोशाकें, खुले गले व छोटे कपड़े। हाथों व पैरों की वैक्सिंग करें। कोहनी व एड़ियों को रगड़ कर साफ़ करें। नन्हे-मुन्नों के लिए पाउडर का उपयोग करें।
मई
मई महीना लाता है लम्बी गर्मी वाले दिनों की शुरुआत। सही व संतुलित भोजन लेकर ही आप अपनी ऊर्जा बचाए रख सकते हैं। जहां तक हो सके शाम को ही बाहर के काम करें। ध्यान रहे कि दिन में आपको आराम की आवश्यकता होती है। इसीलिए दोपहर के भोजन के बाद कुछ देर आराम अवश्य करें। उसके बाद आप स्वयं को काफी तरोताज़ा महसूस करेंगे। आप हल्के व नीबू के सुगंध वाला परफ्यूम भी लगा सकते हैं। गर्मी के मौसम में तेल ग्रंथियां सक्रिय हो जाती हैं। अगर आप का चेहरा तैलीय हो जाए तो बार-बार ठंडे पानी से धोएं, साबुन का इस्तेमाल दिन में केवल दो बार ही करें। गीले बालों को प्राकृतिक तौर पर ही सूखने दें। जब आप हेयरड्रायर का उपयोग करें तो केवल एक ही क्षेत्र में ज्यादा देर तक न करें। उसे बालों से 6 इंच दूर रखें।
लिपस्टिक पर चमकीला लिप ग्लॉस लगाने से रंग में चमक आ जाती है। रोज़ एक सेब खाएं (छिलके समेत)। भोजन को धीरे-धीरे खाएं, इससे आप कम खाएंगे। हमारे दिमाग को खाना खाने के 30 मिनट बाद तक संकेत मिलते रहते हैं कि अब खाना बंद कर दें। बालों का सबसे अच्छा व सबसे पुराना उपचार है-मेंहदी। बालों की कंडीशनिंग के अलावा यह उन्हें सुन्दर रंगत के साथ-साथ चमक भी देती है।
जून
गर्मी व उमस से भरा जून का महीना हम सबकी ऊर्जा शक्ति को ध्वस्त कर देता है। कोशिश करें कि ऐसा न हो। कुछ नई योजनाओं को हाथ में लेकर उन पर काम शुरू करें। कोई नया खेल या नया वाद्य-यंत्र बजाना सीखें। इससे आपका आत्मविश्वास बढ़ेगा। बरसात का मौसम होने के कारण आपकी शामें खाली रहेंगीं | ऐसे में अपने सौंदर्य पर भी कुछ समय लगाएं | बालों को धूप व पसीने से बचाएं |
ताज़ा तरबूज खाने से शरीर में ठंडक बनी रहती है। बालों को नियमित रूप से शैम्पू व कंडीशन करते रहिए। बाल ठंडे पानी से ही धोएं। जिससे रूसी वापिस नहीं आएगी। सारी गर्मियों में धूप के चश्मे का प्रयोग करें। आंखों के मेकअप को भी नज़रअंदाज़ न करें। ब्रो-बोन पर फ्रॉस्टेड रंग व पलकों पर चमकीले रंग के उपयोग से आपकी आंखें चश्में में छुप कर नहीं रह जाएंगी।
अगर आपकी त्वचा तैलीय है तो पाउडर का उपयोग भी कर सकते हैं। पर आंखों के आस-पास नहीं। पसीने के कारण जून में शरीर में पानी की कमी भी हो सकती है। इसलिए फलों के रस का सेवन करें। ताज़गी व ठंडक बनी रहेगी।
जुलाई
आधा साल बीत भी गया है। अब समय है एक बार फिर अपने पर नज़र डालने का। अपने शरीर, आंखों, त्वचा व बालों का एक बार फिर मुआयना करें। नियमित रूप से व्यायाम, आराम व संतुलित भोजन आप को आप के मकसद में सहायता देगा। अगर अप के बाल घुंघराले हैं तो इस मौसम में वे अनियंत्रित हो सकते हैं। आप गीले बालों को थोड़ा-थोड़ा पेन्सिल के आसपास लपेटें । पेन्सिल बाहर निकाल कर उसे बाकी के बालों में भी लपेटें। बाल सूखने के बाद आप यह देखेंगे कि आपके बाल आराम से नियंत्रण में आ जाते हैं। अपने स्किन-टॉनिक को फ्रिज़ में रखें, इससे उसकी ताज़गी बनी रहेगी। जब सलाद बनाएं तो उसमें बिना छिला हुआ हरा सेब या कुतरे हुए बादाम या ताज़ा पुदीना डालकर आकर्षक बना सकते हैं।
ठंडे खीरे के टुकड़े आंखों पर रखिए। प्राकृतिक तेल बालों के लिए एक सुरक्षा छतरी का काम करते हैं। इसलिए बाहर से आने के बाद ही शैम्पू करें न कि धूप में जाने से पहले।
अगस्त
इस महीने में गर्मी तो कम हो जाती है परन्तु उमस का मौसम रहता है। पसीना आने की वजह से नाइट्रोजन की कमी हो जाती है और शरीर का संतुलन बनाए रखने के लिए अतिरिक्त प्रोटीन की आवश्यकता होती है। पूरा उबला हुआ – अंडा, कोल्ड मीट, मछली व पनीर इस कमी को पूरा करते हैं।
पलकों पर हल्का सा सुनहरा रंग भी लगा सकते हैं। ठंडे पानी से स्नान न करें। गुनगुने पानी से नहाने से ज्यादा देर तक ठंडक बनी रहती है। कोलोन लगाएं। अगर सम्भव हो तो बाद में कुछ देर लेट जाएं। मैनीक्योर व पैडीक्योर करें और हल्के रंग की नेल-पॉलिश लगाएं। याद रहे कि बालों के निचले भाग को कंडीशनर की ज्यादा ज़रूरत पड़ती है बजाये सिर के।
सितम्बर
आलस भरे गर्मी के दिनों के बीत जाने के बाद अब समय आया है तेज़ी का। इस समय आपके बालों को मालिश व कंडीशनिंग की बेहद ज़रूरत होती है। (हर हफ्ते मालिश व कंडीशनिंग करें) । गर्मी के कारण पैरों को जो क्षति पहुंची है उसकी भरपाई पैडीक्योर से करें। मस्कारा लगाने से पूर्व ध्यान रखें कि पलकें सूखी हों (गीली न हों) । भूरे या बादामी रंग का उपयोग करने से चेहरे पर कोमलता आती है। फेशियल करने से भी फ़ायदा होता है। पहले चेहरे की अच्छी तरह से साफ कर लें, मॉइश्चराइज़र मास्क बनाकर लगाएं। थोड़ी देर आराम से बैठ जाएं व उसे सूखने दें। चाहें तो पैर ऊपर करके बैठ जाएं। बाद में ठंडे पानी से धो लें। बालों को कंडीशन करें। कोई नया हेयर स्टाइल भी करके देख सकती हैं।
अक्टूबर
अक्टूबर में मौसम ठंडा हो जाता है और रातें लम्बी। आपका अधिकांश समय घर में ही बीतता हैं। सूती वस्त्र संभाल कर रख दें व ऊनी कपड़े निकाले लें। गहरे व फ्रूटी रंगों की लिपस्टिक लगाएं। बालों को सुखाकर अच्छी तरह से ब्रश करें। सिर आगे की तरफ झुकाकर गर्दन के पीछे से बालों को आगे तक ब्रश करें। पेन्सिल के स्थान पर भवों पर स्मोकी पाउडर वाली आई शैडो लगाएं। गीले बालों को ब्रश न करें। गीले बालों को तौलिए से सुखाकर मोटी कंघी से बाल सुलझा लें। गर्म सूप का तो मज़ा ही निराला होता है। अगर आप दिन में आंखों पर ज्यादा मेकअप न करना चाहें तो ग्रे (ग्रे) रंग के आई लाइनर से आंखों के पास रेखा खींच लें।
सर्दियों का मौसम पार्टी का मौसम भी होता है। जब भी आराम करने का मौका मिले तो कुछ आराम अवश्य कर लें। यह मौसम सेब का भी मौसम होता है, जो आपके व आपके दांतों के लिए बहुत अच्छे होते हैं। पार्टी में अधिकतर लोग धूम्रपान करते हैं, जिससे बालों को क्षति पहुँचती है | गालों पर हल्का रंग का फाउंडेशन लगाएं।
अगर आप बाल बढ़ा रही हैं तो 6-8 हफ्तों पर उनकी ट्रिमिंग ज़रूर कराएं। इन दिनों में आप तेज़ इत्र का भी प्रयोग कर सकती हैं। त्वचा को शुष्क न होने दें, क्रीम लगाते रहिए। नहाने के पानी में 3 बूंदें बादाम का तेल मिला लें। पैरों की भी मालिश करें। धीरे से क्यूटिकल्स को पीछे धकेलें।
दिसम्बर
साल का अंत हंसी-खुशी के माहौल से होता है। पर इसमें अपने सौन्दर्य के प्रति लापरवाह न हो जाएं। बाहर जाएं, मौज़-मस्ती मनाएँ। पर आवश्यक आराम भी करें। पैरों को थोड़ी ऊंचाई पर रखकर, आंखें बंद करके बस शान्ति से बैठ जाएं। सर्दियों में ज्यादा समय धूप में बीतता है। फाउंडेशन की महीन परत भी सुरक्षा प्रदान करती है। जिंस दिन पार्टी में जाएं तो जी भर के खाएं और अगले दिन हल्का भोजन करें। फलों पर ज्यादा ध्यान दें।
मॉइश्चराइज़र लगाते समय कोहनियों को न भूलें। बाल अगर रूखे हो गए हों तो गर्म तेल से और कंडीशनर लगाएं। व्यायाम करें, रस्सी कूदें |नाश्ते के बाद कभी भूख लगने पर टमाटर का गर्म सूप या नींबू-पानी भी ले सकते हैं । इस साल के शुरू में जो प्रण आपने लिया था, जो नियम बनाए थे उन पर अमल करते रहें । सदा अपना सौन्दर्य कायम रखें। नव वर्ष की सौन्दर्यं कामनाएं।
0 comments:
Post a Comment