जम्मू: जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला आज अपने पिता फारूक अब्दुल्ला के बचाव में सामने आए जिन्होंने कल यह कहकर विवाद पैदा कर दिया था कि देश की पूरी सेना भी लोगों की आतंकवादियों से नहीं रक्षा कर सकती.
as per ABP :
उमर ने डोडा जिले में एक पार्टी कार्यक्रम के मौके पर संवाददाताओं से कहा, ‘‘मेरे पिता ने सही बात कही है. कोई भी एक सीमा तक ही हथियारों का इस्तेमाल कर सकता है, उसके बाद राजनीतिक वार्ता को ही प्रक्रिया को आगे ले जाना होगा. ’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम इस बात से सहमत हैं कि कश्मीर में सुरक्षाबलों का गहरा योगदान है लेकिन यदि इस समस्या का हल करना है तो आपको बल के स्थान पर राजनीतिक वार्ता करनी हो होगी.’’ उमर ने कहा कि उनकी पार्टी वार्ता के पक्ष में है लेकिन वर्तमान स्थिति इस प्रक्रिया के अनुकूल नहीं है.
उन्होंने कहा, ‘‘यदि मैच खेलने पर वार्ता होती है तो वह भी तीसरे देश में हो रही है. ऐसी स्थिति में, वार्ता का माहौल सही नहीं जान पड़ता.’’
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘हम चाहते हैं कि दोनों देशों के प्रमुख नयी दिल्ली या इस्लामाबाद में एक दूसरे से मिलें और तनाव दूर करें एवं वार्ता का माहौल तैयार करें.’’
फारूक ने कल एक कार्यक्रम में कहा था, ‘‘यदि पूरी सेना भी हमारी रक्षा में आ जाए तो भी वे हमें आतंकवादियों से नहीं बचा सकती, ऐसे में सेना कबतक हमे बचाएगी। एकमात्र जो रास्ता बचा है, वह बातचीत करने और हल ढूंढने का है. ’’
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