as per ABP :
नई दिल्ली : फेसबुक पर अपने अच्छे समय की तस्वीरों को पोस्ट करने का राज जानकर आप दंग रह जाएंगे, दसअसल ऐसा करने का कारण लोगों के अंदर ईष्या की भावना का छिपा होना होता है. एक नए शोध में यह बात सामने आई है. कनाडा की ब्रिटिश कोलंबिया यूनिवर्सिटी के प्रमुख शोधकर्ता ईजाक-बेनबेसट के अनुसार, "ईष्या और व्यक्ति-निष्ठा के दुष्चक्र में पड़कर अधिकांश फेसबुक उपयोगकर्ता दूसरों से खुद की तुलना करने लगते हैं और उसके बाद अपने आप को सर्वश्रेष्ठ दिखाती हुई पोस्ट्स को फेसबुक पोस्ट करते हैं."
बेनबेसट के अनुसार, "सोशल मीडिया के अधिकाधिक उपयोग को अवसाद, चिंता और आत्ममुग्धता से जोड़ा गया है. लेकिन इसके कारणों को अच्छी तरह से समझाया नहीं गया है. इस शोध में हमने पाया है कि इसकी प्रमुख वजह 'ईष्या की भावना' है."
उन्होंने बताया कि फेसबुक पर इस तरह से जिंदगी का अवास्तविक चित्रण लोगों को प्रेरित करने के लिए नहीं, बल्कि दिखावे और ईष्या के उद्देश्य से किया जाता है. सोशल नेटवर्क की कार्य क्षमता ईष्या उत्प्रेरण व्यवहार का प्रोत्साहन करती है, जिसमें बदलाव की उम्मीद काफी कम है.
उन्होंने बताया "लोगों में अपनी जिंदगी से जुड़ी घटनाओं और तस्वीरों को फेसबुक पर प्रकाशित करना एक लत बन चुकी है और इससे दूर जाना काफी मुश्किल है. लेकिन यह जानना भी बेहद महत्वपूर्ण है कि इससे उनकी जिंदगी पर क्या प्रभाव पड़ रहा है."
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