नई दिल्ली: देश में बिगड़ रहे माहौल के मुद्दे पर अब सलमान खान ने अपनी चुप्पी तोड़ी है. सलमान खान ने अपनी आने वाली फिल्म 'प्रेम रतन धन' की प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'मेरी मां का नाम सुशीला है और पिता का नाम सलीम. सब हिंदुस्तानी है क्या फर्क पड़ता है.'
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सलमान ने आगे कहा, 'शाहरुख कुछ बोल जाते हैं और मुझे आगे जाना पड़ता है.' वहीं 'प्रेम रतन धन' पायो में सलमान की अभिनेत्री सोनम कपूर ने इस मुद्दे पर अपनी राय रखते हुए कहा, अगर कोई समाज में धर्म, जाति, या समुदाय के नाम पर लोगों को गुमराह कर रहा है तो यह निंदनीय है.
आपको बता दें कि देश में बिगड़ रहे माहौल के मुद्दे पर सलमान खान के पिता और मशहूर पटकथा लेखक सलीम खान ने पीएम नरेंद्र मोदी का बचाव किया है. एक लीडिंग न्यज़पेपर को दिये इंटरव्यू में सलीम ने कहा कि प्रधानमंत्री कम्यूनल नहीं हैं. उन्होनें आगे कहा कि मुस्लिमों के रहने के लिए भारत दुनिया में सबसे बेहतरीन देश है. भारत से अच्छा देश मुस्लिमों के लिए और कोई हो ही नहीं सकता.
सलीम ने इंटरव्यू के दौरान भारतीय मुसलमानों से सवाल भी पूछा. उनका सवाल था कि क्या भारत में रहने वाले मुसलमान पाकिस्तान, इराक, ईरान या अफगनिस्तान में जाकर रहना पसंद करेंगे.
लेखकों और सिनेजगत से लौटाये जा रहे अवॉर्ड पर बात करते हुए उन्होनें कहा कि सरकार को इन्टॉलरेंस के इश्यू पर काम करना चाहिए. उन्होनें आगे कहा कि इस बात को मान लेना चाहिए कि कहीं न कहीं कुछ तो प्रॉब्लम है ही और इसे आपसी बातचीत से हल करना चाहिए.
FTTI मुद्दे पर बात करते हुए सलीम ने बेबाकी से अपनी बात रखी. उनका कहना था कि अगर गजेंद्र चौहान के पास आत्म सम्मान है तो उन्हें खुद ही इस्तीफा दे देना चाहिए. क्योंकि जिन लोगों के साथ उन्हें काम करना है वे ही उन्हें पसंद नहीं करते.
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