as per ABP :
नई दिल्लीः इंडियन प्रीमियर लीग के तर्ज पर शुरु होने जा रही पाकिस्तान सुपरलीग के शुरु होने से पहले ही विरोध के सुर तेज हो गए हैं. पाकिस्तान क्रिकेट टीम के दिग्गज खिलाड़ी मिस्बाह उल हक और यूनिस खान इस बात से नाराज हैं कि पाकिस्तान के खिलाड़ियों को नजरअंदाज करके विदेशी खिलाड़ियों को तरजीह दी जा रही है. खबरों की मानें तो दोनों ही खिलाड़ियों ने शर्त रखी है कि अगर उन्हें लीग में कप्तानी नहीं दी गई तो वे इस टूर्नामेंट से बाहर हो जाएंगे.
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने बुधवार को आइकॉन खिलाड़ियों की लिस्ट जारी की जिसमें मिस्बाह और यूनिस को आइकन खिलाड़ी नहीं बनाया गया. बोर्ड के हिसाब से क्रिस गेल, केविन पीटरसन, शाहिद अफरीदी, शोएब मलिक और शेन वॉटसन ही वो पांच खिलाड़ी हैं, जिन्हें आइकन खिलाड़ी बनाया जा सकता है.
ये बात पाकिस्तानी खिलाड़ियों के गले नहीं उतर रही है. उनका कहना है कि केविन पीटरसन और शेन वॉटसन क्रिकेट को अलविदा कह चुके हैं, लेकिन अभी भी पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड उन्हें तरजीह दे रहा है. जबकि टीम को टी-20 विश्व कप दिलाने वाले कप्तान यूनिस को इस लिस्ट से बाहर रखा गया है.
बोर्ड की तरफ से कहा गया है कि दोनों खिलाड़ियों ने वनडे और टी-20 से संन्यास ले लिया है. इसलिए उन्हें इस लिस्ट से बाहर किया रखा गया है. दोनों खिलाड़ियों ने देश के लिए शानदार क्रिकेट खेला है और बोर्ड इसकी इज्जत करता है.
टूर्नामेंट में सिर्फ खिलाड़ी ही नहीं कोच को लेकर भी विरोध हो रहा है. खिलाड़ी इस बात से नाराज हैं कि डीन जोन्स को एक टीम का कोच बनाया गया है. सिकंदर बख्त ने कहा कि डीन जोन्स पर मैच फिक्सिंग के आरोप लग चुके हैं, ऐसे में उन्हें लाना लीग पर अपने आप सवाल खड़े करता है.
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