as per ABP :
नई दिल्ली/पटना : भले ही सरकारें महिला उत्थान को लेकर कई दावें कर रही हो. महिलाओं के अधिकारों के लिए कई संगठन बन गए हों. लेकिन, 21वीं सदी में भी ऐसे उदाहरण देखने को मिल जाते हैं जो पूरे देश को शर्मसार कर देते हैं. बिहार के गोपालगंज में फिर ऐसा ही उदाहरण देखने के मिला है. यहां एक सरकारी स्कूल में महिला को खाना बनाने से सिर्फ इसलिए रोक दिया गया क्योंकि वह ‘विधवा’ थी.
यही नहीं कल्याणपुर गांव में जब लोगों को पता चला तो करीब 150 लोगों ने स्कूल को ही घेर लिया. इसके बाद बच्चों और अध्यापकों को निकालकर वहां ताला लगा दिया गया. ‘विधवा’ महिला ने मिड-डे मील बनाया था और उसे किसी को खाने नहीं दिया गया. इससे भी मन नहीं भरा तो लोगों ने स्थानीय प्रशासन के खिलाफ नारे लगाने शुरू कर दिए.
अंग्रेजी अखबार टेलीग्राफ के अनुसार ‘विधवा’ महिला सुनीता को छह खाना बनाने वालों की टीम में रखा गया था. यह टीम स्कूल के 734 बच्चों के लिए खाना बनाती थी. इस गांव में राजपूत जाति के लोग रहते हैं और उन्होंने धमकी दी है कि यदि दोबारा सुनीता को यहां देखा गया तो उसे गंभीर परिणाम भुगतने होंगे.
अब, दो छोटे बच्चों की जिम्मेदारी निभाना उसके लिए मुश्किल का काम होता जा रहा है. उसने इसे लेकर गोपालगंज के डीएम राहुल कुमार से मुलाकात की है. डीएम ने प्रशासन की ओर से मदद का भरोसा दिया है. लेकिन, सुनीता काफी परेशानी में हैं. रोजगार के अलावा भी उनका पति नहीं होने पर उन्हें कई अलग तरह से परेशान किया जाता है.
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