वे लोग कौन हैं जो कमलेश तिवारी के नाम पर हंगामे को हवा दे रहे हैं?..............online updates by police prahari news

वे लोग कौन हैं जो कमलेश तिवारी के नाम पर हंगामे को हवा दे रहे हैं?
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नई दिल्ली: हिन्दू महासभा के नेता कमलेश तिवारी के बयान को लेकर देश भर में हंगामा मचा है. लखनऊ से लेकर भोपाल तक मुसलमान विरोध प्रदर्शन कर रहे है. उत्तर प्रदेश के सीनियर मंत्री आजम खान ने कुछ दिन पहले कहा था कि आरएसएस में लोग इसलिए शादी नहीं करते हैं क्योंकि वो समलैंगिक होते हैं.
1412 spl report1इसके विरोध में कमलेश तिवारी ने मोहम्मद साहेब के खिलाफ बयान दे दिया. कमलेश इस समय जेल में है. आपको बताते हैं कि ये कमलेश तिवारी हैं कौन जिनके बयान को लेकर हंगामा मचा है.
कमलेश तिवारी अभी लखनऊ जेल में बंद है. लेकिन देश के कई शहरों में उनके खिलाफ मुसलमान विरोध प्रदर्शन कर रहे है. लखनऊ से लेकर भोपाल तक बवाल ही बवाल है. आखिर ऐसा क्या हो गया. दो दिसंबर को कमलेश तिवारी ने सोशल मीडिया पर मोहम्मद साहेब के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी कर दी थी . देखते ही देखते ये वायरल भी हो गया और सड़क पर इसके खिलाफ हंगामा भी शुरू हो गया. अब तक यूपी के दो दर्जन ज़िलों में कमलेश को फांसी देने की मांग के समर्थन में प्रदर्शन हो चुके हैं. आखिर ये कमलेश कौन है. जो खुद को हिन्दू महासभा का राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बताता है. 45 साल के कमलेश का असली नाम लक्ष्मी कान्त है.

कमलेश तिवारी पहली बार 1997 में जेल गया. उसने सीतापुर में मुस्लिम भारत छोडो आंदोलन शुरू किया था. जेल से छूटते ही उसने शादी कर ली. और फिर कमलेश हिन्दू महासभा में शामिल हो गया. और यूपी का महासचिव बन गया. अब उसने लखनऊ आना जाना शुरू कर दिया. 2012 में उसने लखनऊ से विधान सभा का चुनाव भी लड़ा. सत्रह सौ वोट मिले.
हिन्दू महासभा के दफ्तर में ही कमलेश तिवारी का परिवार भी रहता है. वैसे तो वो सीतापुर का रहने वाला है. उसके तीन बेटे है और पत्नी किरण भी हिन्दू महासभा के लिए काम करती है. वो महिला सभा की प्रदेश अध्यक्ष है. किरण कहती है यूपी सरकार तो सिर्फ मुसलामानों के लिए ही सोचती है, लेकिन मोदी सरकार से उन्हें उम्मीद है इन्साफ की.
पिछले दो सालों में कमलेश तिवारी कई बार विवादों में रहा और जेल भी जाना पड़ा. इसी साल नाथूराम गोडसे का मंदिर बनाने का एलान कर उसने खूब हंगामा मचाया. वो लखनऊ और सीतापुर में ऐसा मंदिर बनवाना चाहता था.
इसी साल अगस्त के महीने में कमलेश ने काशी चलो का नारा दिया था . वो अपने समर्थकों के संग श्रृंगार गौरी मंदिर में जलाभिषेक करने की तैयारी में था. लेकिन पुलिस ने कमलेश को उसके घर से ही उठा लिया था. उसके साथी कहते है हज़रात साहेब पर बयान देने से पहले उसने सलाह मशवरा भी किया था.
1412 spl report2वकालत की पढ़ाई बीच में ही छोड़ देने वाला कमलेश आठ बार जेल जा चुका है. ताजा मामले में वो दो दिसंबर से ही जेल में बंद है और करीब साल भर उसे सलाखों के पीछे ही रहना पड़े. यूपी सरकार ने कमलेश पर रासुका यानी एनएसए लगा दिया है . अब ग्यारह महीने उसे जमानत नहीं मिल सकती है. अब तक कमलेश आठ बार जेल जा चुका है. हजरत साहेब के खिलाफ बयान देने के मामले में कमलेश दो दिसंबर से ही जेल में है. उसके परिवार को से मारने की धमकियां मिल रही है. इसीलिए अब हिन्दू महासभा ऑफिस के बाहर पुलिस का पहरा है. आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के अध्यक्ष मौलाना राबे हसन नदवी ने यूपी के सीएम को चिट्ठी लिखी. उनकी मांग है कि कमलेश के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो.
सवाल तो ये भी है कि जब कमलेश तिवारी को जेल भेज दिया गया है. तो फिर वो कौन लोग है मुसलामानों के विरोध और हंगामे को हवा दे रहे हैं. कुछ जगहों पर उग्र भीड़ ने दुसरे समुदाय के घरों और दुकानों में आग भी लगा दी.
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