मुंबई: रूस के वैज्ञानिकों ने प्रयोगशाला में साइबेरियाई आईस डायमंड नाम से एक नया हीरा तैयार किया है. एक विशेषज्ञ का कहना है कि यह हीरा नरमी के दौर से गुजर रहे घरेलू हीरा उद्योग के लिए ‘पासा पलटने वाला’ साबित होगा.
as per ABP:
नाइन ज्वेल्स के प्रबंध निदेशक आदिश शाह ने बताया, ‘‘ नया साइबेरियन आईस डायमंड इस उद्योग में इंजीनियरिंग का एक शानदार नमूना है जो पासा पलटने जा रहा है. साइबेरियन आईस डायमंड की कीमत, वास्तविक एक हीरे के महज एक से दो प्रतिशत है और यही वजह है कि यह आम आदमी की जेब ढीली नहीं करेगा.’’
हांगकांग में हीरा उद्योग से जुड़े पेशेवरों की बैठक में शामिल होकर स्वदेश लौटे शाह ने कहा, ‘‘ साइबेरियन आईस डायमंड वास्तविक हीरे जैसा चमकदार और दोषरहित है और नंगी आंखों से इनके बीच पहचान करना लगभग असंभव है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘ यह सर्वोत्तम है और हीरे के प्रतिद्वंद्वियों जैसे क्यूबिक जिरैनिक, अमेरिकन डायमंड, मोसेनाइट, सीवीडी और स्वारोव्स्की का एक बेहतरीन विकल्प है.’’
उन्होंने यह भी कहा कि वह इस आविष्कार को भारत में पेश करने के लिए रूस की कंपनियों के संपर्क में हैं. इससे न केवल बाजार में नरमी दूर करने में मदद मिलेगी, बल्कि रोजगार के अवसरों का भी सृजन होगा.
शाह ने कहा, ‘‘ हम एक ऐसी प्रयोगशाला स्थापित करने की संभावना तलाश रहे हैं जो हमारे देश में इस तरह के हीरों को वैज्ञानिक ढंग से तैयार कर सके. निश्चित तौर पर यह आने वाले महीनों में हीरा उद्योग में एक क्रांति होगी और सभी भागीदारों के लिए फायदेमंद स्थिति होगी.’’
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