as per एबीपी :
New Delhi: पंजाब के पठानकोट शहर के पास स्थित वायुसेना के एक अड्डे पर आतंकवादियों ने कल शनिवार तड़के हमला कर दिया था, जिसके बाद सुरक्षा बलों के साथ उनकी करीब 15 घंटे तक मुठभेड़ चली. इस दौरान सुरक्षा बलों ने चार आतंकवादियों को मार गिराया. हालांकि रविवार सुबह भी आतंकवादियों के छिपे होने की जानकारी मिली थी और कई बार आतंकियों की तरफ से गोलीबारी भी की गयी. जिसके बाद देर तक आतंकियों की तलाशी का अभियान भी चलाया गया.
लेकिन इन सबसे अलग आज हम आपको आर्मी के ऐसे बहादुर जवान की वीरता के बारे में बताने जा रहे हैं जिसने अपनी जान की परवाह न करते हुए निहत्थे ही आतंकियों से लोहा लिया और अकेले ही आतंकियों को मार गिराया.
हम बात कर रहे हैं शहीद हवलदार जगदीश सिंह की जिन्होंने अकेले ही आतंकियों का न सिर्फ पीछा किया बल्कि निहत्थे ही उन्हें मार गिराया.
आपको बताते हैं हवलदार जगदीश सिंह की आतंकी के साथ मुठभेड़ का पूरा घटनाक्रम –
पठानकोट स्टेशन के एओसी जेएस धमून ने आज प्रेस कांफ्रेंस करके जानकरी दी कि एयरफोर्स स्टेशन के अंदर पहुंचने के बाद आतंकी दो टुकड़ियों में बंट गए थे. जिनमें से चार आतंकवादियों की एक टुकड़ी एयरफोर्स के मेस की तरफ बढ़ी. चूंकि सुबह का समय था इसलिए मेस में नाश्ता बन रहा था. आतंकियों ने जहां भी लाइट जलते हुए देखा उधर फायरिंग करनी शुरू कर दी. जिसके बाद हवलदार जगदीश सिंह घबराये नहीं उन्होंने खुद को बचाने की बजाय अपने साथियों और अपने देश को बचाना ज्यादा जरुरी समझा.
गोलियों की आवाज सुनकर जगदीश सिंह ने निहत्थे ही आतंकियों का पीछा करना शुरू कर दिया. उन्होंने एक आतंकी को दबोच लिया और निहत्थे ही उससे भिड़ गए. उस आतंकी की बन्दूक छीनकर उन्होंने उसे मौत के घाट उतार दिया. लेकिन देश और अपने साथियों की जान बचाते बचाते देश का ये वीर सपूत शहीद हो गया.
पठानकोट हमले में अब तक कुल 7 जवानों के शहीद होने की खबर आई है. शहीद होने वालों में लेफ्टिनेंट कर्नल निरंजन ई कुमार, कैप्टन फतेह सिंह, कांस्टेबल गुलवंत सिंह, कांस्टेबल जगदीश सिंह, कांस्टेबल संजीव कुमार, कांस्टेबल गुरसेवर कारपोर, और कमांडो करतार सिंह शामिल हैं.
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