as per ABP :
नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट से नाबालिग बलात्कारी की रिहाई पर रोक नहीं लगने के फैसले के बाद निर्भया की मां अपने आंसू नहीं रोक पा रही है. वहीं पिता कह रहे हैं कि वो देशभर में आंदोलन करेंगे. दिल्ली महिला आयोग की अर्जी पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि उसे जेल में रखने के लिए फिलहाल कोई कानून नहीं है. आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने कहा है कि इसके लिए राज्यसभा ने पूरे देश को धोखा दिया क्योंकि आज भी कानून पेंडिंग पड़ा है.
याचिका खारिज करने के बाद निर्भया की मां आशा देवी ने कहा कि सरकार और सांसदों को जगाने के लिए ‘‘हम पूरे देश में इंसाफ के लिए अपनी लड़ाई जारी रखेंगे.’’ किशोर की कल रिहाई के बावजूद, आशा देवी ने कहा कि वह और उनके पति बद्री सिंह वर्तमान में तिहाड़ जेल में बंद बाकी चार दुष्कर्मियों को फांसी सुनिश्चित कराने के लिए अपनी लड़ाई जारी रखेंगे .
उन्होंने कहा, ‘‘किशोर को रिहा नहीं करने के लिए लगातार हमारी गुहार और मांगों के बावजूद उसे रिहा किया गया . हम उदास हैं , टूट गए हैं. लेकिन चार अन्य दुष्कर्मियों को फांसी सुनिश्चित कराने के लिए हम नहीं रूकेंगे और लड़ाई जारी रखेंगे.’’
देवी ने कहा, ‘‘हम हर दरवाजे पर निराश हुए, हमारा दिल टूट गया लेकिन हम खत्म नहीं हुए हैं . ’’
देवी ने कहा कि उन्हें और सिंह दोनों को लगता था कि गुहार ठुकरा दी जाएगी और उनकी पीड़ा को कुछ लोग सुखिर्यों में आने के लिए इस्तेमाल करने की कोशिश करेंगे . उन्होंने कहा , ‘‘उच्चतम न्यायालय का फैसला वही हुआ जैसा कि हमें उम्मीद थी. सरकार को कानून बदलना पड़े इसके लिए और कितने बलात्कार होंगे और कितनी हत्याएं होंगी . ’’ उन्होंने कहा, ‘‘16 दिसंबर 2012 के बाद से भारत में कुछ भी नहीं बदला है . हमारे नेताओं और मंत्रियों की ओर से किए गए सभी वादे और बयान छलावा साबित हुए . हमारी पीड़ा से उन्हें सुखिर्यों में आने का मौका मिला. ’’
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