as per ABP :
नई दिल्ली: संसदीय कार्यमंत्री एम. वेंकैया नायडू ने बुधवार को कहा कि शीतकालीन सत्र में जहां लोकसभा में उत्पादकता 100 फीसदी रही, वहीं राज्यसभा में आधे समय भी काम नहीं हो सका. राज्यसभा की उत्पादकता सिर्फ 46 फीसदी रही.
शीतकालीन सत्र के समापन के बाद संसद में हुए कामकाज पर पत्रकारों को संबोधित करते हुए नायडू ने राज्यसभा को लगातार बाधित करने के लिए कांग्रेस पर आरोप मढ़ा.
नायडू ने कहा, “संसद का यह सत्र उस पूर्व साजिश का शिकार रहा जिसमें रणनीति बना ली गई थी कि चाहे कुछ भी हो जाए संसद में कोई काम-काज नहीं होने देना है.”
कामकाज के लिए निर्धारित घंटों के लिहाज से देखा जाए तो लोकसभा की उत्पादकता 100.46 फीसदी रही. वहीं राज्यसभा में सिर्फ 46 फीसदी ही काम हो सका.
लोकसभा में जहां शीतकालीन सत्र में 14 विधेयक पारित हुए, वहीं राज्यसभा में नौ विधेयक ही पारित हो सका, जिसमें से अधिकतर विधेयक बगैर चर्चा कराए पारित कर दिए गए.
नायडू ने कहा, “मोटे तौर पर यह सत्र संसद को बाधित करने के लिए विपक्षियों द्वारा हर दिन तलाशे गए नए-नए बहानों की भेंट चढ़ गया.”
उत्पाद एवं सेवा कर (जीएसटी) विधेयक पर नायडू ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के बीच हुई बैठक के बाद उम्मीदें जगी थीं, हालांकि इस विधेयक के पारित न हो पाने के लिए भी नायडू ने कांग्रेस को ही जिम्मेदार ठहराया.
नायडू ने हालांकि कहा है कि सरकार ने जीएसटी विधेयक पर उम्मीद नहीं छोड़ी है.
उन्होंने कहा, “लेकिन यह मिथ्या साबित होगी यदि कांग्रेस पहले से इस अहम विधेयक को पारित न होने देने की रणनीति छोड़ने से इनकार करती है.”
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