as per Amar ujala :
टीम इंडिया के वनडे कप्तान महेंद्र सिंह धोनी मैदान के अंदर और बाहर शांत स्वभाव और मंद-मंद मुस्कुराहट के लिए जाने जाते हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि धोनी को गुस्सा भी आता है। चलिए आपको बताते हैं, कि कब-कब धोनी को गुस्सा आया। पढ़िए, 5 घटनाएं।
चैंपियंस ट्रॉफी 2014 टी-20 लीग के दौरान चेन्नई सुपरकिंग्स की टीम हैदराबाद में एक होटल में खाना खाने पहुंची। कप्तान महेंद्र सिंह धोनी और उनके साथी सभी होटल ग्रांड काकतिया में मौजूद थे। उनके टीममेट अबांती रायडू घर की बनी बिरयानी लेकर आए थे। लेकिन होटल कर्मियों ने उन्हें होटल से बाहर का खाना खाने से साफ इंकार कर दिया। बस फिर क्या था धोनी की हो गई उनसे बहस। मामला इतना बढ़ गया था कि टीम को बिना कुछ खाए होटल से बाहर निकलना पड़ा।
याद हैं भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का यह विनिंग सिक्सर। वर्ल्ड कप 2011 के फाइनल में श्रीलंका के खिलाफ नाबाद खेल रहे धोनी के साथ युवराज सिंह भी थे। आखिरी ओवर में गेंदबाज कुलासेकरा की गेंद पर धोनी ने हिट किया। दोनों ने 2 रन चेज किए लेकिन एक रन युवराज ने क्रीज को पूरा नहीं पार किया। अंपायर ने सिर्फ एक रन ही माना। धोनी इस बात को लेक युवी पर खासे नाराज दिखे।
आईपीएल 2012 में एक क्वालिफाईंग मुकाबले में चेन्नई सुपरकिंग्स और दिल्ली डेयरडेविल्स आमने-सामने थे। सीएसके ने 222 रनों का विशाल लक्ष्य दिया। इतने बड़े स्कोर के बाद जीत के लिए धोनी निश्चिंत थे लेकिन चाहते थे कि टीम गेंदबाजी में भी अच्छा प्रदर्शन करे। इस दौरान उनकी टीम के गेंदबाज ड्वेन ब्रावो ने एक गेंद पर लापरवाही दिखाते हुए स्लो बॉल फेंकी और गेंद बल्लेबाज के लेग से भी काफी दूर वाइड गई। धोनी इस बात पर भी काफी गुस्सा हुए थे।
धोनी के गुस्से होने की एक और घटना आईपीएल से ही जुड़ी हुई है। राजस्थान रॉयल्स को चेन्नई सुपरकिंग्स के खिलाफ मैच के आखिरी ओवर में 27 रनों की जरूरत थी। ड्वेन ब्रावो ने पहली गेंद नॉबॉल फेंकी और बल्लेबाज क्रिस मोरेस ने छक्का हिट किया। दूसरी गेंद पर मोरेस एक रन के लिए दौड़े। वहीं, फील्ड पर मौजूद रविंद्र जडेजा गेंद पकड़ने पर थोड़ा ढ़ीले दिखे। धोनी उस वक्त जडेजा पर काफी गुस्सा हुए, उन्होंने जडेजा को गुस्से भरी नजरों से भी देखा।
यह घटना 2011-12 में ब्रिसबेन में हुए भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच वनडे मैच की है। भारतीय गेंदबाजी के 29वें ओवर में सुरेश रैना की गेंद पर बल्लेबाज माइक हसी स्टंप के बाद थर्ड अंपायर के लिए अपील हुए। थर्ड अंपायर ने तो ऑन फील्ड अंपायर को नॉटआउट बताया लेकिन बिग स्क्रीन पर तकनीकी गलतियों के कारण आउट फ्लैश हुआ। जिससे टीम इंडिया असमंजस में आ गई। इस पर धोनी और अंपायरों के बीच लंबी बहस भी हुई।
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