as per Amar ujala :
बिनौला यूं तो पशुधन का मुख्य आहार है लेकिन इसे ताकत बढ़ाने का मूल मंत्र समझा जाता है। 50 ग्राम बिनौला को भूनकर उसका पाउडर बनाएं और उतनी ही मात्रा में मूसली (आयुर्वेद चूर्ण) के साथ मिलाकर रख लें। रोज सुबह और शाम को तीन तीन ग्राम की फंकी दूध के साथ लें। इससे ताकत बढ़ती है और वीर्य भी बढ़ता है।
मालकांगनी
ये भी देसी और आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है जिसे ताकतबड़ी भी कहा जाता है। ढाई सौ ग्राम मालकांगनी को गाय के शुद्ध घी में भूनें और इसमें इतनी ही शक्कर मिलाकर पाउडर बना लें। 40 दिनों तक इस छह ग्राम पाउडर गाय के दूध के साथ सुबह और शाम को खाएं। इससे शरीर पुष्ठ होता है और यौन शक्ति बढ़ जाती है।
रात भर के लिए 100 मिलीलीटर कच्चे दूध में भिगोई 50 ग्राम चने की दाल को सुबह सुबह किशमिश और मिश्री मिलाकर अच्छी तरह चबा चबा कर खाएं। लगभग 40 दिनों तक रोज खाएंगे तो शरीर पुष्ठ होगा तथा वीर्य और बल भी बढ़ता है।
आंवला पाउडर, गिलोय का रस, सफेद मूसली का पाउडर, गोखरू पाउडर लें। अब इस मिश्रण को मिश्री के साथ मिलाकर रख लें और रोज सुबह शाम दस से 15 ग्राम हलके गर्म दूध के साथ लें। ये चूर्ण तीन या चार महीने नियमित तौर पर लेने से व्यक्ति हष्ट पुष्ठ होता है और यौन शक्ति में विकास होता है।
जौ की खीर
जौ को पानी में भिगोकर इसका छिलका उतार लें और फिर गाय के दूध में इसे खीर की तरह पकाएं। इसे रोज खाने से ताकत बढ़ती है और संभोग शक्ति में विकास होता है।
नींबू और किशमिश
नींबू और किशमिश मिल जाए तो जवानी को कायम रखते हैं। रात को एक गिलास पानी में एक नींबू निचोड़ कर उसमें दो किशमिश भिगोकर रख दें। सुबह तड़के इस पानी छानें और चाय की तरह इसका सेवन करें। पेय में बची किशमिश के चबा कर खाएं। शक्ति और मर्दानगी बढ़ाने के लिए यह बहुत कारगर उपाय है।
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