नई दिल्ली: एबीपी न्यूज़ के स्पेशल शो ''सेल्फी'' में आज आपको बताएंगे बॉलीवुड की नंबरवन हिरोइन और पिछले साल से अब तक सबसे ज्यादा 100 करोड़ क्लब फिल्में दे चुकी दीपिका पादुकोण के स्ट्रगल की कहानी. बात करेंगे बेंगलुरु की बेटी और देश के मशहूर बैंडमिंटन प्लेयर प्रकाश पादुकोण की बेटी दीपिका पादुकोण की.
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अपनी पहली फिल्म से ही इतना कुछ पाने के बाद दीपिका सातवे आसमान पर थी...मगर जल्द ही उनका सामना हुआ क्रिटिक्स से जिन्होंने दीपिका को लेकर कई बातें की. दीपिका ने बताया, 'बहुत लोगों ने बहुत कुछ कहा. किसी ने कहा बहुत लम्बी है, किसी ने कहा एक्टर्स इनके साथ काम नहीं करेंगे, किसी ने कहा डिक्शन सही नहीं है, मैं चीज तो लोगों ने कहा की ये एक्टिंग भी नहीं कर सकती. बुरा तो लगता ही है…अपर मैं जानती हूँ कि मैं बहुत आसानी से हार नहीं मान सकती. मेरे अंदर वो है कि अगर किसी ने कहा की मैं कोई चीज नहीं कर सकती तो मैं एक्स्ट्रा मैं प्रूव करुँगी…और दूसरों के लिए नहीं…मैं खुद को प्रूव करूंगी कि मैं कर सकती हूँ.
और इन सब मिले जुले इमोशंस के बीच आये रणबीर कपूर...एक ठन्डे हवा के झोंके की तरह...दोनों की ओन स्क्रीन और ऑफ स्क्रीन केमिस्ट्री काफी पॉप्युलर हुई और पसंद भी की गई. मगर जल्द ही दीपिका की जिंदगी का ये हसीं पन्ना हवा के सर्द झोंके से पलट गया. रणबीर और दीपिका के ऑफ स्क्रीन रिश्ते के टूटते ही उनकी ओन स्क्रीन जोड़ी भी टूट गयी...मगर गुजरते सालों के साथ साथ उन दोनों की जवानी, दीवानी ना रही, मच्योर हो गईं. और अब दोनों अपनी पर्सनल लाइफ को साइड में रखते हुए फिरसे फ़िल्मी 'तमाशा' करने के लिए तैयार है...
वैसे तो रणबीर और दीपिका के किस्से काफी मशहूर हैं, लेकिन कुछ ऐसे किस्से भी हैं जिन्हें आप शायद नहीं जानते. अब ये किस्सा ले लीजिये जिन में रणबीर की हार की चर्चा है मगर उनके चेहरे पर इस हार की ख़ुशी साफ़ नजर आती है.
रणबीर कपूर कहते हैं, 'नहीं जब मैं खुद ओम शान्ति ओम गया था देखने थिएटर में बहुत मजा आया, बहुत ही एंटरटेनिंग फिल्म थी…मेरी पहली फिल्म सांवरिया नहीं चली थी…उस दौरान दीपिका और मेरी दोस्ती भी हो गयी थी…हम हमारी दूसरी फिल्म साथ में कर रहे थे 'बचना ऐ हसीनो'…और अच्छा लगा कि एक ऐसी स्टार पैदा हुई जिसने पूरे देश को…देश से एक अक्सेप्टन्स आ गयी थी…आय थिंक इंडस्ट्री को एक बहुत बड़ी स्टार मिल गयी थी बिलकुल.'
आज दीपिका अपने करियर के एक खूबसूरत मोड़ पर है..ऐसा मोड़ जहाँ उनके पास वो सब है जो ना सिर्फ एक स्टार चाहता है बल्कि एक इंसान भी...यानी स्टारडम और पर्सनल लाइफ का अच्छा बैलेंस.और तो और अब लोग उनकी तारीफ करते नहीं थकते. वैसे तो 'ओम शांति ओम' से दीपिका स्टार बन चुकी थी मगर एक्टिंग करियर की शुरुवात हुई 'कॉकटेल' से...फिर आई 'आरक्षण', 'ये जवानी है दीवानी..राम-लीला...फाइंडिंग फैन्नी..'
फिल्म निर्माता शूजित सिरकार ने भी दीपिका के एक्टिंग स्किल्स को खूब निखारा या यूँ कहें की खूब पहचाना...पीकू में. शूजित सिरकार बताते हैं, 'फिल्म में ये दिखाना है की दीपिका ओरिजनली हैं ही ऐसी…जैसी हैं वो…एक छोटे शेहर बैंगलोर से आती हैं वो..आम… नार्मल नेक्स्ट डोर एक लड़की है…हम जैसे जैसे नोर्मल्ली हमारे दोस्त है वैसे हैं. हां वो अभी फिल्म की बहुत बड़ी स्टार हैं…वो वाकई अंदर से एक बहुत ही प्यॉर स्पॉन्टेनियस लड़की है.'
इन फैक्ट आर बालकी ने तो उनका कम्पेरिजन अमिताभ बच्चन से भी किया और जल्द ही दीपिका फिल्म 'बाजीराव मस्तानी' में प्रियंका जैसी उम्दा अभिनेत्री के साथ पिंगा करती हुई नजर आएँगी.
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