--
यूपी में समाजवादी पार्टी के अंदर का कलह जग-जाहिर हो चुका था। पर अब
प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि 2017 का चुनाव अखिलेश के
नेतृत्व में लड़ा जाएगा। वो इटावा जिला सहकारी बैंक के डायरेक्टर पद के लिए
अपनी पत्नी सरला यादव का नामांकन कराने के लिए आए थे। यहां उन्होंने कहा
कि जो लोग पार्टी छोड़ रहे हैं उससे पार्टी का फायदा होगा क्यूंकि ये लोग
अवैध कामों में लिप्त हैं।
-- --
--
इससे पहले समाजवादी परिवार में चल रहे घमासान के बीच मुख्यमंत्री अखिलेश यादव अपने चाचा शिवपाल के साथ सामने आए थे। अखिलेश ने कहा था कि समाजवादी परिवार में कोई मनमुटाव नहीं है और वह पहले जैसा एकजुट था, अब भी वैसा ही है।
सपा के प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल ने विधान परिषद सदस्य सुनील सिंह यादव, आनंद भदौरिया और संजय लाठर और मुलायम सिंह यूथ ब्रिगेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष गौरव दुबे और प्रदेश अध्यक्ष मोहम्मद एबाद, युवजन सभा के प्रदेश अध्यक्ष बृजेश यादव और समाजवादी छात्रसभा के प्रान्तीय अध्यक्ष दिग्विजय सिंह देव को कल पार्टी से निकाल दिया था। इसके बाद यह कयास लगाए जा रहे थे कि उनका यह कदम अखिलेश के खिलाफ है। लेकिन अगले दिन अखिलेश ने चाचा शिवपाल के साथ सामने आकर सारी बातों को खारिज कर दिया।
-- Sponsored Links:-
-- --
--
इससे पहले समाजवादी परिवार में चल रहे घमासान के बीच मुख्यमंत्री अखिलेश यादव अपने चाचा शिवपाल के साथ सामने आए थे। अखिलेश ने कहा था कि समाजवादी परिवार में कोई मनमुटाव नहीं है और वह पहले जैसा एकजुट था, अब भी वैसा ही है।
सपा के प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल ने विधान परिषद सदस्य सुनील सिंह यादव, आनंद भदौरिया और संजय लाठर और मुलायम सिंह यूथ ब्रिगेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष गौरव दुबे और प्रदेश अध्यक्ष मोहम्मद एबाद, युवजन सभा के प्रदेश अध्यक्ष बृजेश यादव और समाजवादी छात्रसभा के प्रान्तीय अध्यक्ष दिग्विजय सिंह देव को कल पार्टी से निकाल दिया था। इसके बाद यह कयास लगाए जा रहे थे कि उनका यह कदम अखिलेश के खिलाफ है। लेकिन अगले दिन अखिलेश ने चाचा शिवपाल के साथ सामने आकर सारी बातों को खारिज कर दिया।
-- Sponsored Links:-
0 comments:
Post a Comment