ऑड-ईवन फॉर्मूला: 1 जनवरी से सड़क से हट जाएंगी 10 लाख गाड़ियां................online updates by police prahari news

as per ABP :

नई दिल्ली: एक जनवरी से दिल्ली में केजरीवाल सरकार के नए प्लान यानी ऑड-ईवन फॉर्मूला के लागू हो जाने के बाद से करीब 10 लाख प्राइवेट गाड़ियां सड़कों से गायब हो जाएगी. आपको बता दें कि इस फॉर्मूले से ना केवल यातयात में जबर्दस्त कमी आएगी बल्कि ऐसी उम्मीद है कि इससे शहर में प्रदूषण का बढ़ता स्तर भी कम होगा.
दिल्ली में अगर आपके पास कार है, तो अगले महीने से इसे सड़क पर निकालने से पहले जरा कैलेंडर देख लें, क्योकि दिल्ली सरकार ने एक दिन छोड़कर गाड़ी चलाने वाले नियम के मुताबिक अब गाड़ियां तारीख के हिसाब से दौड़ेंगीं.
आपको समझाते हैं कि ये कैसे काम करेगा. महीने की 1, 3,5,7, 9, 11,13 और 15 तारीख को ऑड नंबर वाली गाड़ियां दौड़ेंगी. इसी तरह महीने की 2,4, 6,8, 10, 12 और 14 तारीख को ईवन नंबर वाली गाड़ियां दिल्ली में दौड़ती नजर आएंगी.
जनवरी के जिन पहले 15 दिन के लिए ये नियम लागू किया गया है, उनमें 3 तारीख और 10 तारीख को रविवार के दिन ऑड और ईवन दोनों नंबरों वाली गाड़ियां दौड़ेंगी.
दिल्ली सरकार ने फिलहाल पहले चरण में इसे 1 से 15 तारीख के बीच लागू किया है. और इसके लिए सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक का वक्त भी तय किया गया है. यानी सुबह 8 बजे से पहले और रात 8 बजे का आप ऑड और ईवन दोनों नंबरों वाली गाड़ियां चला सकते हैं.
दो पहिया वाहनों को लेकर अभी भी दिल्ली सरकार कोई फैसला नहीं कर पाई है. नोएडा, गाजियाबाद, फरीदाबाद और गुड़गांव जैसे एनसीआर के इलाकों से आने वाली गाड़ियों को इसमें शामिल किया जाएगा. इस पर भी अभी कोई फैसला नहीं हो पाया है.
चीन की राजधानी बीजिंग में ऑड-ईवन वाली ट्रैफिक व्यवस्था 2008 से ही लागू है. हालांकि चीन में इसे कुछ-कुछ अंतराल पर लागू किया जाता है. मसलन जब बीजिंग में प्रदूषण की मात्रा बढ़ती है तो ही इस नियम को लागू किया जाता है. चीन ने इस नियम को लागू करने के बाद बड़े पैमाने पर पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम का विस्तार किया, मेट्रो रेल के नेटवर्क का जाल फैलाया. ट्रांसपोर्ट सिस्टम पर नजर रखने के लिए इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस सिस्टम तैयार किया.
सम-विषम संख्या के नियम को लेकर जो चिंताएं हो रही हैं, चीन उसको झेल चुका है. सफल होने के बावजूद वहां इस नियम की तोड़ निकालने के लिए समृद्ध लोगों ने दो-दो गाड़ि‍यां खरीद लीं. इसका असर यह हुआ कि शहर में हर साल गाड़ि‍यों की संख्या बढ़ने लगी. ऐसी स्थिति दिल्ली में भी आ सकती है. इसके अलावा भी दिल्ली में ऑड ईवन लागू होने पर कई दिक्कतें हैं.
दिल्ली में जो मौजूदा बसें हैं वो पहले ही दिल्लीवालों के लिए कम पड़ती हैं. जिन रूटों पर दिल्ली मेट्रो चलती है, उनमें सुबह साढ़े 8 से 10 बजे और शाम साढ़े 5 बजे से 7 बजे तक खचाखच भीड़ होती है.
मेट्रो में 8 कोच लगाने के बावजूद यात्रियों की भीड़ कम नहीं हो रही है. मेट्रो फेज 3 का काम चल रहा है. इसमें दिल्ली के रिंग रोड को मेट्रो नेटवर्क से जोड़ने का काम चल रहा है, लेकिन ये 2016 में ही पूरा किया जाना है.
हालांकि दिल्ली सरकार ने प्राइवेट बस मालिकों से सड़कों पर अतिरिक्त बसों को उतारने के लिए कहा है, लेकिन अब लोगों के मन में सवाल यही है कि क्या मुकम्मल इंतजाम के बगैर ये नई व्यवस्था सफल हो पाएगी.
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