नेशनल हेरल्ड केस : पर आज भी संसद में कांग्रेस का हंगामा.............online updates by police prhari news

नई दिल्ली: नेशनल हेरल्ड केस को लेकर सोनिया और राहुल को कोर्ट ने पेशी के लिए बुलाया है लेकिन कांग्रेस ने कल से आसमान सिर पर उठाया हुआ है. कल भी संसद नहीं चली. आज भी ऐसा लग रहा है कि कांग्रेस कार्यवाही नहीं चलने देगी. बताया जा रहा है कि संसद के लिए कांग्रेस ने हंगामे की ही रणनीति बनाई है.

as per ABP :

इसी को मुद्दा बनाकर कांग्रेस ने संसद से लेकर सड़क तक हंगामा खड़ा कर दिया है. राहुल गांधी ने पूरे मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ''मोदी सरकार बदले की भावना से कार्रवाई कर रही है.'' कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आक्रामक अंदाज में कहा, 'मैं इंदिरा गांधी की बहू हूं. मैं किसी से डरती नहीं.'' सोनिया गांधी ने ये भी कहा कि वो परेशान नहीं हैं.

मंगलवार को नेशनल हेराल्ड मामले को लेकर संसद के दोनों सदनों में कांग्रेस ने जमकर हंगामा किया था. इसके बाद दोनो सदन बुधवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया था. इसी मुद्दे पर संसद में आज भी हंगामे आसार हैं.

विपक्ष का कहना है कि कांग्रेस एक तरफ तो कोर्ट के फैसले पर सवाल उठा रही है और दूसरी तरफ सरकार पर दुर्भावना का आरोप लगा रही है. राज्य सभा में अरुण जेटली ने कहा कि अगर मामला कोर्ट में चल रहा है तो कांग्रेस इसके लिए संसद को ठप क्यों कर रही है. सवाल ये है कि जब कार्रवाई कोर्ट की ओर से कानून के हिसाब से हो रही है फिर सोनिया मोदी सरकार पर हमला क्यों कर रही हैं.

कल कोर्ट में क्या हुआ
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी को पेशी से फौरी राहत मिल गई है. दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में अगली सुनवाई 19 दिसंबर को होगी. इसी दिन सोनिया, राहुल को कोर्ट में पेश होना पड़ेगा.

सोनिया राहुल की ओर अभिषेक मनु सिंघवी ने आरोप लागाया है कि स्वामी की ओर से ये पूरी कार्यवाही प्रतिशोध की भावना से की जा रही है. सिंघवी ने कहा, 'बीजेपी के नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने दुर्भावना से प्रेरित होकर आरोप लगाए हैं, राजनीतिक बदले की भावना से आरोप लगाए गए हैं.'
वहीं सुब्रमण्मय स्वामी ने राहुल और सोनिया का पासपोर्ट कोर्ट में जमा करना चाहते हैं. ABP न्यूज से बातचीत में कल स्वामी ने कहा था, 'पेश न होने की अपील करने पर सोनिया राहुल के पासपोर्ट को कोर्ट जमा कराए.' स्वामी ने सोनिया, राहुल के देश से भाग जाने की आशंका जताई है.

क्या है नेशल हेरल्ड मामला?
नेशनल हेरल्ड अखबार को 1938 में पंडित जवाहर लाल नेहरू ने शुरू किया था जिसे चलाने का जिम्मा एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड नाम की कंपनी के पास था. शुरुआत से इस कंपनी में कांग्रेस और गांधी परिवार के लोग हावी रहे.

करीब 70 साल बाद 2008 में घाटे की वजह से अखबार को बंद करना पड़ा. तब कांग्रेस पार्टी ने एजेएल को पार्टी फंड से बिना ब्याज का 90 करोड़ रुपए का लोन दिया. फिर सोनिया और राहुल ने यंग इंडियन नाम से नई कंपनी बनाई. यंग इंडियन को एसोसिएटेड जर्नल्स को दिए लोन के बदले में कंपनी की 99 फीसदी हिस्सेदारी मिल गई. यंग इंडियन कंपनी में सोनिया और राहुल गांधी की 38-38 फीसदी की हिस्सेदारी है.
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