as per ABP :
नई दिल्ली: चेन्नई में आयी बाढ़ से तो हम सब वाकिफ होंगे. कुदरत के इस कहर ने कई जिंदगियों को छीन लिया तो कइयों के घर उजाड़ दिए. चेन्नई में आयी आफत से अभी भी लोग संभलने की कोशिश कर रहे हैं. देश ने अपनी एकजुटता का परिचय देते हुए इस आपदा से निपटने के लिए चेन्नई के लोगों का पूरा साथ दिया. क्या हिन्दू क्या मुस्लिम, क्या सिख क्या ईसाई, सबने धर्म के बंधन को तोड़ते हुए एक दूसरे की मदद की.
नई दिल्ली: चेन्नई में आयी बाढ़ से तो हम सब वाकिफ होंगे. कुदरत के इस कहर ने कई जिंदगियों को छीन लिया तो कइयों के घर उजाड़ दिए. चेन्नई में आयी आफत से अभी भी लोग संभलने की कोशिश कर रहे हैं. देश ने अपनी एकजुटता का परिचय देते हुए इस आपदा से निपटने के लिए चेन्नई के लोगों का पूरा साथ दिया. क्या हिन्दू क्या मुस्लिम, क्या सिख क्या ईसाई, सबने धर्म के बंधन को तोड़ते हुए एक दूसरे की मदद की.
सरकार और देश में हर तरफ से बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए कदम उठ रहे हैं. वहीं आज समाज के एक ऐसे तबके से बाढ़ पीड़ितों के लिए मदद आयी है जिसको सुनकर हममें से कई लोगों को आस्चर्य होगा. दरअसल महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले की सेक्स वर्कर्स ने अपनी जमा पूंजी में से आज एक लाख रुपए बाढ़ पीड़ितों के लिए रिलीफ फण्ड में देने का ऐलान किया है. इसके लिए उन्होंने सिर्फ एक वक़्त का खाना खाया और उससे जो पैसे बचे उसे बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए दे दिया.
एनजीओ 'स्नेहालय' की तरफ से अहमदनगर में आयोजित एक कार्यक्रम में इन लोगों ने एक लाख रुपए का चेक जिले के कलेक्टर अनिल कावड़े को दिया. 'स्नेहालय' के फाउंडर गिरीश कुलकर्णी ने बताया कि 'जबसे इन महिलाओं को चेन्नई में आयी आपदा के बारे में पता चला था तभी इन्होंने यह सोच लिया था कि उन्हें इनकी मदद के लिए कुछ करना है.'
जिले की तीन हजार सेक्स वर्कर्स में से दो हजार ने बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए सहायता दी है. जिन सेक्स वर्कर्स को लोग समाज में हेय दृष्टि से देखते हैं आज उन्होंने ऐसे लोगों के लिए मानवता का सबसे बड़ा उदहारण पेश किया है. इनका यह योगदान भले ही छोटा हो लेकिन इनका हौसला इससे कहीं ज्यादा बड़ा है. ऐसे जज्बे को हमारा सलाम.
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