--नई दिल्ली/लखनऊ : फेसबुक से शुरू हुई थी नजायज रिश्ते की कहानी और फिर बेडरूम के बंद दरवाजे के पीछे रची गई अधूरी चाहतों की खौफनाक साजिश. ये कहानी एक ऐसी औरत की है जिसने अपनी दुनिया बसाने के लिए अपने ही हाथों पति और मासूम बेटे को मौत के घाट उतार डाला.
चार साल पहले उसने एक बच्चे को जन्म दिया था. पति, परिवार की खुशहाली के सपने देखते हुए मेहनत में लगा था. लेकिन, इसी के बीच कोई ऐसा उसकी जिंदगी में आ गया जिसने शादीशुदा महिला को इस कदर अंधा बना दिया कि उसने अपने पति और मासूम से बच्चे पर तरस तक नहीं आया.
फेसबुक पर एक शख्स के साथ उसकी दोस्ती हुई और यह दोस्ती उसके घर के बेडरूम तक पहुंच गई. अपने ही घर में कई बार उसके साथ उसकी मुलाकातें भी हुई और रिश्ते ने नाजायज मोड़ ले लिया. पति और बेटे का कत्ल हो गया है और उनके कत्ल के इल्जाम में महिला को गोरखपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.
पुलिस के अनुसार नजायज रिश्ते के खातिर आरोपी महिला ने अपने पति को बेरहमी से मार डाला. पुलिस ने उसके आशिक को भी गिरफ्तार किया है. आरोपी महिला का नाम अर्चना है और उसका प्रेमी अजय है. जांच में पुलिस को पता चला है कि तकरीबन आठ महीने पहले 25 साल की अर्चना और अजय की मुलाकात फेसबुक के जरिए हुई थी.
अजय सरकारी जूनियर हाई स्कूल में टीचर था. फेसबुक पर दोनों की दोस्ती हुई और फिर वक्त के साथ दोस्ती गहराने लगी. जांच में पुलिस को ये भी पता चला है कि पिछले कुछ वक्त से अर्चना और उसके पति ओमप्रकाश के बीच भी रिश्ते ठीक नहीं थे. दोनों की शादी साल 2009 में हुई थी. अर्चना का पति ओमप्रकाश आंखों का डॉक्टर था और अर्चना के साथ उसकी दूसरी शादी थी.
दोनों को एक चार साल का बेटा भी था जिसका नाम था अनितेज था. लेकिन पति पत्नी की बीच के रिश्ते की दूरी ने अर्चना को फेसबुक में मिले नये साथी अजय के करीब ला दिया. अजय के साथ अर्चना हर हद को पार कर गई. उसकी नजायज मोहब्बत में डूबी अर्चना ये भी भूल गई कि वो एक बच्चे की मां है.
पुलिस के मुताबिक साजिश के तहत 20 जनवरी को अजय अपने प्रेमिका अर्चना के कहने पर गोरखपुर पंहुचा. वो उसके घर पर ही रुका. अपनी साजिश को अंजाम देने से पहले दोनों के बीच नजायज रिश्ते भी बने. फिर रात को जब अर्चना का पति और बेटा सो गए तो उसने अपने प्रेमी अजय के मोबाइल पर मिस्ड कॉल कर उसे अपने बेडरूम में आने का इशारा दिया.
अर्चना ने दरवाजे की कुंडी पहले से ही खोल रखी थी. अजय दबे पांव कमरे में दाखिल हुआ. उसके हाथ में हथौड़ा था. पहले तो दोनों ने मिलवकर ओमप्रकाश को हथौड़े के वार से मौत के घाट उतार डाला और फिर उसकी मौत के बाद चार साल के अनितेज की भी गला दबाकर हत्या कर दी. कत्ल को लूटपाट का रंग देने के लिए दोनों ने कमरे में रखा सामान भी बिखरा दिया.-- Sponsored Links:-
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