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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बजट की तारीफ करते हुए इसे किसानों और गरीबों का मददगार बताया। उन्होंने कहा कि इस बजट में पहली बार किसानों के विकास पर सबसे ज्यादा जोर दिया गया है। उनकी उत्पादन क्षमता को बढ़ाने के लिए सिंचाई की उत्तम व्यवस्था कराई जाएगी जिससे की उन्हें पर्याप्त पानी मिल सके।
इसके अलावा प्रधानमंत्री ग्राम सड़क परियोजना के तरह देश के सभी गांवो को जोड़ने की बात कही। वहीं भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व गृहमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी ने बजट की तारीफ करते हुए इसे सर्वश्रेष्ठ बजट में से एक बताया। भाजपा अध्यक्ष अमित
शाह ने भी की बजट की तारीफ, कहा गरीबों के जीवन में खुशहाली लाएगा ये बजट। केन्द्रीय मंत्री नितिन गड़करी ने तारीफ करते हुए कहा कि इतिहास में पहली बार एक लाख करोड़ रुपए से भी अधिक सड़कों के विकास के लिए आवंटित किए गए हैं।
कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह ने कहा आजादी के बाद ये पहला बजट है जो गांव, किसान और गरीब के लिए समर्पित है। वित्त मंत्री अरुण जेटली की बेटी सोनाली ने बजट को दिए 100 में से 100 नंबर।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कहा है कि यह बजट बहुत अच्छा है। वहीं भाजपा नेता शत्रुघन सिन्हा ने कहा मैं बजट विशेषज्ञ नहीं हूं। लेकिन बजट अच्छा है। पर अभी इस बजट में यह नहीं पता चला है कि शिक्षा और रक्षा क्षेत्र पर कितना फोकस किया गया है।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा 'इस बजट में सिंचाई, कृषि पर फोकस किया गया है। यह बजट विकास के लिए है और देश की अर्थव्यवस्था को सुधारने में इससे मदद मिलेगी।
जबकि विपक्षी नेता कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने केंद्र सरकार के आम बजट को बिना लक्ष्य के और दोषपूर्ण बजट करार दिया है। राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा कि सरकार के बजट में दृष्टि और दृढ़ विश्वास दोनों का अभाव है।
बजट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने कहा कि यह बजट पूरी तरह से राजनीतिक होना था, इसलिए मुझे कोई आश्चर्य नहीं है।
लोकसभा में नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा 'इस बजट में आम आदमी के लिए कुछ नहीं है सिर्फ कॉरपोरेट के लिए बजट है।' लालू यादव ने भी बजट की आलोचना करते हुए इसे गरीब आदमी के लिए निराशा वाला बजट बताया।
हालांकि बजट का असर सेंसेक्स पर भी देखा गया। जिसमें लगातार उतार चढ़ाव बना रहा। बजट की घोषणा के दौरान शुरूआत में एक समय शेयर बाजार 500 अंकों से ज्यादा तक गिर गया। हालांकि बजट के साथ ही इसमें लगातार सुधार भी देखा गया।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बजट की तारीफ करते हुए इसे किसानों और गरीबों का मददगार बताया। उन्होंने कहा कि इस बजट में पहली बार किसानों के विकास पर सबसे ज्यादा जोर दिया गया है। उनकी उत्पादन क्षमता को बढ़ाने के लिए सिंचाई की उत्तम व्यवस्था कराई जाएगी जिससे की उन्हें पर्याप्त पानी मिल सके।
इसके अलावा प्रधानमंत्री ग्राम सड़क परियोजना के तरह देश के सभी गांवो को जोड़ने की बात कही। वहीं भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व गृहमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी ने बजट की तारीफ करते हुए इसे सर्वश्रेष्ठ बजट में से एक बताया। भाजपा अध्यक्ष अमित
शाह ने भी की बजट की तारीफ, कहा गरीबों के जीवन में खुशहाली लाएगा ये बजट। केन्द्रीय मंत्री नितिन गड़करी ने तारीफ करते हुए कहा कि इतिहास में पहली बार एक लाख करोड़ रुपए से भी अधिक सड़कों के विकास के लिए आवंटित किए गए हैं।
कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह ने कहा आजादी के बाद ये पहला बजट है जो गांव, किसान और गरीब के लिए समर्पित है। वित्त मंत्री अरुण जेटली की बेटी सोनाली ने बजट को दिए 100 में से 100 नंबर।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कहा है कि यह बजट बहुत अच्छा है। वहीं भाजपा नेता शत्रुघन सिन्हा ने कहा मैं बजट विशेषज्ञ नहीं हूं। लेकिन बजट अच्छा है। पर अभी इस बजट में यह नहीं पता चला है कि शिक्षा और रक्षा क्षेत्र पर कितना फोकस किया गया है।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा 'इस बजट में सिंचाई, कृषि पर फोकस किया गया है। यह बजट विकास के लिए है और देश की अर्थव्यवस्था को सुधारने में इससे मदद मिलेगी।
जबकि विपक्षी नेता कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने केंद्र सरकार के आम बजट को बिना लक्ष्य के और दोषपूर्ण बजट करार दिया है। राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा कि सरकार के बजट में दृष्टि और दृढ़ विश्वास दोनों का अभाव है।
बजट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने कहा कि यह बजट पूरी तरह से राजनीतिक होना था, इसलिए मुझे कोई आश्चर्य नहीं है।
लोकसभा में नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा 'इस बजट में आम आदमी के लिए कुछ नहीं है सिर्फ कॉरपोरेट के लिए बजट है।' लालू यादव ने भी बजट की आलोचना करते हुए इसे गरीब आदमी के लिए निराशा वाला बजट बताया।
हालांकि बजट का असर सेंसेक्स पर भी देखा गया। जिसमें लगातार उतार चढ़ाव बना रहा। बजट की घोषणा के दौरान शुरूआत में एक समय शेयर बाजार 500 अंकों से ज्यादा तक गिर गया। हालांकि बजट के साथ ही इसमें लगातार सुधार भी देखा गया।
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