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रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने गुरुवार को संसद में रेल बजट पेश किया। इस दौरान उन्होंने रेल सुविधाओं और गति को बढ़ाने के बात कही। इस बार रेलवे का किराया नहीं बढ़ाया गया और ना ही माल भाड़े में ही ईजाफा किया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तो इस बजट की जमकर की लेकिन विपक्ष को यह बजट बिल्कुल ही रास नहीं आया।
उन्होंने कहा कि रेल बजट में बायो टॉयलेट वैक्यूम को छोड़कर कुछ नया नहीं है। बंसल ने इस बात पर भी आशंका जताई कि ये बायो टॉयलेट वैक्यूम कितना सफल होगा।
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रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने गुरुवार को संसद में रेल बजट पेश किया। इस दौरान उन्होंने रेल सुविधाओं और गति को बढ़ाने के बात कही। इस बार रेलवे का किराया नहीं बढ़ाया गया और ना ही माल भाड़े में ही ईजाफा किया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तो इस बजट की जमकर की लेकिन विपक्ष को यह बजट बिल्कुल ही रास नहीं आया।
बजट की तारीफ करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, 'मैं सुरेश प्रभु को रेलवे को बधाई देता हूं। पिछले कुछ सालों में हमने इस में काफी विकास किया है। इस बजट से और ज्यादा सुधार होगा।'
उन्होंने कहा कि उपभोक्ताओं के प्रति जवाबदेही उनकी सुरक्षा और सुगम यात्रा पर हमारी सरकार का फोकस है। हमारे रेल मार्गों की क्षमता को लेकर होने वाली समस्याओं को पिछले एक साल में काफी हद तक दूर किया गया है।
पूर्व रेलमंत्री दिनेश त्रिवेदी प्रभु के रेल बजट को बजट मानने से ही इनकार कर दिया। उनका कहना है कि जिस बजट में आंकड़े ही नहीं बताए गए वो बजट कैसे हो सकता है।
त्रिवेदी ने कहा कि इस बजट के जरिए गुमराह करने की कोशिश की जा रही है। न पिछले साल की कमाई का ही हिसाब दिया गया और ना ही कोई नई बात ही बताई गई।
उन्होंने कहा 'बजट कहां आया है? बजट ऐसा होता है कि उसमें दूर की बात सोची जाती है। पर यह रेल बजट भ्रम वाला भाषण है। उन्होंने कहा कि जब पूरा बजट पढ़ेगे तब निष्कर्ष पर पहुंचेगे कि इस बजट कि और खामियां क्या हैं।
त्रिवेदी ने कहा कि इस बजट के जरिए गुमराह करने की कोशिश की जा रही है। न पिछले साल की कमाई का ही हिसाब दिया गया और ना ही कोई नई बात ही बताई गई।
उन्होंने कहा 'बजट कहां आया है? बजट ऐसा होता है कि उसमें दूर की बात सोची जाती है। पर यह रेल बजट भ्रम वाला भाषण है। उन्होंने कहा कि जब पूरा बजट पढ़ेगे तब निष्कर्ष पर पहुंचेगे कि इस बजट कि और खामियां क्या हैं।
वहीं पूर्व रेलमंत्री लालू प्रसाद यादव ने भी इस बजट को बेहद कमजोर करार दिया। उन्होंने कहा, 'इतना हल्का रेल बजट था, इसमें कुछ नहीं था।'
लालू ने कहा कि रेलवे ही भारत की लाइफलाइन थी लेकिन अब भाजपा के आने के बाद यह पटरी से उतर चुकी है।
उन्होंने मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट को आड़े हाथों लेते हुए कहा देश को बुलेट ट्रेन नहीं चाहिए। भारतीय रेलवे पर विदेशियों की निगाह जो इस पर कब्जा करना चाहते हैं।
लालू ने कहा कि रेलवे ही भारत की लाइफलाइन थी लेकिन अब भाजपा के आने के बाद यह पटरी से उतर चुकी है।
उन्होंने मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट को आड़े हाथों लेते हुए कहा देश को बुलेट ट्रेन नहीं चाहिए। भारतीय रेलवे पर विदेशियों की निगाह जो इस पर कब्जा करना चाहते हैं।
प्रभु के बजट पर सबसे पहले पूर्व रेलमंत्री पवन बंसल ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि प्रभु के बजट में कुछ नया नहीं है। उन्होंने जिन दो रेल इंजन कारखानों को खोलने की वात कही है वह 'मेरे ही कार्यकाल में निर्धारित हो चुकी थी।'
उन्होंने कहा कि रेल बजट में बायो टॉयलेट वैक्यूम को छोड़कर कुछ नया नहीं है। बंसल ने इस बात पर भी आशंका जताई कि ये बायो टॉयलेट वैक्यूम कितना सफल होगा।
इस बजट पर कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने बजट पर टिप्पणी करते हुए कहा 'हम सभी अभी समझ नहीं पा रहे हैं कि क्या सच में कोई बजट पेश किया गया है।'
वहीं गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने इस बजट की तारीफ की। देश के गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा 'रेलमंत्री सुरेश प्रभु की तरफ से पेश किया गया बजट भविष्य में काम करेगा। इससे रेलवे के ढांचे में सुधार होगा।'
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वहीं गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने इस बजट की तारीफ की। देश के गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा 'रेलमंत्री सुरेश प्रभु की तरफ से पेश किया गया बजट भविष्य में काम करेगा। इससे रेलवे के ढांचे में सुधार होगा।'
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