as per ABP :
नई दिल्ली: यूं तो तमाम पार्टियां चुनाव में कार्यकर्ताओं को ही टिकट देने का दावा करती है लेकिन जब टिकट बंटता है तब असलियत सामने आती है. बिहार चुनाव में इन दिनों पैसे लेकर टिकट बांटने का आरोप हर पार्टी पर लग रहा है. सांसद आरके सिंह से लेकर विक्रम कुंअर तक अपनी ही पार्टी बीजेपी को बेनकाब करने का दावा कर चुके हैं. आरजेडी में भगवान सिंह कुशवाहा सहित कई लोग लालू पर आरोप लगा चुके हैं. नीतीश की पार्टी और कांग्रेस में भी यही हाल है . लेकिन उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी जिन 23 सीटों पर चुनाव लड़ रही है उनमें से ज्यादा पर उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं पर भरोसा जताया है.
कुशवाहा ने कई ऐसे कार्यकर्ताओं को टिकट दिया है जिनको टिकट मिलने की संभावना दूर दूर तक नहीं दिख रही थी . पार्टी ने चुनाव से पहले जेडीयू छोड़कर आने वाले लोगों में से एक मात्र नेता पूर्व सांसद भूदेव चौधरी को टिकट दिया है . कुशवाहा ने सबसे ज्यादा युवा चेहरों पर दांव लगाया है . एक दर्जन ऐसे उम्मीदवार हैं जो संगठन से सीधे चुनाव मैदान में चले गए हैं . इनको चुनाव लड़ने का कोई अनुभव नहीं रहा है. रुन्नी सैदपुर से उम्मीदवार बने पंकज मिश्रा पार्टी के प्रदेश महासचिव हैं. समता पार्टी के जमाने से ही पंकज मुजफ्फऱपुर की राजनीति में सक्रिय रहे हैं. कुशवाहा के पार्टी बनाने के बाद पंकज उनके साथ चले गए और उन्हें इस बार पार्टी ने टिकट दिया है. जगदीशपुर से उम्मीदवार बनाए गए संजय मेहता छात्र समता और छात्र जेडीयू के पदाधिकारी रहे हैं. अभी आरएलएसपी की युवा इकाई के प्रदेश के प्रधान महासचिव हैं.
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