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यूपी की राजधानी लखनऊ में शिवपाल यादव ने प्रेस कांफ्रेंस में रामगोपाल यादव का नाम लेकर उन्हें भाजपा का एजेंट तक कह दिया। उन्होंने कहा कि रामगोपाल यादव भाजपा से मिल गए हैं। वे भाजपा के एक बड़े नेता से तीन बार मिल चुके है। वे ऐसा केवल सीबीआई से बचने के लिए कर रहे हैं।
आरोप लगाया कि रामगोपाल के बेटे अक्षय और उनकी बहू का नाम यादव सिंह की ओर से किए गए घोटाले में हैं। रामगोपाल बेटे और बहू को सीबीआई से बचाने के लिए भाजपा से मिल गए ह। खासकर प्रोफेसर रामगोपाल यादव भाजपा के एजेंट हैं।
शिवपाल यादव ने रामगोपाल पर यह भी आरोप लगाया कि वे उनके खिलाफ भी लगातार षड्यंत्र कर रहेे थे। तंज कसतेे हुए शिवपाल यादव ने कहा कि अगर प्रोफेसर साहब अपनेे ज्ञान का इस्तेमाल पार्टी को बढ़ाने के लिए करते तो पार्टी को काफी फायदा होता, लेकिन उन्होंने पूरी तरीके से पार्टी के खिलाफ काम किया। शिवपाल यादव ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री (अखिलेश) समझ नहीं पा रहे हैं कि उनके कौन सगे हैं और कौन पार्टी को नुकसान पहुंचा रहे हैं।
ये नेता कार्यकर्ताओं की नहीं सुनते थे और उनका सम्मान नहीं करते थे। ये नेता केवल एक गिरोह बनाकर जितने गलत काम हो सकते थे, उनके संरक्षक बने हुए थे।
ऐसा पहली बार हुआ है कि मुझ पर सीधा आरोप लगा दिया गया। अब चुनाव में चलने का समय है। चुनाव में लड़ेंगे और सपा को कमजोर नहीं होने देंगे। नेताजी के नेतृत्व में पिछले चुनाव में हम जनता के बीच गए थे और इस बार भी फिर से जाएंगे।
शिवपाल के प्रेस कांफ्रेंस की अहम बातें:
1. चुनाव का वक्त है, जनता के साथ चलेंगे
2. जनता समाजवादी पार्टी के साथ है
3. मुझ पर सीधा आरोप लगाया गया
4. हमें कमजोर करने की कोशिश
5. बहुत दिनों से मेरे खिलाफ साजिश हो रही है
6. हम नेताजी की अगुवाई में जनता के बीच जाएंगे
7. घर के लोग तीन बार बीजेपी से मिले
8. सीबीआई से बचने के लिए बीजेपी नेता से मिले
9. बर्खास्तगी की चिंता नहीं, जनता पर विश्वास
10. नेताजी ने कड़ी मेहनत से पार्टी को खड़ा किया
11. नेताजी के नेतृत्व में ही विधानसभा चुनाव लड़ेंगे
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अखिलेश सरकार से बर्खास्तगी के बाद शिवपाल ने कही ये 11 बड़ी बातें
अखिलेश कैबिनेट से बर्खास्तगी के बाद शिवपाल यादव ने कहा है कि उनके खिलाफ बहुत दिनों से षडयंत्र चल रहा था। इसके बावजूद उन्हें जनता और नेताजी (मुलायम सिंह यादव) पर पूरा विश्वास है।
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अखिलेश कैबिनेट से बर्खास्तगी के बाद शिवपाल यादव ने कहा है कि उनके खिलाफ बहुत दिनों से षडयंत्र चल रहा था। इसके बावजूद उन्हें जनता और नेताजी (मुलायम सिंह यादव) पर पूरा विश्वास है।
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यूपी की राजधानी लखनऊ में शिवपाल यादव ने प्रेस कांफ्रेंस में रामगोपाल यादव का नाम लेकर उन्हें भाजपा का एजेंट तक कह दिया। उन्होंने कहा कि रामगोपाल यादव भाजपा से मिल गए हैं। वे भाजपा के एक बड़े नेता से तीन बार मिल चुके है। वे ऐसा केवल सीबीआई से बचने के लिए कर रहे हैं।
आरोप लगाया कि रामगोपाल के बेटे अक्षय और उनकी बहू का नाम यादव सिंह की ओर से किए गए घोटाले में हैं। रामगोपाल बेटे और बहू को सीबीआई से बचाने के लिए भाजपा से मिल गए ह। खासकर प्रोफेसर रामगोपाल यादव भाजपा के एजेंट हैं।
शिवपाल यादव ने रामगोपाल पर यह भी आरोप लगाया कि वे उनके खिलाफ भी लगातार षड्यंत्र कर रहेे थे। तंज कसतेे हुए शिवपाल यादव ने कहा कि अगर प्रोफेसर साहब अपनेे ज्ञान का इस्तेमाल पार्टी को बढ़ाने के लिए करते तो पार्टी को काफी फायदा होता, लेकिन उन्होंने पूरी तरीके से पार्टी के खिलाफ काम किया। शिवपाल यादव ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री (अखिलेश) समझ नहीं पा रहे हैं कि उनके कौन सगे हैं और कौन पार्टी को नुकसान पहुंचा रहे हैं।
ये नेता कार्यकर्ताओं की नहीं सुनते थे और उनका सम्मान नहीं करते थे। ये नेता केवल एक गिरोह बनाकर जितने गलत काम हो सकते थे, उनके संरक्षक बने हुए थे।
ऐसा पहली बार हुआ है कि मुझ पर सीधा आरोप लगा दिया गया। अब चुनाव में चलने का समय है। चुनाव में लड़ेंगे और सपा को कमजोर नहीं होने देंगे। नेताजी के नेतृत्व में पिछले चुनाव में हम जनता के बीच गए थे और इस बार भी फिर से जाएंगे।
शिवपाल के प्रेस कांफ्रेंस की अहम बातें:
1. चुनाव का वक्त है, जनता के साथ चलेंगे
2. जनता समाजवादी पार्टी के साथ है
3. मुझ पर सीधा आरोप लगाया गया
4. हमें कमजोर करने की कोशिश
5. बहुत दिनों से मेरे खिलाफ साजिश हो रही है
6. हम नेताजी की अगुवाई में जनता के बीच जाएंगे
7. घर के लोग तीन बार बीजेपी से मिले
8. सीबीआई से बचने के लिए बीजेपी नेता से मिले
9. बर्खास्तगी की चिंता नहीं, जनता पर विश्वास
10. नेताजी ने कड़ी मेहनत से पार्टी को खड़ा किया
11. नेताजी के नेतृत्व में ही विधानसभा चुनाव लड़ेंगे
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