--
रविवार का दिन समाजवादी पार्टी के लिए भारी उठापटक और हंगामे से भरा रहा।
एक के बाद एक बड़े फैसले लिए गए। बर्खास्तगी और निष्कासन का दौर चला। अब
सोमवार का दिन भी हंगामेदार रहने के पूरे आसार। रविवार के दिन चुप्पी साधे
रहे सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव ने सोमवार को बड़ी बैठक बुलाई है।
बैठक से पहले शिवपाल यादव मुलायम सिंह के आवास पर पहुंचे और उसके बाद
पार्टी ऑफिस पहुंच गए हैं।
-- --
--
बैठक से पहले शिवपाल और अखिलेश के समर्थन पार्टी दफ्तर पर इकट्ठे हो रहे हैं। दोनों तरफ के समर्थक जमकर नारेबाजी कर रहे हैं। इस दौरान हंगामे की भी खबरें हैं। सूत्रों की मानें तो अखिलेश यादव को पार्टी से बाहर किया जा सकता है। इस पूरे घटनाक्रम पर पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद नरेश अग्रवाल ने कहा कि जो भी हो रहा है, पार्टी को उसकी बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी। रामगोपाल को हटाना दुर्भाग्यपूर्ण हैं। वो बीजेपी से नहीं मिल सकते। नेताजी और मुख्यमंत्री को बैठकर इस पर समाधान निकालना चाहिए। कुछ बाहरी लोग पार्टी और परिवार में आग लगाने का काम कर रहे हैं। हर कोई जानता है कि ये कौन कर रहा है। हम पार्टी और परिवार को एक साथ करने की कोशिश करेंगे।
रविवार को हुई बैठक के बारे में मुलायम सिंह ने कोई जानकारी देने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि आज कुछ नहीं कहूंगा, कल बैठक के बाद बोलूंगा, जो पूछना है पूछ लेना। यानी सोमवार को मुलायम पूरे मामले पर अपना बयान दे सकते हैं। इस अहम बैठक में सभी मंत्री, विधायक, सांसद, एमएलसी शामिल होंगे। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी इस बैठक का हिस्सा होंगे।
पार्टी के हालात पर भावुक हुए मुलायम
सपा में मची घमासान पर मुलायम सिंह यादव ने चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने पार्टी के मौजूदा हालात पर भावुक होते हुए चिंता जताई। नाराजगी जाहिर करते हुए मुलायम ने कहा कि जब मैं रामगोपाल से मिलना चाह रहा था तो वो वक्त देकर कहीं और चले गए। अपने आवास पर हुई इस बैठक में अखिलेश द्वारा निकाले गए लोगों को देखकर मुलायम ने मजाक में कहा कि क्या ये शहीदों की बैठक हो गई?
रामगोपाल को पार्टी से निकाला
रविवार को मुलायम सिंह यादव के एक भाई ने दूसरे भाई को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया ह। पार्टी अध्यक्ष शिवपाल यादव ने रामगोपाल यादव पर तमाम पार्टी विरोधी गतिविधियों का आरोप लगाते हुए पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है। साथ ही उन्हें पार्टी के सभी पदों से भी हटा दिया गया है। वहीं सूत्रों की मानें तो रामगोपाल पर कार्रवाई से सीएम अखिलेश यादव और नाराज हो गए हैं और वो लगातार रामगोपाल के संपर्क में हैं।
-- Sponsored Links:-
-- --
--
बैठक से पहले शिवपाल और अखिलेश के समर्थन पार्टी दफ्तर पर इकट्ठे हो रहे हैं। दोनों तरफ के समर्थक जमकर नारेबाजी कर रहे हैं। इस दौरान हंगामे की भी खबरें हैं। सूत्रों की मानें तो अखिलेश यादव को पार्टी से बाहर किया जा सकता है। इस पूरे घटनाक्रम पर पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद नरेश अग्रवाल ने कहा कि जो भी हो रहा है, पार्टी को उसकी बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी। रामगोपाल को हटाना दुर्भाग्यपूर्ण हैं। वो बीजेपी से नहीं मिल सकते। नेताजी और मुख्यमंत्री को बैठकर इस पर समाधान निकालना चाहिए। कुछ बाहरी लोग पार्टी और परिवार में आग लगाने का काम कर रहे हैं। हर कोई जानता है कि ये कौन कर रहा है। हम पार्टी और परिवार को एक साथ करने की कोशिश करेंगे।
रविवार को हुई बैठक के बारे में मुलायम सिंह ने कोई जानकारी देने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि आज कुछ नहीं कहूंगा, कल बैठक के बाद बोलूंगा, जो पूछना है पूछ लेना। यानी सोमवार को मुलायम पूरे मामले पर अपना बयान दे सकते हैं। इस अहम बैठक में सभी मंत्री, विधायक, सांसद, एमएलसी शामिल होंगे। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी इस बैठक का हिस्सा होंगे।
पार्टी के हालात पर भावुक हुए मुलायम
सपा में मची घमासान पर मुलायम सिंह यादव ने चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने पार्टी के मौजूदा हालात पर भावुक होते हुए चिंता जताई। नाराजगी जाहिर करते हुए मुलायम ने कहा कि जब मैं रामगोपाल से मिलना चाह रहा था तो वो वक्त देकर कहीं और चले गए। अपने आवास पर हुई इस बैठक में अखिलेश द्वारा निकाले गए लोगों को देखकर मुलायम ने मजाक में कहा कि क्या ये शहीदों की बैठक हो गई?
रामगोपाल को पार्टी से निकाला
रविवार को मुलायम सिंह यादव के एक भाई ने दूसरे भाई को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया ह। पार्टी अध्यक्ष शिवपाल यादव ने रामगोपाल यादव पर तमाम पार्टी विरोधी गतिविधियों का आरोप लगाते हुए पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है। साथ ही उन्हें पार्टी के सभी पदों से भी हटा दिया गया है। वहीं सूत्रों की मानें तो रामगोपाल पर कार्रवाई से सीएम अखिलेश यादव और नाराज हो गए हैं और वो लगातार रामगोपाल के संपर्क में हैं।
-- Sponsored Links:-
0 comments:
Post a Comment