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हिन्दू पंचांगानुसार श्रावण मास की पूर्णिमा
तिथि को रक्षाबंधन (Raksha bandhan Muhurat) का त्यौहार मनाया जाता है। यह
त्यौहार भाई-बहन का एक-दूसरे के प्रति स्नेह, प्यार और अटूट विश्वास का
प्रतीक है।
रक्षाबंधन (Rakshabandhan 2016)
वर्ष 2016 में रक्षा बंधन का त्यौहार 18 अगस्त (Rakhi Festival 2016) को मनाया जाएगा।
राखी बांधने का शुभ समय (Raksha Bandhan Muhurat)
हिन्दू पंचांग के अनुसार श्रावण पूर्णिमा यानि रक्षाबंधन के दिन राखी बांधने का शुभ समय सुबह 05:55 मिनट से लेकर दोपहर 02:56 मिनट तक का है। इसके अलावा दोपहर 01 बजकर 42 मिनट से लेकर 02 बजकर 56 मिनट तक का समय भी शुभ है। (नोट: मुहूर्त दिल्ली समयानुसार हैं।)
विधि विधान (History and Vidhi of Raksha Bandhan)
भविष्यपुराण के अनुसार इस दिन राजा को मन्त्रों आदि द्वारा अपने दाहिने हाथ में रक्षा सूत्र बंधवाना चाहिए। समय के साथ और पौराणिक गाथाओं के चलन के साथ यह त्यौहार अब भाई-बहन के त्यौहार का प्रतीक बन गया है।
इस दिन बहन अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती है, उसके माथे पर तिलक लगाती है और उसकी दीर्घायु और प्रसन्नता के लिए ईश्वर से कामना करती है।
रक्षा का वादा (Promised to protect)
भाई भी इस पवित्र बंधन के मौके पर अपनी बहन की हर स्थिति में रक्षा करने की प्रतिज्ञा का अमूल्य उपहार देता है।
रक्षाबंधन (Rakshabandhan 2016)
वर्ष 2016 में रक्षा बंधन का त्यौहार 18 अगस्त (Rakhi Festival 2016) को मनाया जाएगा।
राखी बांधने का शुभ समय (Raksha Bandhan Muhurat)
हिन्दू पंचांग के अनुसार श्रावण पूर्णिमा यानि रक्षाबंधन के दिन राखी बांधने का शुभ समय सुबह 05:55 मिनट से लेकर दोपहर 02:56 मिनट तक का है। इसके अलावा दोपहर 01 बजकर 42 मिनट से लेकर 02 बजकर 56 मिनट तक का समय भी शुभ है। (नोट: मुहूर्त दिल्ली समयानुसार हैं।)
विधि विधान (History and Vidhi of Raksha Bandhan)
भविष्यपुराण के अनुसार इस दिन राजा को मन्त्रों आदि द्वारा अपने दाहिने हाथ में रक्षा सूत्र बंधवाना चाहिए। समय के साथ और पौराणिक गाथाओं के चलन के साथ यह त्यौहार अब भाई-बहन के त्यौहार का प्रतीक बन गया है।
इस दिन बहन अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती है, उसके माथे पर तिलक लगाती है और उसकी दीर्घायु और प्रसन्नता के लिए ईश्वर से कामना करती है।
रक्षा का वादा (Promised to protect)
भाई भी इस पवित्र बंधन के मौके पर अपनी बहन की हर स्थिति में रक्षा करने की प्रतिज्ञा का अमूल्य उपहार देता है।
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