नई दिल्ली/चेन्नई : बारिश से डूबे चेन्नई शहर की एक नई कहानी ने सभी को चौंका दिया है. पता चला है कि विकास के रास्ते पर आगे ले जाने वाली मेट्रो ही शहर में पानी घुसने का सबसे बड़ा जरिया बनी हैं. अदयार और कोऊम नदियों का पानी मेट्रो की भूमिगत टनल से ही शहर में घुसा है. इस तथ्य के सामने आने के बाद प्रशासन के भी होश उड़े हुए हैं.
as per ABP :
अंग्रेजी अखबार द टेलीग्राफ के अनुसार प्राथमिक जांच में इस बात का खुलासा हुआ है कि मेट्रो टनल के जरिए ही पानी आया है. मेट्रो अधिकारियों ने भी इसे स्वीकार किया है. अधिकारियों के अनुसार अदयार और कोऊम नदियों में कभी इस तरह की बाढ़ का इतिहास नहीं रहा. इसी कारण वहां से टनल बनाई जा रही थी. लेकिन, इस दफा पानी बढ़ गया और कई इलाकों में बाढ़ की स्थिति आ गई.
इन टनल की वजह से कई ऐसे इलाकों में पानी भर गया जहां कभी भी जलजमाव की स्थिति नहीं रही. लोगों का कहना है कि किसी को अंदाजा नहीं था कि मेट्रो के लिए बनी टनल की वजह से पानी यहां घुस जाएगा. ऐसे में किसी को बचाव के लिए भी समय नहीं मिल पाया और देखते-देखते ही काफी तबाही हो गई. मेट्रो के इस 'साइड इफेक्ट' ने देशभर में मेट्रो का काम देख अधिकारियों को सतर्क कर दिया है.
गौरतलब है कि चेन्नई में बारिश ने पिछले 100 सालों का रिकार्ड तोड़ा है. इसके बाद पूरे शहर में करीब 50 लाख लोग प्रभावित हो गए थे. 300 से ज्यादा लोगों की जानें चली गई हैं. इसके साथ ही महामारी फैलने का खतरा बढ़ता जा रहा है. सेना और एनडीआरएफ की टीमें राहत कार्य में लगी हुई हैं.
0 comments:
Post a Comment