--
मासिक धर्म या पीरियड के दौरान महिलाओं को अपवित्र या न छूने योग्य समझा
जाता है और उन्हें दिनचर्या के कामो से भी दूर रखा जाता है और ऐसे में अगर
हम यह कहें कि मासिक धर्म के दौरान सेक्स करने के एक नहीं अनेको लाभ है तो
शायद आपको थोडा अजीब सा लगेगा क्योंकि मासिक धर्म में दौरान योनि से रक्त
का बहाव होता है और यह मुमकिन है कि पुरुष के जननांग भी रक्त से सराबोर हो
जाए मगर आपको यह जानकार बहुत आश्चर्य होगा कि मासिक धर्म या period के
दौरान सेक्स करने से आपकी महिला मित्र को अनेको लाभ मिल सकते है । इस दौरान
आपके संक्रमण होने की सम्भावना अधिक हो सकती है और साथ ही साथ आपके महिला
मित्र के गर्भधारण के चांसेस भी ज्यादा हो सकते है इसलिए हमारी सलाह होगी
की आप कंडोम का इस्तेमाल जरुर करें और अपने महिला पार्टनर को लाभ प्रदान
करें ।
-- --
--
2. पीरियड्स के दौरान सेक्स करने के लिए चिकनाई की जरूरत नहीं
सम्भोग या सेक्स के आनंद के लिए जरुरी है कि महिलाओं के योनि अच्छी तरह से गीली हो चुकी हो अन्यथा लिंग के प्रवेश और सेक्स क्रिया से महिला की योनि की दीवार फट भी सकती है और आपकी महिला मित्र को दर्द का अनुभव होगा मगर पीरियड्स के दौरान रक्त के बहाव के कारण योनि अच्छी तरह से गिला होता है और आपके अलग से चिकनाई इस्तेमाल करने की जरुरत नहीं पड़ती । इस बात का जरुर ध्यान रखे कि पीरियड के दौरान सेक्स करते समय टॉवेल जरूर नीचे बिछा लें नहीं तो आपके इ बेड शीट के गंदे होने की सम्भावना बढ़ जाती है।
4. तनाव का कम होना
सेक्स के दौरान हमारे शरीर में नेचुरल फील गुड होर्मोनेस, एंडोर्फिन और ऑक्सीटोसिन के संचार में बढ़ोतरी होती है। ये फील गुड हार्मोन हमारे मस्तिष्क में खुशी केन्द्रों को सक्रिय करते है, जिसके कारण अंतरंगता और विश्राम की भावनाओं को बनाने और चिंता और अवसाद को टालने में बहुत मदद मिलती है। पीरियड के दौरान महिलाओं के स्वभाव में बहुत चिडचिडापन आ जाता है और वो छोटी छोटी बातें पर तनाव लेने लगती है मगर सेक्स करने से निकलने वाले होर्मोनेस के कारण उनमे ख़ुशी का संचार होता है ।
-- Sponsored Links:-
-- --
--
1. शरीर में होने वाली ऐंठन में कमी
यह हम सही जानते है कि सभोग या सेक्स के दौरान हमारे शरीर में
ऑक्सीटोसिन और डोपामाइन हॉर्मोन के साथ साथ एंडोरफिंस का स्तर सामान्य के
मुकाबले ज्यादा हो जाता है । यह बात भी बहुत सामान्य है कि मासिक धर्म के
दौरान महिलाओ में ऐंठन की पीड़ा होती है और कुछ कुछ महिलाओं में यह इतनी
अधिक तेज़ी से होती है कि उन्हें दर्दनिवारक गोलियों की भी जरुरत पड़ती है ।
इस अवस्था में अगर सम्भोग किया जाए तो ऐंठन में कमी के साथ साथ आत्मीयता का
भी आनद उठाएं ।2. पीरियड्स के दौरान सेक्स करने के लिए चिकनाई की जरूरत नहीं
सम्भोग या सेक्स के आनंद के लिए जरुरी है कि महिलाओं के योनि अच्छी तरह से गीली हो चुकी हो अन्यथा लिंग के प्रवेश और सेक्स क्रिया से महिला की योनि की दीवार फट भी सकती है और आपकी महिला मित्र को दर्द का अनुभव होगा मगर पीरियड्स के दौरान रक्त के बहाव के कारण योनि अच्छी तरह से गिला होता है और आपके अलग से चिकनाई इस्तेमाल करने की जरुरत नहीं पड़ती । इस बात का जरुर ध्यान रखे कि पीरियड के दौरान सेक्स करते समय टॉवेल जरूर नीचे बिछा लें नहीं तो आपके इ बेड शीट के गंदे होने की सम्भावना बढ़ जाती है।
3. पीरियड के दिनों का छोटा हो जाना
सेक्स करने के साथ ही महिला का गर्भाश्य सिकुड़ने लगता है और योनि का
मुख फैलने लगता है और इस प्रत्येक संकुचन के कारण गर्भाश्य में मौजूद विकार
युक्त रक्त और दूसरे पदार्थ का निष्कासन बहुत तेज़ी से होने लगता है है और
पीरियड के दिन कम हो जाते है ।4. तनाव का कम होना
सेक्स के दौरान हमारे शरीर में नेचुरल फील गुड होर्मोनेस, एंडोर्फिन और ऑक्सीटोसिन के संचार में बढ़ोतरी होती है। ये फील गुड हार्मोन हमारे मस्तिष्क में खुशी केन्द्रों को सक्रिय करते है, जिसके कारण अंतरंगता और विश्राम की भावनाओं को बनाने और चिंता और अवसाद को टालने में बहुत मदद मिलती है। पीरियड के दौरान महिलाओं के स्वभाव में बहुत चिडचिडापन आ जाता है और वो छोटी छोटी बातें पर तनाव लेने लगती है मगर सेक्स करने से निकलने वाले होर्मोनेस के कारण उनमे ख़ुशी का संचार होता है ।
5. कम बीमार पड़ना
हमारे शरीर की इम्मुनोग्लोबुलिन A( immunoglobulin A or lgA) प्रतिरक्षा
प्रणाली हमारे शरीर की रक्षा की पहली रक्षा पंक्ति है। इसका प्रमुख कार्य
यह है कि जिस स्थान से बैक्टीरिया या वायरस हमारे शरीर में प्रवेश करते है,
यह उसी स्थान पर उन पर आक्रमण करता है और शरीर के प्रतिरक्षा प्रणाली को
बनाये रखता है या उन्हें नष्ट कर देता है या फिर उनकी संख्या को कम करता
है। विल्केस यूनिवर्सिटी, पेनसिलवेनिया के अनुसार जो लोग सप्ताह में एक या
दो बार सम्भोग क्रिया करते है उनके शरीर में lgA की मात्रा 30% अधिक होती
है और जिसके कारण वो कम बीमार पड़ते हैं।-- Sponsored Links:-
0 comments:
Post a Comment