Digital Signature...

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Digital signature

 DIGITAL SIGNATURE  एक डिजिटल संदेश या दस्तावेजों की AUTHENTICITY के प्रदर्शन के लिए एक MATHEMATICAL योजना है।
DIGITAL SIGNATURE CRYPTOGRAPHY PROTOCOL SUIT का एक मानक तत्व हैं, और आमतौर पर सॉफ्टवेयर वितरण, वित्तीय लेन-देन के लिए इस्तेमाल करते हैं, और अन्य मामलों में यह जालसाजी या छेड़छाड़ का पता लगाने के लिए महत्वपूर्ण है।

Explanation


DIGITAL SIGNATURE  का इस्तेमाल ELECTRONIC SIGNATURE को  IMPLEMENT करने के लिए किया जाता है। ये  ELECTRONIC SIGNATURE , ELECTRONIC DATA को प्रदर्शित करता है।

Type of Digital Signature:

1. Class 2 Certificate.

CLASS 2 CERTIFICATE एक तरह का PERSONAL CERTIFICATE PRODUCT है जो कि PROVIDE किया जाता है HIGH LEVEL ASSURANCE COMPANIES को IN  ALL OVER INDIA. ये CERTIFICATE केबल  INDIVIDUALLY  ISSUE किये जाते है  और ये VALIDATION PROCESS के आधार पे काम  करते है। RCAI 2 को DIGITAL SIGNATURE को  CREATE करने के लिए इस्तेमाल कर सकते है। जैसे  INCOME TAX E-FILING.

2. Class 3 Certificate.  

ये CERTIFICATE  भी केबल  INDIVIDUALLY  ISSUE किये जाते है जो  RIGOROUS VALIDATION PROCESS के आधार पर काम करते है। ये  HIGH VALUE TRANSACTION की  IDENTITY  PROOF करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।  जैसे  E-TENDER, TAX E-FILE.  CLASS 3 DIGITAL SIGNATURE CONTAINS THE TWO PARTS:

1. SIGNING PROCESS.

SIGNING PROCESS का इस्तेमाल INDIVIDUALLY  PERSONAL USE के लिए किया जाता है।  इसका इस्तेमाल हम किसी भी ORGANISATION के अंदर कर सकते  है.

2. ENCRYPTED PROCESS.

ENCRYPTED PROCESS के जरिये हम अपने डाटा को SAFE रख सकते है। इसकी DEMAND किये जाने पर ही इसका इस्तेमाल किया जाता है।  

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