as per Amar ujala :
नई दिल्ली। असहिष्णुता पर जारी बहस में अभिनेता आमिर खान भी कूद पड़े हैं। इस मुद्दे पर पहली बार अपनी चुप्पी तोड़ते हुए आमिर ने कहा कि उन्हें कई मौके पर चेताया जा चुका है। उनकी पत्नी किरण राव तो इस कदर डर गई थीं कि उन्होंने उन्हें देश छोड़ने तक की सलाह दे दी थी।
अभिनेता ने पुरस्कार लौटाने वालों का भी यह कहकर समर्थन किया है कि रचनात्मक लोगों द्वारा अपने असंतोष को जाहिर करने का एक तरीका यह भी है। आमिर ने सोमवार को रामनाथ गोयनका पत्रकारिता पुरस्कार समारोह के दौरान कहा कि वह भी असुरक्षा और भय महसूस करते हैं तथा पिछले छह से आठ महीनों में यह बढ़ता जा रहा है।
आमिर के अनुसार, ‘जब मैंने घर पर किरण से बात की तो उसने पूछा कि क्या हमें भारत छोड़ देना चाहिए। वह अपने बच्चे के लिए डर महसूस करती है। वह इस बात से डरती है कि हमारे चारों तरफ किस तरह का माहौल बनेगा। वह हर दिन अखबार खोलने से डरती है।’ उन्होंने इस माहौल को अशांति और निराशा का संकेत करार दिया। इस दौरान आमिर ने राजनीतिज्ञों पर भी टिप्पणी की। कहा कि हमारे जनप्रतिनिधि जब कानून हाथ में लेने वालों के खिलाफ सख्त रवैया अपनाते हैं और कानूनी प्रक्रिया तेज होती है तो लोगों में सुरक्षा का भाव आता है। ऐसा नहीं होने पर असुरक्षा महसूस होती है।
गौरतलब है कि हाल ही में देश के कई साहित्यकारों ने देश में बढ़ रहे अहिष्णुता के विरोध में अपने साहित्य अकादमी पुरस्कारों को वापल लौटा दिया था। उनका कहना था कि जब से नई सरकार सत्ता में आई है तब से देश का माहौल खराब हो गया है. हालांकि, सरकार इस मुद्दे पर कुछ बोलने से बचती रही।
0 comments:
Post a Comment