मौत का कारण बन सकती हैं ये खुशबूदार चीजें...
सर्दियों से बचने के लिए अक्सर हम अपने कमरे की खिड़की और दरवाजे बंद कर लेते हैं और फ्रेश हवा के लिए एअर फ्रेशनर स्प्रे करते हैं या फिर खुशबूदार मोमबत्ती जलाते हैं। लेकिन यह खतरनाक हो सकता है।
बंद कमरे में मोमबत्ती जलाने और एअर फ्रेशनर का जो घातक असर हो सकता है उसके बारे किसी को पता नहीं होगा। युनिवर्सिटी ऑफ न्यूयाॅर्क के एक शोध में पाया गया है कि ये खुशबूदार चीजें कमरे में मौजूद शख्स की मौत का कारण भी बन सकती हैं।
लोग अपने बंद घर में ही प्राकृतिक और बसंती खुशबू भरा माहौल पाने के लिए कॉटन फ्रेश, माइस्टिक ओरिएंट और पाइन फोरेस्ट जैसे परफ्यूम इस्तेमाल करते हैं। लेकिन यह परफ्यूम आपके कमरे को कब्रगाह बना सकते हैं। शोधकर्ताओं ने इसकी वजह भी बताई है।डेली मेल के अनुसार, वैज्ञानिकों ने अपनी शोध में कहा है कि सामान्य परफ्यूम हवा के संपर्क में आने से पर एक विशेष प्रकार की गैस में परविर्तित हो जाते हैं। और कमरे या घर में पर्याप्त हवा की व्यवस्था न हो तो यह गैस एक खतरनाक स्तर तक पहुंच सकती है।
वैज्ञानिकों ने ये प्रयोग छह आधुनिक घरों में पांच दिनों तक किए हैं। नेशनल सेंटर फॉर एटमॉस्फेरिक साइंस के असिस्टेंट प्रोफेसर अलस्टेयर लेविस को इन प्रयोगों में अहम जानकारी मिली है।लेविस ने बताया कि उनकी टीम ने सबसे पहले कमरे की हवा में मौजूद VOCs (वोलाटाइल ऑर्गेनिक केमिकल्स) की जांच की जिसमें कई खतरनाक तत्व पाए गए।उन्होंने बताया कि वीओसी में बेनजीन समेत कई हानिकारक रसायन हवा में मिले। खासतौर से अल्फापाइनेन नामका तत्व भी मिला जो घरों में सफाई के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले उत्पादों में खुशबू के लिए प्रयोग किया जाता है।हालांकि लाइमोनेन जहरीला नहीं है लेकिन बंद कमरे में मौजूद अन्य गैसों से क्रिया करके यह एक विषैली गैस में तब्दील हो जाता है। बंद कमरे में ई-सिगरेट पीना भी खतरे से खाली नहीं है।
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सर्दियों से बचने के लिए अक्सर हम अपने कमरे की खिड़की और दरवाजे बंद कर लेते हैं और फ्रेश हवा के लिए एअर फ्रेशनर स्प्रे करते हैं या फिर खुशबूदार मोमबत्ती जलाते हैं। लेकिन यह खतरनाक हो सकता है।
बंद कमरे में मोमबत्ती जलाने और एअर फ्रेशनर का जो घातक असर हो सकता है उसके बारे किसी को पता नहीं होगा। युनिवर्सिटी ऑफ न्यूयाॅर्क के एक शोध में पाया गया है कि ये खुशबूदार चीजें कमरे में मौजूद शख्स की मौत का कारण भी बन सकती हैं।
लोग अपने बंद घर में ही प्राकृतिक और बसंती खुशबू भरा माहौल पाने के लिए कॉटन फ्रेश, माइस्टिक ओरिएंट और पाइन फोरेस्ट जैसे परफ्यूम इस्तेमाल करते हैं। लेकिन यह परफ्यूम आपके कमरे को कब्रगाह बना सकते हैं। शोधकर्ताओं ने इसकी वजह भी बताई है।डेली मेल के अनुसार, वैज्ञानिकों ने अपनी शोध में कहा है कि सामान्य परफ्यूम हवा के संपर्क में आने से पर एक विशेष प्रकार की गैस में परविर्तित हो जाते हैं। और कमरे या घर में पर्याप्त हवा की व्यवस्था न हो तो यह गैस एक खतरनाक स्तर तक पहुंच सकती है।
वैज्ञानिकों ने ये प्रयोग छह आधुनिक घरों में पांच दिनों तक किए हैं। नेशनल सेंटर फॉर एटमॉस्फेरिक साइंस के असिस्टेंट प्रोफेसर अलस्टेयर लेविस को इन प्रयोगों में अहम जानकारी मिली है।लेविस ने बताया कि उनकी टीम ने सबसे पहले कमरे की हवा में मौजूद VOCs (वोलाटाइल ऑर्गेनिक केमिकल्स) की जांच की जिसमें कई खतरनाक तत्व पाए गए।उन्होंने बताया कि वीओसी में बेनजीन समेत कई हानिकारक रसायन हवा में मिले। खासतौर से अल्फापाइनेन नामका तत्व भी मिला जो घरों में सफाई के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले उत्पादों में खुशबू के लिए प्रयोग किया जाता है।हालांकि लाइमोनेन जहरीला नहीं है लेकिन बंद कमरे में मौजूद अन्य गैसों से क्रिया करके यह एक विषैली गैस में तब्दील हो जाता है। बंद कमरे में ई-सिगरेट पीना भी खतरे से खाली नहीं है।
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