नई दिल्ली: महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर एक बार फिर चयनकर्ताओं की अनदेखी का शिकार युवराज सिंह के लिए ‘दुखी’ हैं लेकिन उन्होंने कहा कि इस साल आईसीसी क्रिकेट विश्व कप टीम में नहीं चुने जाने के बाद वह बायें हाथ के इस बल्लेबाज को एक बार फिर टीम में जगह नहीं मिलने से ‘हैरान नहीं’ हैं.
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भारत पांचवें, छठे या सातवें स्थान पर अनुभवी बल्लेबाज उतारने को लेकर जूझ रहा है जो दबाव से निपट सके और टीम को जीत दिला सके. पिछले रणजी ट्राफी मैच में 187 रन की पारी खेलने वाले युवराज चयनकर्ताओं के लिए विकल्प थे लेकिन उन्होंने एक बार फिर इस बल्लेबाज की अनदेखी की.
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भारत पांचवें, छठे या सातवें स्थान पर अनुभवी बल्लेबाज उतारने को लेकर जूझ रहा है जो दबाव से निपट सके और टीम को जीत दिला सके. पिछले रणजी ट्राफी मैच में 187 रन की पारी खेलने वाले युवराज चयनकर्ताओं के लिए विकल्प थे लेकिन उन्होंने एक बार फिर इस बल्लेबाज की अनदेखी की.
यह पूछने पर कि क्या वह चयनकर्ताओं के फैसले से हैरान हैं, गावस्कर ने कहा, ‘‘नहीं ऐसा नहीं है.’’ गावस्कर ने एक न्यूज़ चैनल से कहा से कहा, ‘‘युवराज को उस समय संकेत दे दिए गए थे जब उन्हें 2015 विश्व कप टीम में नहीं चुना गया था. उन्होंने दिखाया कि वे भविष्य की ओर देख रहे हैं. लेकिन हां रणजी में उसके प्रदर्शन के बाद उम्मीद थी कि उसकी वापसी हो सकती है.’’
गावस्कर ने कहा, ‘‘मेरा निजी नजरिया है कि सर्वश्रेष्ठ संयोजन चुनो जिसमें युवा और अनुभव का मिश्रण हो. हमारे पास पांचवें नंबर पर कोई नहीं है और युवराज यह (अनुभव) मुहैया करा सकता है. आप सुरेश रैना को अनुभवहीन नहीं कह सकते जो 10 साल से खेल रहा है लेकिन युवराज बड़ा अंतर पैदा करता और मुझे उसके लिए दुख है.’’
पूर्व भारतीय कप्तान ने कहा कि भारत को जीत दर्ज करने की कोशिश करनी चाहिए नहीं तो टेस्ट श्रृंखला में दक्षिण अफ्रीका का सामना करना और मुश्किल हो जाएगा. भारत ने टी20 श्रृंखला गंवा दी है जबकि वनडे श्रृंखला में वह 1-2 से पिछड़ रहा है.
गावस्कर ने साथ ही कहा कि भारतीय खिलाड़ियों को नहीं पता कि उनका काम क्या है क्योंकि अजिंक्य रहाणे को तीसरे नंबर पर दो अर्धशतक जड़ने के बाद छठे नंबर पर खिलाया गया. भारत-पाक श्रृंखला की संभावना पर गावस्कर को लगता है कि इसके लिए हालात में सुधार की जरूरत है.
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