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118 घायल हैं। सेना की वर्दी में चेहरे पर नकाब लगाकर आए इन आतंकियों के हाथ में कलाशनिकोव गन थी। कहा जा रहा है कि आतंकियों ने पुलिसवालों को बंधक बना लिया था। जवाबी कार्रवाई में हमला करने वाले तीनों आतंकी मारे गए। तीनों ने सुसाइड जैकेट पहन रखी थी। हमले के वक्त कैम्पस में मौजूद थे 700 पुलिस कैडेट्स…
आतंकियों ने क्वेटा की सरयाब रोड पर मौजूद ट्रेनिंग सेंटर के हॉस्टल में रात 11:10 बजे हमला बोला।
– हमले के वक्त कैम्पस में करीब 700 पुलिस कैडेट्स थे। कैम्पस में आतंकियों घुसे इसके बाद वहां कम से कम 5 धमाकों की आवाज सुनी गई।
– बलूचिस्तान के होम मिनिस्टर मीर सरफराज बुगती ने बताया कि हमले के बाद पाक आर्मी ने आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन चलाया, जिसमें वहां से करीब 250 ट्रेनी पुलिसकर्मियों को सुरक्षित निकाला गया।
सेना की वर्दी में कलाशनिकोव गन लेकर आए थे हमलावर
– एक कैडेट ने रिपोर्टर्स को बताया, “मैंने तीन लोगों को सेना की वर्दी में देखा। उनके हाथों में कलाश्निकोव थी और उनके चेहरे ढंके हुए थे।”
– “उन्होंने फायरिंग शुरू कर दी और डॉरमेटरी में दाखिल हो गए। मैं दीवार फांदकर बाहर आने में कामयाब हो गया।”
लश्कर-ए-झांगवी पर शक
– मेजर जनरल शेर अफगान के मुताबिक माना जा रहा है कि तीनों हमलावर आतंकी गुट लश्कर-ए-झांगवी के थे। यह पाकिस्तान तालिबान से जुड़ा आतंकी गुट है।
– उन्होंने कहा कि हमलावर अफगानिस्तान में बैठे उनके साथियों के कॉन्टेक्ट में थे। उनसे इंस्ट्रक्शन ले रहे थे।
कैम्पस खाली कराया, सर्च ऑपरेशन जारी
– बुगती ने बताया कि ट्रेनिंग सेंटर का कैम्पस चार घंटे के भीतर खाली करा लिया गया। सर्च ऑपरेशन अभी चल रही है।
– बुगती ने बताया कि घायलों में ज्यादातर पुलिस कैडेट्स हैँ, जिन्हें क्वेटा के सिविल हॉस्पिटल, बोलन मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल और मिलिट्री हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। इनमें से कुछ की हालत गंभीर है।
पाक में इस साल तीसरा सबसे बड़ा आतंकी हमला
– पाकिस्तान पर इस साल का यह तीसरा सबसे बड़ा आतंकी हमला है।
– इससे पहले 27 मार्च को गुलशन-ए-इकबाल पार्क पर हुए फिदायिन हमले में कम से कम 74 लोगों की मौत हुई थी। 338 घायल हुए थे।
– इसी साल अगस्त में क्वेटा के सिविल हॉस्पिटल पर फिदायिन हमला हुआ था, जिसमें 73 लोगों की मौत हुई थी। इनमें से ज्यादातर वकील थी।
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पाकिस्तान में बलूचिस्तान की राजधानी क्वेटा में पुलिस ट्रेनिंग सेंटर पर
सोमवार देर रात आतंकी हमला हुआ है। रिपोर्ट्स के मुताबिक करीब 60 पुलिस
ट्रेनी और अफसरों की मौत हुई है।
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118 घायल हैं। सेना की वर्दी में चेहरे पर नकाब लगाकर आए इन आतंकियों के हाथ में कलाशनिकोव गन थी। कहा जा रहा है कि आतंकियों ने पुलिसवालों को बंधक बना लिया था। जवाबी कार्रवाई में हमला करने वाले तीनों आतंकी मारे गए। तीनों ने सुसाइड जैकेट पहन रखी थी। हमले के वक्त कैम्पस में मौजूद थे 700 पुलिस कैडेट्स…
आतंकियों ने क्वेटा की सरयाब रोड पर मौजूद ट्रेनिंग सेंटर के हॉस्टल में रात 11:10 बजे हमला बोला।
– हमले के वक्त कैम्पस में करीब 700 पुलिस कैडेट्स थे। कैम्पस में आतंकियों घुसे इसके बाद वहां कम से कम 5 धमाकों की आवाज सुनी गई।
– बलूचिस्तान के होम मिनिस्टर मीर सरफराज बुगती ने बताया कि हमले के बाद पाक आर्मी ने आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन चलाया, जिसमें वहां से करीब 250 ट्रेनी पुलिसकर्मियों को सुरक्षित निकाला गया।
सेना की वर्दी में कलाशनिकोव गन लेकर आए थे हमलावर
– एक कैडेट ने रिपोर्टर्स को बताया, “मैंने तीन लोगों को सेना की वर्दी में देखा। उनके हाथों में कलाश्निकोव थी और उनके चेहरे ढंके हुए थे।”
– “उन्होंने फायरिंग शुरू कर दी और डॉरमेटरी में दाखिल हो गए। मैं दीवार फांदकर बाहर आने में कामयाब हो गया।”
लश्कर-ए-झांगवी पर शक
– मेजर जनरल शेर अफगान के मुताबिक माना जा रहा है कि तीनों हमलावर आतंकी गुट लश्कर-ए-झांगवी के थे। यह पाकिस्तान तालिबान से जुड़ा आतंकी गुट है।
– उन्होंने कहा कि हमलावर अफगानिस्तान में बैठे उनके साथियों के कॉन्टेक्ट में थे। उनसे इंस्ट्रक्शन ले रहे थे।
कैम्पस खाली कराया, सर्च ऑपरेशन जारी
– बुगती ने बताया कि ट्रेनिंग सेंटर का कैम्पस चार घंटे के भीतर खाली करा लिया गया। सर्च ऑपरेशन अभी चल रही है।
– बुगती ने बताया कि घायलों में ज्यादातर पुलिस कैडेट्स हैँ, जिन्हें क्वेटा के सिविल हॉस्पिटल, बोलन मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल और मिलिट्री हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। इनमें से कुछ की हालत गंभीर है।
पाक में इस साल तीसरा सबसे बड़ा आतंकी हमला
– पाकिस्तान पर इस साल का यह तीसरा सबसे बड़ा आतंकी हमला है।
– इससे पहले 27 मार्च को गुलशन-ए-इकबाल पार्क पर हुए फिदायिन हमले में कम से कम 74 लोगों की मौत हुई थी। 338 घायल हुए थे।
– इसी साल अगस्त में क्वेटा के सिविल हॉस्पिटल पर फिदायिन हमला हुआ था, जिसमें 73 लोगों की मौत हुई थी। इनमें से ज्यादातर वकील थी।
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