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हमारी विशेष टीम 11 बजकर 45 मिनट पर कानपुर सेंट्रल के
प्लेटफार्म नंबर एक से स्टेशन के भीतर दाखिल हुई,हमारी टीम ने हर
प्लेटफार्म पर एक रेल जानकारी हेतु एक इलेक्ट्रॉनिक मशीन लागु हुई पायी
जिसमे लिखा हुआ था की नीले बटन को दबाये और रेलगाड़ी की समय संबंधी
जानकारी पाए लेकिन हमारी टीम ने हर प्लेटफार्म पर उस मशीन के नीले बटन को दबाया लेकिन उस मशीन ने रेलगाड़ी संबधी कोई भी जानकारी नहीं दी,कही कही तो उस मशीन का नीला बटन भी गायब था,जब हमने स्टेशन पर यात्रियों से बातचीत की तो उन्होंने हमारी टीम से बताया की ये मशीन को तो उन्होंने कभी काम करता ही नहीं पाया ।
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पब्लिक रूट (विशेष टीम) – देश में मोदी सरकार को आये दो वर्ष से अधिक
का समय हो गया है,सरकार के इस अंतराल में रेल बजट में भी बढ़ोत्तरी की
गयी,यात्री किराये में बढ़ोत्तरी यात्रियों की सुविधा का हवाला देकर की जाती
है,यात्रियों की सुविधाओ की कितनी फिक्र रेलवे को है,इस हकीकत को जानने
हमारी टीम कानपुर के सेंट्रल स्टेशन पहुची जो की उत्तर मध्य रेलवे के
प्रमुख स्टेशनों में आता है ।
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जानकारी पाए लेकिन हमारी टीम ने हर प्लेटफार्म पर उस मशीन के नीले बटन को दबाया लेकिन उस मशीन ने रेलगाड़ी संबधी कोई भी जानकारी नहीं दी,कही कही तो उस मशीन का नीला बटन भी गायब था,जब हमने स्टेशन पर यात्रियों से बातचीत की तो उन्होंने हमारी टीम से बताया की ये मशीन को तो उन्होंने कभी काम करता ही नहीं पाया ।
हमारी टीम ने देखा की रेलगाड़ी में यात्रियों की सुविधाओ के
लिए जो पानी भरा जाता है उस पाइप से पानी लगातार बेवजह बह रहा है,वही
प्लेटफार्म नंबर पाँच पर नलो से पानी ही नहीं आ रहा है और यात्री
परेशांन हो रहे है,जबकि इस उमस भरी गर्मी में यात्रियों को पानी की
कितनी जरूरत है ये बताने की जरूरत नहीं है ।
जब हमारी टीम फ़ोन चार्जिंग बोर्ड पर पहुची तो वहाँ देखने को
मिला की नंबर लग के मोबाइल चार्ज हो रहा था वो भी के केवल पाँच पाँच मिनट
करे लिए जब हमने वह खड़े एक रेलवे के कर्मचारी से पूछा की दूसरा बोर्ड कहा
है तो उसने बताया की पुरे स्टेशन पर सिर्फ एक ही बोर्ड है और वो भी सिर्फ प्लेटफार्म नंबर एक पर इसका मतलब जिस यात्री की गाडी प्लेटफार्म
नंबर एक पर आ रही हो उसके ही लिए ये सुविधा उपलब्ध है जबकि स्टेशन पर दस
प्लेटफार्म है ।
जब हमने पुरे मामले पर डिप्टी सी.टी.ऍम. अख़लाक़ अहमद से फ़ोन पे
बात की तो उन्होंने बताया की रेल संबंधी सभी जानकरी ऑनलाइन हो जाने के बाद
उस मशीन का कोई काम नहीं है इसलिए उनको हटवा दिया जायेगा और नलो पर पानी न
आने पर उन्होंने कहा की वहाँ पर मरम्मत का काम हो रहा है ।
डिप्टी सी.टी.ऍम.साहब के बयान से तो स्पष्ट है की अब रेल संबंधी
जानकारी केवल हाई टेक यात्रियों को ही मिलेगी लेकिन उन लोगो का क्या जो
अभी तक इन्टरनेट की दुनिया से बहुत दूर है ।
रेलमंत्री महोदय से सिर्फ अब इतना ही कहना है की अगर ये ही अच्छे
दिन है तो नहीं चाहिए ऐसे अच्छे दिन जहा रेल संबधी जानकारी सिर्फ इन्टरनेट
वालो को मिले,पाइप से पानी बहता रहे लेकिन यात्री सभी प्यासे रहे और
मोबाइल चार्ज सिर्फ एक नंबर प्लेटफार्म पर गाडी आने वाले यात्रियों का ही
हो ।
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