अंताल्या: क्या अमेरिका राष्ट्रपति बराक ओबामा ने हथियार डाल दिए हैं. ओबामा ने कहा है कि अमेरिकी सेना सीरिया जाकर आईएस के खिलाफ नहीं लड़ेगी. इसके लिए ओबामा ने मौजूदा नीति का हवाला दिया है.
as per ABP :
ओबामा ने कहा कि जब सैनिक भेजे जाएंगे तो वो सैनिक घायल होंगे, मारे जाएंगे. इससे अच्छा होगा कि अमेरिका अभी चल रहे हवाई हमलों में तेजी लाएगा. हालांकि ओबामा ने सीरिया के शरणार्थियों के लिए अमेरिका के दरवाजे खुले रखने का एलान किया है.
ओबामा ने मुस्लिम समुदाय से शिकायती लहजे में कहा कि जितनी निंदा होनी चाहिए उतनी नहीं हो रही है. ओबामा ने मुस्लिमों से अपील की कि वो आईएस के संक्रमण की चपेट में अपने बच्चों को आने न दें.
हालांकि, आईएस ने अमेरिका पर हमले की चेतावनी दी है.
आईएस की क्षमता को कम कर आंकने के बारे में बार बार सवाल पूछे जाने से ओबामा खीझ गए. उन्होंने क्षेत्र में अमेरिका के जमीनी सैनिकों (थल सेना) को भेजने की बात खारिज करते हुए कहा कि यह एक गलती होगी और क्षेत्र में एक स्थायी कब्जा लेने वाले बल की प्रतिबद्धता नहीं होने तक यह काम नहीं करेगा.
उन्होंने कहा, ‘‘जब सैनिक भेजे जाएंगे , वे सैनिक घायल होंगे. वे मारे जाएंगे’’ नयी रणनीति बताने की बजाय ओबामा ने कहा कि अमेरिका अभी चल रहे हवाई हमलों में तेजी लाएगा. साथ ही नरमपंथी बलों को हथियार और प्रशिक्षण देगा.
उन्होंने अन्य देशों से आतंकवाद के खिलाफ युद्ध में अपनी भागीदारी बढ़ाने की अपील की.
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