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हालांकि फोन नंबर, ईमेल और सोशल मीडिया अकाउंट के जरिए पैसों के लेन-देन की सुविधा देने वाले बैंक एप यूजर को इस असुविधा से छुटकारा दिला सकते हैं। जी हां, ‘केपे’, ‘चिल्लर’, ‘पॉकेट्स’ और ‘एक्सिस-पे’ जैसे एप न सिर्फ खरीदारी, बल्कि बिल भुगतान और करीबियों के खाते में पैसे स्थानांतरित करने तक का विकल्प देते हैं। खास बात यह है कि इनके इस्तेमाल के लिए आपका नेट बैंकिंग से जुड़ा होना या ई-वॉलेट बनाना जरूरी नहीं है।
1. केपे डॉट कॉम
कोटक महिंद्रा बैंक की यह वेबसाइट 30 बैंकों के ग्राहकों को आपस में पैसों का लेन-देन करने की सुविधा देती है। यूजर चाहें तो किसी रेस्तरां में खाना खाने, सार्वजनिक परिवहन का इस्तेमाल करने या राशन, दूध-दही व सब्जी जैसे जरूरी सामानों की खरीदारी करने के लिए kaypay.com का इस्तेमाल कर सकते हैं।
केपे डॉट कॉम पर सबसे पहले बैंक खाते से जुड़ा नाम, मोबाइल नंबर और ईमेल एड्रेस डालकर अपना अकाउंट पंजीकृत करवाएं। यहां आपको फोन नंबर, ईमेल और फेसबुक-गूगल अकाउंट लिखा दिखाई देगा। मनचाहे विकल्प पर क्लिक करने के बाद उस व्यक्ति का मोबाइल नंबर डालें या फेसबुक-गूगल अकाउंट चुनें, जिसे पैसे भेजना चाहते हैं। इसके बाद केपे डॉट कॉम आपसे संबंधित व्यक्ति को भेजी जाने वाली धनराशि और अपना बैंक अकाउंट नंबर डालने को कहेगी। ओटीपी डालकर ‘ओके’ पर क्लिक करते ही तय राशि एक लिंक के रूप में संबंधित व्यक्ति के पास पहुंच जाएगी।
यह एप एचडीएफसी बैंक और बैंक ऑफ बड़ोदा समेत आठ बैंकों से एसएमएस के जरिए पैसे भेजने की सुविधा देता है। अगर Chillr एप दोनों पक्षों के फोन में मौजूद है तो यूजर के लिए सामने वाले शख्स का बैंक अकाउंट नंबर जानना भी जरूरी नहीं है। उनके लिए एप में संबंधित व्यक्ति का मोबाइल नंबर डालना ही काफी होगा।‘चिल्लर’ पर अकाउंट बनाने के लिए यूजर को सिर्फ अपना नाम और वह मोबाइल नंबर देना होगा, जो उनके बैंक अकाउंट में पंजीकृत है। ऐसा करते ही फोन की स्क्रीन पर आठ बैंकों की सूची आ जाएगी।
इनमें से उस बैंक को चुनें, जिसमें आपका खाता है। इससे आपके ‘चिल्लर’ अकाउंट में उतनी रकम दिखने लगेगी, जितनी बैंक अकाउंट में उपलब्ध है। पैसे भेजने के लिए ‘सेंड’ के विकल्प पर टैप करेंगे तो आपके फोन में मौजूद सभी कॉन्टेक्ट दिख जाएंगे। जिस व्यक्ति को पैसा भेजना चाहते है, उसके नंबर पर टैप कर तय राशि डालें। यह एप उस व्यक्ति के फोन में मौजूद होगा तो तय राशि उसके खाते में चली जाएगी।
आईसीआईसीआई बैंक का Pockets एप भी यूपीआई सिस्टम पर आधारित है। इसके जरिए बिना बैंक अकाउंट से जुड़ी जानकारियां जाने एक-दूसरे को पैसा भेजा और प्राप्त किया जा सकता है। ‘पॉकेट्स’ से मोबाइल फोन, डीटीएच रिचार्ज और बिजली बिल भुगतान से लेकर फिल्मों के टिकट और गिफ्ट आदि भी खरीदे जा सकते हैं। प्रक्रिया : गूगल प्लेस्टोर पर जाकर यह मुफ्त एप डाउनलोड करें। इसके बाद अपने नाम और किसी भी बैंक में रजिस्टर्ड फोन नंबर-ईमेल एड्रेस के जरिए ‘पॉकेट्स’ में लॉग-इन करें।
इस एप में नेटबैंकिंग आईडी के जरिए भी लॉग-इन किया जा सकता है। लॉग-इन करने के बाद होमपेज पर फोन नंबर से जुड़ा अकाउंट दिख जाएगा। अकाउंट चुनकर आपको वचरुअल पेमेंट एड्रेस (वीपीए) बनाना होगा। इसके बाद यूपीआई के विकल्प पर जाकर ‘सेंड मनी’ पर उस व्यक्ति का वचरुअल पेमेंट एड्रेस डालना होगा, जिसे पैसा भेजना चाहते हैं। इसके नीचे जितना पैसा भेजना है, उतनी रकम लिखकर ‘सेंड’ कर दें।
इस एप से किसी भी समय एक्सिस बैंक समेत अन्य बैंकों के यूजर को पैसे ट्रांसफर कर सकते हैं। इसके लिए बैंक अकाउंट या आईएफसी कोड जानने की जरूरत नहीं होगी। ‘एक्सिस पे’ भी यूपीआई पर काम करता है।प्रक्रिया : गूगल प्लेस्टोर से Axis Pay डाउनलोड करें। इसके बाद आपके फोन नंबर पर एक वेरिफिकेशन कोड आएगा। इसे कंफर्म कर दें। फिर एप के होमपेज पर दी गई सूची में से अपना बैंक चुनें। इसके बाद जीमेल अकाउंट की तरह अपना वचरुअल पेमेंट एड्रेस (वीपीए) बनाएं। यह डेबिट कार्ड नंबर डालने के बाद आपके फोन पर आने वाले ओटीपी को सब्मिट करके भी बनाया जा सकता है। वीपीए yourname@axis.com जैसा होगा। अब ‘सेंड’ या ‘आस्क मनी’ के विकल्प में जाकर किसी को भी पैसे भेजे या मंगवाए जा सकते हैं।
कृपया 2000 या 500 के नए नोट के नकली होने से संबंधित किसी तरह की अफवाह न फैलाएं। अगर आपके पास नोट बदलने या नए नोट से संबंधित किसी भी तरह के सवाल हैं तो आप नीचे दिए गए Toll Free नंबर पर रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया (RBI) से संपर्क कर सकते हैं या फिर नीचे दी गई Email ID पर भी अपने सवाल भेज सकते हैं।
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केंद्र सरकार ने नोटबंदी योजना को लेकर लोगों को 50 दिन का दर्द सहने की
सलाह दी है। हालांकि जिस दर से फिलहाल नए नोट बांटे जा रहे हैं उसे देखा
जाए तो 50 दिन में ये प्रक्रिया पूरी होनी असंभव है। एक अनुमान के मुताबिक
नोट बदलने का काम जिस गति से किया जा रहा है ऐसे में इसे पूरा होने में कम
से कम 1000 और 500 रुपये के नोटों पर पाबंदी के बाद बैंकों और एटीएम से
पैसे निकालने के लिए लोगों को घंटों कतारों में खड़े होना पड़ रहा है।
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हालांकि फोन नंबर, ईमेल और सोशल मीडिया अकाउंट के जरिए पैसों के लेन-देन की सुविधा देने वाले बैंक एप यूजर को इस असुविधा से छुटकारा दिला सकते हैं। जी हां, ‘केपे’, ‘चिल्लर’, ‘पॉकेट्स’ और ‘एक्सिस-पे’ जैसे एप न सिर्फ खरीदारी, बल्कि बिल भुगतान और करीबियों के खाते में पैसे स्थानांतरित करने तक का विकल्प देते हैं। खास बात यह है कि इनके इस्तेमाल के लिए आपका नेट बैंकिंग से जुड़ा होना या ई-वॉलेट बनाना जरूरी नहीं है।
1. केपे डॉट कॉम
कोटक महिंद्रा बैंक की यह वेबसाइट 30 बैंकों के ग्राहकों को आपस में पैसों का लेन-देन करने की सुविधा देती है। यूजर चाहें तो किसी रेस्तरां में खाना खाने, सार्वजनिक परिवहन का इस्तेमाल करने या राशन, दूध-दही व सब्जी जैसे जरूरी सामानों की खरीदारी करने के लिए kaypay.com का इस्तेमाल कर सकते हैं।
केपे डॉट कॉम पर सबसे पहले बैंक खाते से जुड़ा नाम, मोबाइल नंबर और ईमेल एड्रेस डालकर अपना अकाउंट पंजीकृत करवाएं। यहां आपको फोन नंबर, ईमेल और फेसबुक-गूगल अकाउंट लिखा दिखाई देगा। मनचाहे विकल्प पर क्लिक करने के बाद उस व्यक्ति का मोबाइल नंबर डालें या फेसबुक-गूगल अकाउंट चुनें, जिसे पैसे भेजना चाहते हैं। इसके बाद केपे डॉट कॉम आपसे संबंधित व्यक्ति को भेजी जाने वाली धनराशि और अपना बैंक अकाउंट नंबर डालने को कहेगी। ओटीपी डालकर ‘ओके’ पर क्लिक करते ही तय राशि एक लिंक के रूप में संबंधित व्यक्ति के पास पहुंच जाएगी।
यह एप एचडीएफसी बैंक और बैंक ऑफ बड़ोदा समेत आठ बैंकों से एसएमएस के जरिए पैसे भेजने की सुविधा देता है। अगर Chillr एप दोनों पक्षों के फोन में मौजूद है तो यूजर के लिए सामने वाले शख्स का बैंक अकाउंट नंबर जानना भी जरूरी नहीं है। उनके लिए एप में संबंधित व्यक्ति का मोबाइल नंबर डालना ही काफी होगा।‘चिल्लर’ पर अकाउंट बनाने के लिए यूजर को सिर्फ अपना नाम और वह मोबाइल नंबर देना होगा, जो उनके बैंक अकाउंट में पंजीकृत है। ऐसा करते ही फोन की स्क्रीन पर आठ बैंकों की सूची आ जाएगी।
इनमें से उस बैंक को चुनें, जिसमें आपका खाता है। इससे आपके ‘चिल्लर’ अकाउंट में उतनी रकम दिखने लगेगी, जितनी बैंक अकाउंट में उपलब्ध है। पैसे भेजने के लिए ‘सेंड’ के विकल्प पर टैप करेंगे तो आपके फोन में मौजूद सभी कॉन्टेक्ट दिख जाएंगे। जिस व्यक्ति को पैसा भेजना चाहते है, उसके नंबर पर टैप कर तय राशि डालें। यह एप उस व्यक्ति के फोन में मौजूद होगा तो तय राशि उसके खाते में चली जाएगी।
आईसीआईसीआई बैंक का Pockets एप भी यूपीआई सिस्टम पर आधारित है। इसके जरिए बिना बैंक अकाउंट से जुड़ी जानकारियां जाने एक-दूसरे को पैसा भेजा और प्राप्त किया जा सकता है। ‘पॉकेट्स’ से मोबाइल फोन, डीटीएच रिचार्ज और बिजली बिल भुगतान से लेकर फिल्मों के टिकट और गिफ्ट आदि भी खरीदे जा सकते हैं। प्रक्रिया : गूगल प्लेस्टोर पर जाकर यह मुफ्त एप डाउनलोड करें। इसके बाद अपने नाम और किसी भी बैंक में रजिस्टर्ड फोन नंबर-ईमेल एड्रेस के जरिए ‘पॉकेट्स’ में लॉग-इन करें।
इस एप में नेटबैंकिंग आईडी के जरिए भी लॉग-इन किया जा सकता है। लॉग-इन करने के बाद होमपेज पर फोन नंबर से जुड़ा अकाउंट दिख जाएगा। अकाउंट चुनकर आपको वचरुअल पेमेंट एड्रेस (वीपीए) बनाना होगा। इसके बाद यूपीआई के विकल्प पर जाकर ‘सेंड मनी’ पर उस व्यक्ति का वचरुअल पेमेंट एड्रेस डालना होगा, जिसे पैसा भेजना चाहते हैं। इसके नीचे जितना पैसा भेजना है, उतनी रकम लिखकर ‘सेंड’ कर दें।
इस एप से किसी भी समय एक्सिस बैंक समेत अन्य बैंकों के यूजर को पैसे ट्रांसफर कर सकते हैं। इसके लिए बैंक अकाउंट या आईएफसी कोड जानने की जरूरत नहीं होगी। ‘एक्सिस पे’ भी यूपीआई पर काम करता है।प्रक्रिया : गूगल प्लेस्टोर से Axis Pay डाउनलोड करें। इसके बाद आपके फोन नंबर पर एक वेरिफिकेशन कोड आएगा। इसे कंफर्म कर दें। फिर एप के होमपेज पर दी गई सूची में से अपना बैंक चुनें। इसके बाद जीमेल अकाउंट की तरह अपना वचरुअल पेमेंट एड्रेस (वीपीए) बनाएं। यह डेबिट कार्ड नंबर डालने के बाद आपके फोन पर आने वाले ओटीपी को सब्मिट करके भी बनाया जा सकता है। वीपीए yourname@axis.com जैसा होगा। अब ‘सेंड’ या ‘आस्क मनी’ के विकल्प में जाकर किसी को भी पैसे भेजे या मंगवाए जा सकते हैं।
कृपया 2000 या 500 के नए नोट के नकली होने से संबंधित किसी तरह की अफवाह न फैलाएं। अगर आपके पास नोट बदलने या नए नोट से संबंधित किसी भी तरह के सवाल हैं तो आप नीचे दिए गए Toll Free नंबर पर रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया (RBI) से संपर्क कर सकते हैं या फिर नीचे दी गई Email ID पर भी अपने सवाल भेज सकते हैं।
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