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बताया जा रहा था कि इसके जरिए लोग ब्लैक मनी को व्हाइट करने की कोशिश कर रहे थे। वहीं रेलवे ने पैसे की कमी के चलते टिकट कैंसल कराने के बाद रिफंड करने से मना कर दिया है। बता दें कि नरेंद्र मोदी ने 8 नवंबर को 500-1000 रु. के नोट बंद करने का एलान किया था। यह भी कहा था कि 10 नवंबर से 30 दिसंबर तक पुराने नोट बैंक-पोस्ट ऑफिस में जमा होंगे। एयर टिकट कैंसल कराकर ब्लैक मनी को व्हाइट करने की कोशिश...
- अफसरों का मानना है कि सरकार के 500-1000 रु. के नोट बंद करने के फैसले के बाद कई लोग एयर टिकट बुकिंग का इस्तेमाल ब्लैक मनी को व्हाइट करने के लिए करेंगे।
- बाद में लोग अपनी टिकट कैंसल करा लेंगे और पैसा उनके अकाउंट में रिफंड हो जाएगा।
- डायरेक्टर जनरल ऑफ सिविल एविएशन (डीजीसीए) ने एयरलाइंस से कहा, 'एयरपोर्ट से टिकट बुकिंग कराने वाले कस्टमर्स को साफतौर पर बताया जाना चाहिए कि पुराने 500-1000 के नोटों से बुकिंग कराने पर न तो टिकट कैंसल होगा और न ही रिफंड मिलेगा।'
- हालांकि सरकार और डीजीसीए ने इस बारे में ऑफिशियली कुछ नहीं कहा है।
- कुछ एयरलाइंस ने पहले ही कहा था कि पिछले 48 घंटे में बुक हुए टिकट ना तो कैंसल होंगे और ना ही रिफंड।
क्या बोले स्पाइसजेट के स्पोक्सपर्सन?
- स्पाइसजेट के स्पोक्सपर्सन अजय जसरा ने कहा, 'एयरपोर्ट काउंटर से रोजाना अमूमन 20-25 लाख की बुकिंग होती है। बीते 48 घंटे में एक करोड़ की बुकिंग हो चुकी हैं। सामान्य से ये चौगुना है।'
- विस्तारा एयरलाइन ने कहा, '500-1000 के पुराने नोट बैगेज, अपग्रेड्स, कैंसल या चेंज फी और दूसरे कामों में स्वीकार नहीं होंगे। इनसे केवल टिकट खरीदी जा सकेगी।'
रेलवे ने कहा- कैंसल टिकट का पैसा अकाउंट में आएगा
- इस बीच रेलवे ने कहा कि काउंटर पर 50-100 रु. के नोट में कमी हो गई है। इसके चलते टिकट कैंसल रहा रहे लोगों को फिलहाल कैश रिफंड नहीं किया जाएगा।
- अगर कैंसल टिकट पर अमाउंट 10 हजार रुपए तक है तो टिकट डिपॉजिट रिसिप्ट्स (TDR) जारी होगी, जिसका पैसेंजर्स आगे इस्तेमाल कर पाएंगे।
- वहीं, अगर रिफंड अमाउंट 10 हजार रुपए से ज्यादा है तो लोगों को ये पैसा उनके अकाउंट में भेजा जाएगा। इसके लिए लोगों को उनका अकाउंट डिटेल देना होगा।वेस्टर्न रेलवे को दिखा टिकट बुकिंग में 25 फीसदी का इजाफा
- वेस्टर्न रेलवे के नए नियम के मुताबिक, लोगों को अगर वेटिंग टिकट लेना है तो टिकट काउंटर से ही रिजर्वेशन करना पड़ेगा।
- दो दिन में टिकट बुकिंग में 25 फीसदी का इजाफा हुआ था। इसके बाद रेलवे हरकत में आया था।
- मोहम्मद जमशेद (मेंबर, रेलवे बोर्ड) के मुताबिक, 'सरकार की हर तरह के टिकट ट्रांजेक्शन पर नजर है।'
- माना जा रहा था कि रेलवे में टिकट बुक कराने के जरिए लोग 500-1000 रु. के नोट खपा रहे हैं और वेटिंग टिकट बुक करा रहे हैं। बाद में इन टिकटों को कैंसिल कराकर अकाउंट में पैसा वापस आ जाएगा।
- ये बात भी सामने आई कि कैश की कमी के चलते रेलवे ने ये फैसला लिया था।
ऐसे समझ सकते हैं
- अगर आप रेलवे का (ऑनलाइन या काउंटर से) वेटिंग टिकट कराते हैं और टिकट कन्फर्म नहीं होती तो वह अपने आप कैंसल हो जाती है।
- मान लीजिए कि एसी फर्स्ट क्लास में एक शख्स का औसतन किराया करीब 4500 और सेकंड क्लास में 2600 रु. होता है।
- अगर एसी फर्स्ट में 10 लोग वेटिंग टिकट बुक कराते हैं। इस लिहाज से इसका किराया 45 हजार होता है।
- ऑनलाइन टिकट कन्फर्म न होने पर टिकट अपने आप कैंसल हो जाता है और पैसे वापस मिल जाते हैं। रेलवे को शक है कि इसी तरीके से लोग अपना कालाधन सफेद कर रहे हैं।
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नई दिल्ली.केंद्र सरकार ने देश की सभी एयरलाइंस से कहा है कि जो टिकट
500-1000 रु. के बंद हो चुके नोटों से बुक किए गए हैं, उन्हें कैंसल न
करें। पुराने नोटों से बुक हुए टिकट नॉन-रिफंडेबल होंगे। इस बीच वेस्टर्न
रेलवे ने 2 दिन के लिए एसी फर्स्ट और सेकंड क्लास की वेटिंग टिकट पर लगी
पाबंदी हटा ली।
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बताया जा रहा था कि इसके जरिए लोग ब्लैक मनी को व्हाइट करने की कोशिश कर रहे थे। वहीं रेलवे ने पैसे की कमी के चलते टिकट कैंसल कराने के बाद रिफंड करने से मना कर दिया है। बता दें कि नरेंद्र मोदी ने 8 नवंबर को 500-1000 रु. के नोट बंद करने का एलान किया था। यह भी कहा था कि 10 नवंबर से 30 दिसंबर तक पुराने नोट बैंक-पोस्ट ऑफिस में जमा होंगे। एयर टिकट कैंसल कराकर ब्लैक मनी को व्हाइट करने की कोशिश...
- अफसरों का मानना है कि सरकार के 500-1000 रु. के नोट बंद करने के फैसले के बाद कई लोग एयर टिकट बुकिंग का इस्तेमाल ब्लैक मनी को व्हाइट करने के लिए करेंगे।
- बाद में लोग अपनी टिकट कैंसल करा लेंगे और पैसा उनके अकाउंट में रिफंड हो जाएगा।
- डायरेक्टर जनरल ऑफ सिविल एविएशन (डीजीसीए) ने एयरलाइंस से कहा, 'एयरपोर्ट से टिकट बुकिंग कराने वाले कस्टमर्स को साफतौर पर बताया जाना चाहिए कि पुराने 500-1000 के नोटों से बुकिंग कराने पर न तो टिकट कैंसल होगा और न ही रिफंड मिलेगा।'
- हालांकि सरकार और डीजीसीए ने इस बारे में ऑफिशियली कुछ नहीं कहा है।
- कुछ एयरलाइंस ने पहले ही कहा था कि पिछले 48 घंटे में बुक हुए टिकट ना तो कैंसल होंगे और ना ही रिफंड।
क्या बोले स्पाइसजेट के स्पोक्सपर्सन?
- स्पाइसजेट के स्पोक्सपर्सन अजय जसरा ने कहा, 'एयरपोर्ट काउंटर से रोजाना अमूमन 20-25 लाख की बुकिंग होती है। बीते 48 घंटे में एक करोड़ की बुकिंग हो चुकी हैं। सामान्य से ये चौगुना है।'
- विस्तारा एयरलाइन ने कहा, '500-1000 के पुराने नोट बैगेज, अपग्रेड्स, कैंसल या चेंज फी और दूसरे कामों में स्वीकार नहीं होंगे। इनसे केवल टिकट खरीदी जा सकेगी।'
रेलवे ने कहा- कैंसल टिकट का पैसा अकाउंट में आएगा
- इस बीच रेलवे ने कहा कि काउंटर पर 50-100 रु. के नोट में कमी हो गई है। इसके चलते टिकट कैंसल रहा रहे लोगों को फिलहाल कैश रिफंड नहीं किया जाएगा।
- अगर कैंसल टिकट पर अमाउंट 10 हजार रुपए तक है तो टिकट डिपॉजिट रिसिप्ट्स (TDR) जारी होगी, जिसका पैसेंजर्स आगे इस्तेमाल कर पाएंगे।
- वहीं, अगर रिफंड अमाउंट 10 हजार रुपए से ज्यादा है तो लोगों को ये पैसा उनके अकाउंट में भेजा जाएगा। इसके लिए लोगों को उनका अकाउंट डिटेल देना होगा।वेस्टर्न रेलवे को दिखा टिकट बुकिंग में 25 फीसदी का इजाफा
- वेस्टर्न रेलवे के नए नियम के मुताबिक, लोगों को अगर वेटिंग टिकट लेना है तो टिकट काउंटर से ही रिजर्वेशन करना पड़ेगा।
- दो दिन में टिकट बुकिंग में 25 फीसदी का इजाफा हुआ था। इसके बाद रेलवे हरकत में आया था।
- मोहम्मद जमशेद (मेंबर, रेलवे बोर्ड) के मुताबिक, 'सरकार की हर तरह के टिकट ट्रांजेक्शन पर नजर है।'
- माना जा रहा था कि रेलवे में टिकट बुक कराने के जरिए लोग 500-1000 रु. के नोट खपा रहे हैं और वेटिंग टिकट बुक करा रहे हैं। बाद में इन टिकटों को कैंसिल कराकर अकाउंट में पैसा वापस आ जाएगा।
- ये बात भी सामने आई कि कैश की कमी के चलते रेलवे ने ये फैसला लिया था।
ऐसे समझ सकते हैं
- अगर आप रेलवे का (ऑनलाइन या काउंटर से) वेटिंग टिकट कराते हैं और टिकट कन्फर्म नहीं होती तो वह अपने आप कैंसल हो जाती है।
- मान लीजिए कि एसी फर्स्ट क्लास में एक शख्स का औसतन किराया करीब 4500 और सेकंड क्लास में 2600 रु. होता है।
- अगर एसी फर्स्ट में 10 लोग वेटिंग टिकट बुक कराते हैं। इस लिहाज से इसका किराया 45 हजार होता है।
- ऑनलाइन टिकट कन्फर्म न होने पर टिकट अपने आप कैंसल हो जाता है और पैसे वापस मिल जाते हैं। रेलवे को शक है कि इसी तरीके से लोग अपना कालाधन सफेद कर रहे हैं।
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