एमपी - यूपी में लोग हुए बाढ़ से परेशान

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नई दिल्ली: मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के कई जिलों में लोग बाढ़ से बेहाल हैं। नदियों का पानी खतरे के निशान तक पहुंच गया है। मध्य प्रदेश के कई जिलों में स्कूलों में छुट्टियां कर दी गई है। देश के कुछ हिस्सों में बारिश का पानी इसी तरह लोगों की परेशानी बढ़ा रहा है। सड़कें तालाब बन चुकी हैं। घर से बाहर निकलना मुश्किल है। बाढ़ के पानी में जिंदगियां बह रही हैं।
ऊपर पेड़ गिरने से तीन की मौत
बाढ़ और बारिश के बीच छ्तीसगढ़ के अंबिकापुर की तस्वीरें बेहद डरा देने वाली है। बाइक पर सवार लोग रक्षाबंधन के दिन अपने रिश्तेदार के यहां जा रहे थे, तभी तेज बारिश की वजह से एक पेड़ उनके ऊपर गिर पड़ा। पलक झपकते ही 4 लोग इस भारी पेड़ के नीचे दब गए। इस हादसे में मरने वालों में तीन साल की एक बच्ची भी थी। तेज बारिश के बीच इस बच्ची औऱ उसके माता पिता का शव कई घंटों तक सड़क पर पड़ा रहा।
मध्य प्रदेश के सतना में जोरदार बारिश
मध्य प्रदेश में भी पिछले दो दिनों से जोरदार बारिश हो रही है। सतना शहर की हालत ऐसी हो गई हो जैसे वो पानी के बीच बसा कोई शहर हो. सड़कें गायब हो चुकी हैं। हर तरफ सिर्फ पानी ही पानी है। लोगों के घर के बाहर 1 से 2 फुट तक पानी भर चुका है. यहां की जीवन ज्योति कॉलोनी, नजीराबाद और माधवगढ़ की हालत सबसे ज्यादा खराब है। पानी इतना ज्यादा बढ़ गया है कि आसपास के इलाकों से सतना का संपर्क कट गया है।
रीवा में नावों की मदद ले रहे हैं लोग
मध्य प्रदेश के रीवा में भी लगातार बारिश हो रही है। बाढ़ का पानी लोगों के घरों में घुस गया है. पुल पानी में डूब चुके हैं। बरसाती नालों का पानी सड़कों पर भर गया है। तेज बारिश की वजह से जगह जगह पर पेड़ सड़कों पर गिरे हुए हैं। बाढ़ में फंसे लोगों को बचाने के लिए नावों की मदद ली जा रही है।
राजगढ़ में बाइक पर सवार तीन लोग बहे
राजगढ़ जिले से हो कर गुजरने वाली गाड़ गंगा नदी पर बने पुल पर पानी का बहाव इतना तेज था कि बाइक पर सवाल 3 लोग उसमें बह गए। तेज बारिश के कारण नदी पर बना पुल पानी में डूब चुका है। लोग अपनी जान जोखिम में डालकर इस पुल को पार कर रहे थे। बाइक सवार ने भी ये कोशिश की लेकिन वो बाइक सहित बह गए हालांकि आगे जाकर उन्हें बचा लिया गया लेकिन नदी में बहे एक युवक का पता नहीं चला।
इलाहाबाद में जारी किया हाई अलर्ट
उत्तर प्रदेश में इलाहाबाद में गंगा और यमुना नदियों का पानी खतरे के निशान के पास पहुंच गया है। इन दो नदियों में आई बाढ़ से एक चौथाई शहर पानी में डूब गया है। संगम किनारे लेटे हुए हनुमान जी का प्राचीन मंदिर पूरी तरह डूब गया है। 50 से ज्यादा गांव आसपास के इलाकों से कट चुके हैं। कई इलाकों में बाढ़ के पानी से घिरे घरों में लोग छतों पर फंसे हुए हैं। बाढ़ में फंसे लोगों को को नाव की मदद से निकाला जा रहा है. बाढ़ प्रभावित लोगों की मदद के लिए प्रशासन ने एडीआरएफ की टीम को बुलाया है। पूरे जिले में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है।
राहत शिविरों में रहने के लिए मजबूर हुए लोग
बाढ़ का पानी कई गांवों और कॉलोनियों में घुस चुका है। खेत के खेत डूब चुके हैं। यहां गंगा के साथ वरुणा नदीं में पानी बहुत तेजी से बढ़ रहा है. बाढ़ की वजह से वरुणा कॉरिडोर के काम पर भी असर पड़ा है। इसके लिए लगाई गई मशीनें पानी में डूब चुकी हैं। सैकड़ों लोग अपना घर बार छोड़कर राहत शिविरों में रहने के लिए मजबूर हैं।
दो दिनों से हो रही बारिश के कारण उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश की सीमा पर बसे चित्रकूट में मंदाकिनी नदी उफान पर आ गयी है। नदी का पानी चित्रकूट शहर में आ चुका है।




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