रक्षाबंधन के दिन बहन ने लगाई फांसी

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झांसी (यूपी). राखी बांधने को आतुर एक 12 साल की बहन को भाई का जवाब सुनकर इतना दुख हुआ कि फांसी लगाकर जान दे दी। इस घटना के बाद परिजनों में कोहराम मच गया। वहीं, इस बात की जानकारी जब भाई को हुई तो बोला- 'मैं दुनिया का बदनसीब भाई हूं।' आगे पढ़िए जब बहन राखी बांधने गई तो भाई ने क्‍या जवाब दिया...
-ये घटना झांसी के शहर कोतवाली थानाक्षेत्र की है।
-यहां के लालाराम प्रजापति के पांच बेटी और एक बेटा है।
-बेटा अभिजीत (15) से दोपहर में उसकी बहन कविता (12) ने राखी बंधवाने को कहा।
-इस पर भाई ने यह कहते हुए मना कर दिया कि वह खेलने जा रहा है। राखी बाद में बंधवाएगा।
-यह बात बहन को बेहद बुरी लगी। वह अपने कमरे में गई और पंखे से लटककर फांसी लगा ली।
कविता को जाना था ट्यूशन पढ़ने
-मृतका की बड़ी बहन गीता ने बताया कि कविता सुबह मंदिर में पूजा करने गई थी।
-मंदिर से लौटने के बाद वह अपने कमरे में गई।
-उसे दोपहर में ट्यूशन के लिए जाना था, इसीलिए भाई को ज़ल्दी राखी बांधना चाहती थी।
-ऐसे में उसने भाई अभिजीत को राखी बंधवाने को कहा- लेकिन वह खेलने चला गया।
-उसने कहा कि खेलकर कर आने के बाद ही वह राखी बंधवाएगा।
-भाई की यही बात उसे बुरा लग गई और कमरे में जाकर फांसी लगा ली।
जब काफी देर तक नहीं खुला दरवाजा
-काफी देर तक बाहर नहीं आने पर परिजनों ने दरवाजा खटखटाना शुरू किया।
-जब दरवाजा नहीं खुला तो खिड़की से झांक कर देखा गया तो कविता पंखे से झूल रही थी।
-ये देखते ही परिजनों में कोहराम मच गया।
-घटना स्थल पर पहुंची पुलिस ने शव को उतार पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा है।
-पुलिस घटना की जांच कर रही है।
बहन की मौत के बाद बोला भाई
-घटना के बाद भाई अभिजीत बेहद हताश है।
-उसने कहा कि उसे बिल्कु्ल अंदाजा नहीं था कि बहन इस दिन ऐसा कदम उठा सकती है।
-उसने कहा, 'मैं दुनिया का बदनसीब भाई हूं।'
 
 

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