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-नई दिल्ली : दिल्ली के सैनिक अस्पताल (आर.आर. हास्पिटल) में भर्ती सेना के जांबाज जवान हनुमंथप्पा के लिए आज का दिन अहम है. कल ही डॉक्टरों ने अगले 48 घंटे अहम बताए थे. हनुमंथप्पा सियाचिन में 6 दिन तक माइनस 40 डिग्री तापमान में दबे होने के बाद भी जिंदा निकल आये लेकिन अब भी कोमा में हैं.
कल पीएम मोदी ने भी अस्पताल पहुंचकर जवान हनुमंथप्पा का हाल-चाल जाना. कर्नाटक से उनके परिजन भी दिल्ली पहुंच चुके हैं. 3 फरवरी को हुए हादसे में जान गंवाने वाले बाकी 9 जवानों के शव ढूंढ लिए गए हैं. इस बीच सभी लोगों को निगाहें आर.आर. हास्पिटल के चिकित्सकों की ओर ही लगी हुई हैं.
पूरे देश में इस घटना की चर्चा है और लोग आश्चर्य़ जता रहे हैं कि आखिर इतने खतरनाक और जानलेवा स्थिति से जवान जिंदा निकला कैसे. जबकि, सेना ने पहले ही हिमस्खलन में 10 के 10 जवानों के मारे जाने की सूचना दे दी थी. प्रधानमंत्री और रक्षामंत्री ने तो ट्टवीट कर श्रद्धांजलि भी दे दी थी. लेकिन, किसी चमत्कार सी खबर आई और अब बस जवान की सलामती की दुआ की जा रही है.
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-नई दिल्ली : दिल्ली के सैनिक अस्पताल (आर.आर. हास्पिटल) में भर्ती सेना के जांबाज जवान हनुमंथप्पा के लिए आज का दिन अहम है. कल ही डॉक्टरों ने अगले 48 घंटे अहम बताए थे. हनुमंथप्पा सियाचिन में 6 दिन तक माइनस 40 डिग्री तापमान में दबे होने के बाद भी जिंदा निकल आये लेकिन अब भी कोमा में हैं.
कल पीएम मोदी ने भी अस्पताल पहुंचकर जवान हनुमंथप्पा का हाल-चाल जाना. कर्नाटक से उनके परिजन भी दिल्ली पहुंच चुके हैं. 3 फरवरी को हुए हादसे में जान गंवाने वाले बाकी 9 जवानों के शव ढूंढ लिए गए हैं. इस बीच सभी लोगों को निगाहें आर.आर. हास्पिटल के चिकित्सकों की ओर ही लगी हुई हैं.
पूरे देश में इस घटना की चर्चा है और लोग आश्चर्य़ जता रहे हैं कि आखिर इतने खतरनाक और जानलेवा स्थिति से जवान जिंदा निकला कैसे. जबकि, सेना ने पहले ही हिमस्खलन में 10 के 10 जवानों के मारे जाने की सूचना दे दी थी. प्रधानमंत्री और रक्षामंत्री ने तो ट्टवीट कर श्रद्धांजलि भी दे दी थी. लेकिन, किसी चमत्कार सी खबर आई और अब बस जवान की सलामती की दुआ की जा रही है.
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