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नई दिल्ली: संसद का बजट सत्र आज से शुरू हो गया है। बजट सत्र पर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने अपने अभिभाषण में कहा है कि किसानों की समृद्धि देश की खुशहाली के लिए बेहद जरुरी है। उन्होंने कहा कि पीएम जनधन योजना दुनिया की सबसे कामयाब योजना है। सरकार का काम गरीबों की उन्नति, किसानों की समृद्धि और युवाओं को रोजगार देना है और इस दिशा में वह तेजी से आगे बढ़ रही है। कम प्रीमियम पर अब किसानों को ज्यादा मुआवजा मिलेगा। किसानों को कम प्रीमियम पर अब बेहतर फसल बीमा की सौगात दी गई है।
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कहा कि उनकी सरकार का विकास सिद्धांत ‘सबका साथ, सबका विकास’ में निहित है और यही सरकार का मूलभूत सिद्धांत है । और सरकार का सर्वोपरि लक्ष्य गरीबी उन्मूलन है, गांधीजी ने गरीबी को हिंसा का सबसे बुरा रूप बताया था । राष्ट्रपति ने कहा कि सरकार देश की सुरक्षा से संबंधित सभी चुनौतियों से निपटने के लिए कृत संकल्प है और आतंकवाद रूपी विश्वव्यापी खतरे को पूरी तरह से समाप्त करने के लिए वैश्विक स्तर पर आतंकवाद विरोधी कठोर उपाए किये जाने की आवश्यकता है। सरकार संसद के सुचारू और रचनात्मक कार्य संचालन के लिए निरंतर प्रयासरत है और उन्होंने सभी सांसदों से अपील की कि वे सहयोग और आपसी सद्भाव के साथ अपने उत्तरदायित्वों का निर्वहन करें । राष्ट्रपति ने कहा कि सरकार निर्भीक और सक्रिय विदेश नीति जारी रखे हुए है जिसका मुख्य उद्देश्य भारत के लिए पूंजी, प्रौद्योगिकी, संसाधन, उर्जा और कौशल की उपलब्धता बढ़ाकर राष्ट्रीय विकास को गति प्रदान करना है ।
उन्होंने कहा कि समाज के हर नागरिक तक सुविधा पहुंचाने की कोशिश कर रही है। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 2 करोड़ घर बनाए गए। युवाओं को रोजगार देने की दिशा में सरकार का काम उल्लेखनीय है। सरकार गरीबों की उन्नति और किसानों की खुशहाली के लिए काम कर रही है। सरकार लोगों की बुनियादी जरूरतों को पूरा कर रही है। सरकार ने सबका साथ, सबका विकास के आधार पर काम किया है। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने उम्मीद जताई कि संसद के बजट सत्र के दौरान जनता से जुड़े मुद्दों पर व्यापक चर्चा होगी।
इससे पहले मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद के बजट सत्र के आगाज से पहले कहा कि आज संसद का बजट संसद प्रारंभ हो रहा है। देश के सवा सौ करोड़ लोगों की निगाहें संसद, संसद की कार्यवाही, रेल और आम बजट पर है। भारत की वैश्विक अर्थव्यवस्था में जो जगह बनी है उसकी वजह से विश्व का ध्यान भी संसद के बजट सत्र पर है। हमें सभी दलों से यह विश्वास मिला है कि संसद के समय का सदुपयोग होगा, सार्थक चर्चाएं होगीं। विपक्ष ने संसद के सुचारू रूप से चलने का भरोसा दिलाया है। मैं आशा करता हूं कि संसद का उपयोग गहन विचार-विमर्श के लिए होना चाहिए। सरकार की आलोचना भी होनी चाहिए। सरकार की गलतियां भी उजागर होनी चाहिए। सरकार की कमी भी बताई जानी चाहिए। इस सत्र के दौरान 25 तारीख को रेल बजट और 29 तारीख को आम बजट पेश किया जाएगा बजट सत्र का पहला भाग 15 दिनों का और दूसरा 16 दिनों का होगा।
सत्र के दौरान सरकार अहम विधेयकों को पारित कराने की कोशिश करेगी, वहीं विपक्ष ऐलान कर चुका है कि रोहित वेमुला, जेएनयू मामला, अरुणाचल जैसे कई मुद्दों पर सरकार को घेरेगा। इसे देखते हुए संसद सत्र के हंगामेदार रहने के आसार हैं।
बजट सत्र सुचारू रूप से चलाने के लिए सोमवार को लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने सर्वदलीय बैठक की, इसके अलावा संसदीय कार्यमंत्री वेंकया नायडू ने भी सभी दलों से बातचीत की सरकार ने कहा कि वो भी हर विषय पर बहस के लिए तैयार है। शर्त है कि संसद को चलने दिया जाना चाहिए और बहस के साथ ही जरूरी विधेयक भी पास होना चाहिए। सरकार ने कहा है कि वह जेएनयू, पठानकोट समेत सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार है।
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