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--मुंबई : अगर आप अपनी मीठी चॉकलेट खा कर उब गए हैं, तो मसालेदार करारी चॉकलेट के लिये तैयार हो जाइये। भारतीय मसाला बोर्ड ने 'फ्लैवरिट' नाम की एक पहल की है। इसके तहत अब चॉकलेट और कॉस्मेटिक्स दोनों में मसालों का उपयोग किया जाएगा।
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--मुंबई : अगर आप अपनी मीठी चॉकलेट खा कर उब गए हैं, तो मसालेदार करारी चॉकलेट के लिये तैयार हो जाइये। भारतीय मसाला बोर्ड ने 'फ्लैवरिट' नाम की एक पहल की है। इसके तहत अब चॉकलेट और कॉस्मेटिक्स दोनों में मसालों का उपयोग किया जाएगा।
जानिये, क्या है 'फ्लैवरिट'
भारतीय मसाला बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. ए जयतिलक के मुताबिक, 'आज-कल लोग तरह-तरह के मसालों वाले उत्पाद उपयोग कर रहे हैं जैसे मसालों वाली चॉकलेट, मसाले वाली चाय और तो और कॉस्मेटिक्स भी; जैसे मसाले वाली क्रीम, शैम्पू, फेसवॉश आदि।' मसाला बोर्ड ने इसके लिए 'फ्लैवरिट' नामक एक पहल की है जिसमें खानपान के शौकीनों के लिए मसाले वाली चॉकलेट और सौंदर्य के प्रति सजग रहने वालों के लिए मसाले वाले कॉस्मेटिक्स की रेंज पेश की गई है।
'विदेशों में खूब लोकप्रिय हुआ है'
इस पहल में चॉकलेट को इलायची, मिर्च, जीरा, दालचीनी, लौंग और जायफल के छह दुर्लभ स्वादों में पेश किया गया है। जयतिलक ने बताया कि मिर्च के स्वाद वाली चॉकलेट को लोगों ने बहुत पसंद किया और जब इसे विदेशों में प्रदर्शित किया गया तो जायके के दीवानों का सवाल था, 'यह कैसे तैयार किया गया।' उन्होंने बताया कि सौंदर्य प्रसाधनों में तुलसी, हल्दी, केसर आदि के साथ मसाला क्रीम, लौंग, इलायची, काली मिर्च, दालचीनी, कॉफी के हरे बीजों और वनीला के साथ साबुन और फेसवॉश तैयार किए गए। उन्होंने बताया कि अभी और प्रयोग जारी हैं।
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