--
-- --
--
मोर के पंख के कुछ खास उपाय, जो आपकी परेशानियों को दूर कर सकते हैं…
-मोरपंख में अद्भुत शक्ति होती है। इसकी शक्ति के चमत्कार से खुद भगवान भी अभिभूत रहे हैं। शास्त्रों में उल्लेख मिलता है कि जिस जगह मोरपंख होता है, वहां बुरी शक्तियां आसपास भी नहीं भटक सकती हैं। जी हां, मोर का पंख किसी भी स्थान को बुरी शक्तियों और प्रतिकूल चीजों के प्रभाव से बचाकर रखने की क्षमता रखता है, इसलिए मोर के पंखों को घर में रखना चाहिए, जिससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का वास होगा। मोर के पंख का इस्तेमाल करके भूत-बाधा, नजर दोष, रोग मुक्ति, ग्रह दोष, वास्तु दोष जैसी समस्याओं से हमेशा के लिए छुटकारा मिल सकता है।
-मोर का पंख पढऩेवाले स्टूडेंट्स के लिए लाभदायक होता है। स्टूडेंट्स पुस्तकों के बीचों-बीच अभिमंत्रित मोर पंख रख कर लाभ उठा सकते हैं। इसके अलावा मंत्र सिद्धि के लिए जपने वाली माला को मोर के पंखों के बीच रखना चाहिए।
-नव ग्रहों की खराब दशा से बचने के लिए भी मोर का पंख आपकी मदद कर सकता है। घर में अलग अलग स्थान पर मोर का पंख रखने से घर का वास्तु दोष दूर होता है।
-मोर के पंख का उपयोग रोगों के इलाज के लिए भी किया जाता है। मोर के पंख से तपेदिक, दमा, लकवा, नजला तथा बांझपन जैसे रोगों का इलाज किया जा सकता है।
-घर के दक्षिण-पूर्व दिशो में मोर का पंख लगाने से घर में बरकत होने लगती है। घर से सदस्यों की अचानक से आनेवाले किसी भी कष्ट से रक्षा होती है। घर से हर परेशानी दूर हो जाती है।
-मोर के पंख और सांप के बीच में दुश्मनी है, इसलिए मोर का पंख घर में रखने से सांप घर में प्रवेश नहीं करता। इसके अलावा मोर का पंख घर के पूर्वी और उत्तर-पश्चिम दीवार में लगाने से राहू का दोष की भी नहीं परेशान करता है।
-मोर का एक पंख किसी मंदिर में राधाकृष्ण कि मूर्ती के मुकुट में 40 दिन के लिए स्थापित करें। हर रोज शाम को मक्खन और मिश्री का भोग लगाएं। फिर 41 वें दिन उसी मोर के पंख को मंदिर से घर लाकर अपने लॉकर में रखें। आप खुद महसूस करेंगे कि घर में सुख-शांति की वृद्धि हो रही है।
-कालसर्प दोष को भी दूर करने की इस मोर के पंख में अद्भुत क्षमता है। कालसर्प वाले व्यक्ति को अपने तकिए के खोल के अंदर 7 मोर के पंख सोमवार की रात को रखना चाहिए और उसी तकिए पर सोना चाहिए।
-अगर आप किसी शत्रु से परेशान हैं, तो मोर के पंख पर हनुमान जी के मस्तक के सिंदूर से मंगलवार या फिर शनिवार को उसका नाम लिखकर अपने घर के मंदिर में रात भर रखें। अगली सुबह उठकर बगैर नहाए उसे चलते पानी में प्रवाहित कर दें। ऐसा करने से आपका शत्रु भी आपसे मित्रता का व्यवहार करने लगेगा।
-अगर घर में कोई बच्चा जिद्दी हो, तो मोर के पंखों से बच्चे को हवा देने से धीरे-धीरे उसकी जिद कम होने लगेगी। मोर के पंख को चांदी की ताबीज में डालकर नवजात बच्चे के सिर के पास रखने पर बच्चे की नजर दोष और किसी भी तरह की अला-बला से रक्षा होती है।
-- Sponsored Links:-
जयपुर। इसमें जरा भी कोई संदेह नहीं है कि मोर पंख हमारे आस-पास की
नकारात्मक ऊर्जा को दूर रखता है और हमारे जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का
संचार कर जीवन को खुशहाल बना देता है। देवराज इंद्र को मोरपंख का सिंहासन
भाता है, भगवान श्रीकृष्ण ने भी अपने मुकुट पर मोरपंख को सजाया। यहां तक कि
पौराणिक काल में महर्षियों ने मोरपंख की कलम बनाकर बड़े-बड़े ग्रंथों की
रचना की। इन उदाहरणों से यह साबित होता है कि मोर का पंख हमारे लिए कितना
पवित्र और महत्वपूर्ण है। प्राचीन काल से ही मोर के पंखों का इस्तेमाल कई
तरह के कामों के लिए किया जाता रहा है।
-- --
--
मोर के पंख के कुछ खास उपाय, जो आपकी परेशानियों को दूर कर सकते हैं…
-मोरपंख में अद्भुत शक्ति होती है। इसकी शक्ति के चमत्कार से खुद भगवान भी अभिभूत रहे हैं। शास्त्रों में उल्लेख मिलता है कि जिस जगह मोरपंख होता है, वहां बुरी शक्तियां आसपास भी नहीं भटक सकती हैं। जी हां, मोर का पंख किसी भी स्थान को बुरी शक्तियों और प्रतिकूल चीजों के प्रभाव से बचाकर रखने की क्षमता रखता है, इसलिए मोर के पंखों को घर में रखना चाहिए, जिससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का वास होगा। मोर के पंख का इस्तेमाल करके भूत-बाधा, नजर दोष, रोग मुक्ति, ग्रह दोष, वास्तु दोष जैसी समस्याओं से हमेशा के लिए छुटकारा मिल सकता है।
-मोर का पंख पढऩेवाले स्टूडेंट्स के लिए लाभदायक होता है। स्टूडेंट्स पुस्तकों के बीचों-बीच अभिमंत्रित मोर पंख रख कर लाभ उठा सकते हैं। इसके अलावा मंत्र सिद्धि के लिए जपने वाली माला को मोर के पंखों के बीच रखना चाहिए।
-नव ग्रहों की खराब दशा से बचने के लिए भी मोर का पंख आपकी मदद कर सकता है। घर में अलग अलग स्थान पर मोर का पंख रखने से घर का वास्तु दोष दूर होता है।
-मोर के पंख का उपयोग रोगों के इलाज के लिए भी किया जाता है। मोर के पंख से तपेदिक, दमा, लकवा, नजला तथा बांझपन जैसे रोगों का इलाज किया जा सकता है।
-घर के दक्षिण-पूर्व दिशो में मोर का पंख लगाने से घर में बरकत होने लगती है। घर से सदस्यों की अचानक से आनेवाले किसी भी कष्ट से रक्षा होती है। घर से हर परेशानी दूर हो जाती है।
-मोर के पंख और सांप के बीच में दुश्मनी है, इसलिए मोर का पंख घर में रखने से सांप घर में प्रवेश नहीं करता। इसके अलावा मोर का पंख घर के पूर्वी और उत्तर-पश्चिम दीवार में लगाने से राहू का दोष की भी नहीं परेशान करता है।
-मोर का एक पंख किसी मंदिर में राधाकृष्ण कि मूर्ती के मुकुट में 40 दिन के लिए स्थापित करें। हर रोज शाम को मक्खन और मिश्री का भोग लगाएं। फिर 41 वें दिन उसी मोर के पंख को मंदिर से घर लाकर अपने लॉकर में रखें। आप खुद महसूस करेंगे कि घर में सुख-शांति की वृद्धि हो रही है।
-कालसर्प दोष को भी दूर करने की इस मोर के पंख में अद्भुत क्षमता है। कालसर्प वाले व्यक्ति को अपने तकिए के खोल के अंदर 7 मोर के पंख सोमवार की रात को रखना चाहिए और उसी तकिए पर सोना चाहिए।
-अगर आप किसी शत्रु से परेशान हैं, तो मोर के पंख पर हनुमान जी के मस्तक के सिंदूर से मंगलवार या फिर शनिवार को उसका नाम लिखकर अपने घर के मंदिर में रात भर रखें। अगली सुबह उठकर बगैर नहाए उसे चलते पानी में प्रवाहित कर दें। ऐसा करने से आपका शत्रु भी आपसे मित्रता का व्यवहार करने लगेगा।
-अगर घर में कोई बच्चा जिद्दी हो, तो मोर के पंखों से बच्चे को हवा देने से धीरे-धीरे उसकी जिद कम होने लगेगी। मोर के पंख को चांदी की ताबीज में डालकर नवजात बच्चे के सिर के पास रखने पर बच्चे की नजर दोष और किसी भी तरह की अला-बला से रक्षा होती है।
-- Sponsored Links:-
0 comments:
Post a Comment