--
-- --
--
कौशाम्बी।प्रदेश सरकार चाहे जितना विकास का दावा कर ले परंतु जब उसी के अधीन प्रशासन की बात आती है तो बेलगाम अधिकारियों के कारण विकास की योजनाये परवान चढ़ने के बजाय दहलीज पर ही दम तोड़ देती है। सरकार इन बेलगाम अधिकारियों पर नकेल कसने पर नाकाम रही है।समय समय पर प्रदेश सरकार जनता की परेशानी दुःख दर्द सुनने के लिए अलग से विशेष दिवस का आयोजन तक किया जिससे जनता की परेशानी सुनी जा सके।
परंतु सरकार की बखिया उधेड़ने वाले अधिकारियों की भी कोई कमी नहीं है ।मिली जानकारी के अनुसार अजुहा नगर पंचायत के अधिशाषी अधिकारी की लापरवाही प्रदेश सरकार को ठेंगा दिखाने जैसा है।सूत्रों की माने तो जब से उनकी नियुक्ति अजुहा हुई है तब से एक बार स्वन्त्रता दिवस पर 15 मिनट की मौजूदगी रही उसके बाद लापरवाही का आलम ये रहा की जनता की परेशानी से कोई सरोकार न रखकर नगर पंचायत से नदारत रहना अपना रुतबा समझने लगे।
-- Sponsored Links:-
-- --
--
कौशाम्बी।प्रदेश सरकार चाहे जितना विकास का दावा कर ले परंतु जब उसी के अधीन प्रशासन की बात आती है तो बेलगाम अधिकारियों के कारण विकास की योजनाये परवान चढ़ने के बजाय दहलीज पर ही दम तोड़ देती है। सरकार इन बेलगाम अधिकारियों पर नकेल कसने पर नाकाम रही है।समय समय पर प्रदेश सरकार जनता की परेशानी दुःख दर्द सुनने के लिए अलग से विशेष दिवस का आयोजन तक किया जिससे जनता की परेशानी सुनी जा सके।
परंतु सरकार की बखिया उधेड़ने वाले अधिकारियों की भी कोई कमी नहीं है ।मिली जानकारी के अनुसार अजुहा नगर पंचायत के अधिशाषी अधिकारी की लापरवाही प्रदेश सरकार को ठेंगा दिखाने जैसा है।सूत्रों की माने तो जब से उनकी नियुक्ति अजुहा हुई है तब से एक बार स्वन्त्रता दिवस पर 15 मिनट की मौजूदगी रही उसके बाद लापरवाही का आलम ये रहा की जनता की परेशानी से कोई सरोकार न रखकर नगर पंचायत से नदारत रहना अपना रुतबा समझने लगे।
-- Sponsored Links:-
0 comments:
Post a Comment