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बलिया : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को 'प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना' की शुरुआत की। इस योजना से 5 करोड़ गरीब परिवारों को लाभ पहुंचेगा। 'प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना' के तहत गरीब परिवारों को मुफ्त में गैस कनेक्शन (एलपीजी) वितरित किए जाएंगे ताकि गरीबों को धुएं से मुक्ति मिल सके।पीएम मोदी ने कहा कि हम यहां मजदूर दिवस के दिन एकत्रित हुए हैं। पीएम ने कहा, 'मैं श्रमिकों के मेहनत केा सराहता हूं जो देश के विकास के लिए जरूरी है। मैं देश का मजदूर नंबर वन हूं।
प्रधानमंत्री ने पूरे देश में आज से लागू हुई 'प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना' का जिक्र करते हुए कहा कि इससे बड़ी कोई योजना नहीं हो सकती, जो पांच करोड़ परिवारों को छूती हो। हमने पेट्रोलियम सेक्टर को गरीबों के लिये बना दिया है, जो पहले कभी नहीं बना था। मोदी ने इस मौके पर 10 बीपीएल महिलाओं को गैस कनेक्शन देकर प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना की शुरुआत की।
पीएम मोदी ने कहा कि हमारी सरकार गरीबों के कल्याण के लिए काम कर रही है। उन्होंने कहा, 'मैंने सेंट्रल हॉल में अपने पहले भाषण में कहा था कि हमारी सरकार गरीबों की सरकार है। दिल्ली में इस बार एनडीए की सरकार बनाई और मुझे पीएम पद के लिए चुना, आपने जो प्यार मुझे दिया है, उसका कर्ज मैं विकास करके चुकाऊंगा।'
पीएम मोदी ने कहा, 'कुछ लोग कह रहे हैं कि बलिया से योजना की शुरुआत करके नरेंद्र मोदी चुनावी शंखनाद कर रहे हैं लेकिन यह सही नहीं है। बलिया वह जगह है जहां रसोई गैस कम से कम घर में जाता है। यही कारण है कि मैंने इस योजना की शुरुआत बलिया से की जो इस योजना को लेकर सवाल उठा रहे हैं उन लोगों को मैं बता दूं कि मैंने झारखंड, एमपी, हरियाणा से भी तब योजनाएं शुरू कीं, जब वहां चुनाव नहीं थे।'
पुरानी यादों को ताजा करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि दिल्ली के एसी कमरों में बैठकर बड़ी-बड़ी बातें करने वालों को बता दूं कि पहले एक सांसद को 25 एलपीजी कूपन दिए जाते थे जिसका दुरुपयोग किया जाता था जो सांसद ये कनेक्शन बांटते थे उनको लगता था कि उसने 25 लोगों को कनेक्शन देकर बहुत बड़ा काम कर दिया लेकिन आज के बाद एक-एक सांसद के संसदीय क्षेत्र में 10-20 हजार रसोई गैस कनेक्शन पहुंचाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि अगले तीन सालों में 5 करोड़ एलपीजी कनेक्शन देने का लक्ष्य पूरा कर लेंगे।
उज्ज्वला योजना की शुरुआत करने के बाद पीएम मोदी ने कहा, 'यह क्रांतिकारियों की भूमि है। यहां मंगल पांडे से लेकर जीतु पांडे तक हर पीढ़ी के लोग याद किए जाते हैं। यह वही धरती है जहां से भारत के पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर का भी नाम जुड़ा है। उन्होंने कहा कि यही (बलिया) वह धरती है, जिसने देश को मंगल पांडे दिया। उत्तर प्रदेश लोहिया और दीनदयाल उपाध्याय के बिना अधूरा लगता है।
'मैं देश का मजदूर नंबर-1'
पीएम मोदी ने कहा कि हम यहां मजदूर दिवस के दिन एकत्रित हुए हैं। पीएम ने कहा, 'मैं श्रमिकों के मेहनत केा सराहता हूं जो देश के विकास के लिए जरूरी है। मैं देश का मजदूर नंबर वन हूं। मजदूरों को एक करने की आवश्यकता है। हमने श्रम सुविधा पोर्टल की शुरुआत की, जिससे श्रमिकों को काफी लाभ पहुंचा. मजदूरों को एक आइडेंटिटी नंबर दिया गया।'
श्रमिक दिवस पर दिया ‘लेबरर्स यूनाइट द वर्ल्ड' का नारा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्रमिक दिवस पर ‘लेबरर्स यूनाइट द वर्ल्ड' का नारा देते हुए कहा कि 21वीं सदी की बदली हुई परिस्थितियों में इस मंत्र के साथ दुनिया को जोडने की जरूरत है। मोदी ने यहां प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना का शुभारंभ करते हुए कि एक मई को पूरा विश्व श्रमिक दिवस के रुप में मनाता है। आज देश का, यह मजदूर नम्बर एक, देश के सभी श्रमिकों को उनके पुरुषार्थ को और देश को आगे बढाने में उनके श्रम को कोटि-कोटि नमन करता है। दुनिया को एक नया नारा देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि पूर्व में ‘दुनिया के मजदूरों एक हो जाओ' का नारा दिया जाता था जिसमें राजनीति की स्वाभाविक बू स्वाभाविक थी, जो लोग इस विचार को लेकर चले थे वे आज धीरे-धीरे दुनिया के राजनीतिक नक्शे से अपनी जगह खोते चले जा रहे हैं।
मोदी ने कहा कि 21वीं सदी में दुनिया के मजदूरों की एकजुटता के आह्वान मात्र से काम चलने वाला नहीं है। इस सदी की आवश्यकताएं और स्थितियां अलग हैं। ‘लेबरर्स यूनाइट द वर्ल्ड' इस सदी का मंत्र हो सकता है। इस मंत्र के साथ आज दुनिया को जोड़ने की जरूरत है। इसे जोड़ने के लिये सबसे बड़ा केमिकल है तो वह मजदूर का पसीना है। इसमें दुनिया को जोड़ने की ताकत है।
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