श्री श्री रविशंकर के कार्यक्रम को लेकर संसद में हंगामा

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नई दिल्ली: यमुना किनारे प्रस्तावित श्रीश्री रविशंकर का तीन दिवसीय सांस्कृतिक कार्यक्रम विवादों में घिरता जा रहा है। आज यह मुद्दा संसद में भी गूंजा। सदन में विपक्ष ने इसको गंभीर मामला बताते हुए इस पर फौरन चर्चा की मांग उठाते हुए हंगामा किया। हालांकि सरकार की ओर से सांसद मुख्‍तार अब्बास नकबी ने श्रीश्री का बचाव किया।

दिल्ली में यमुना किनारे वर्ल्ड कल्चर फेस्टिवल के बहाने विपक्ष ने यमुना को खतरे में डालने का आरोप लगाया। विपक्ष ने कहा है कि इससे यमुना तबाह हो रही है। दूसरी तरफ सरकार की ओर से बोलते हुए मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा है कि नियमों का उल्लंघन नहीं हुआ है।
विपक्ष की तरफ से शरद यादव और सीताराम येचुरी ने दिल्ली में युमना के किनारे कार्यक्रम को मंजूरी देने पर सवाल किया। येचुरी ने कहा कि एक निजी संस्था के लिए आर्मी को कैसे काम पर लगाया जा सकता है। सरकार की ओर से मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि श्रीश्री की संस्था खुद एन्वायरमेंट फ्रेंडली है। इस बीच दिल्ली पुलिस ने कार्यक्रम को लेकर अपनी चिंता जाहिर की है। दिल्ली पुलिस को आयोजन के दौरान उम्मीद से ज्यादा भीड़ होने की आशंका है। कार्यक्रम 11 से 13 मार्च को है लेकिन दिल्ली पुलिस को अबतक हैंडोवर नहीं मिला है।
गौर हो कि दिल्ली में यमुना के बाढ़ के डूब वाले क्षेत्र में प्रस्तावित विवादास्पद तीन दिवसीय सांस्कृतिक कार्यक्रम के सिलसिले में राष्ट्रीय हरित अधिकरण के कल के तीखे सवाल करने के बाद उस पर संशय के बादल मंडराने लगे है। पर्यावरणविद पहले से ही इस आयोजन के विरूद्ध हैं। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने रविवार को इस कार्यक्रम के समापन समारोह में जाने से इनकार कर दिया है जिसके बाद ऐसी अटकलें भी लगने लगीं है कि क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शरिवार को कार्यक्रम का उद्घाटन करेंगे या फिर नहीं।
आलोचना का सामना कर रहे आर्ट ऑफ लिविंग फाउंडेशन के प्रमुख श्रीश्री रविशंकर ने यह कहते हुए पारिस्थितिकी को कोई नुकसान पहुंचने के आरोपों से इनकार किया कि कोई पेड़ नहीं काटा गया और यह कि उनका संगठन इस क्षेत्र में जैवविविधता पार्क बनाएगा। नये आतंकवादी खतरों के आलोक में सुरक्षा को लेकर चिंता के बीच गृह मंत्रालय ने दिल्ली पुलिस को इस आयोजन के दौरान शांति बनाए रखने और भगदड़ जैसी स्थिति उत्पन्न होने से रोकने के लिए सभी संभावित कदम उठाने को कहा है।
राष्ट्रीय हरित अधिकरण की सुनवाई के दौरान केंद्र से सवाल किया कि इस महोत्सव के लिए यमुना के मैदान में ढांचे खड़ा करने के लिए पर्यावरण संबंधी अनापत्ति की जरूरत क्यों नहीं है। ये कार्यक्रम द आर्ट आफ लिविंग के 35 वर्ष मनाने के लिए डीएनडी फ्लाईओवर के पास यमुना के पश्चिमी तट के पास 11 से 13 मार्च तक आयोजित होना है। इसे केंद्र एवं दिल्ली सरकार एवं अन्य का समर्थन हासिल है। इस कार्यक्रम में करीब 35 लाख लोगों के हिस्सा लेने की उम्मीद है।

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